भोपाल। प्रदेश भर में 15 दिवसीय 'किल कोरोना' अभियान चलाया जाएगा. इसकी शुरूआत आज से होगी, यह अभियान 15 जुलाई तक चलेगा, प्रदेश के सभी जिलों में वायरस पर नियंत्रण और स्वास्थ्य जागरूकता अभियान में सरकार और समाज दोनों साथ-साथ काम करेंगे.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की जनता से अपील की है कि, 'किल कोरोना' अभियान में घर-घर पहुंच रहे सर्वे दल को आवश्यक जानकारी देकर सहयोग करें, सर्दी-खांसी जुकाम के साथ डेंगू, मलेरिया, डायरिया आदि के लक्षण पाए जाने पर भी जरूरी परामर्श और उपचार नागरिकों को मिलेगा, मुख्यमंत्री ने इन कार्यों में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने का आग्रह किया है.
उल्लेखनीय है कि, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 6 दिन पहले कमिश्नर-कलेक्टर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में निर्देश दिए थे कि, 'किल कोरोना अभियान' के लिए आवश्यक तैयारियां प्रारंभ की जाएं. मुख्यमंत्री ने कहा है कि, 'कोरोना वायरस को समाप्त करके ही चैन की सांस लूंगा, इसे अमली जामा पहनाने के लिए राज्य सरकार के स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य मिशन के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अल्प अवधि में ही यह तैयारी की गई है'.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 'किल कोरोना' अभियान में डोर-टू-डोर सर्वे के लिए पूरे प्रदेश में 11 हजार 458 सर्वे टीम लगाई गई हैं, प्रत्येक टीम को नॉन कान्टेक्ट थर्मामीटर, पल्स ऑक्सीमीटर और जरूरी प्रोटेक्टिव गियर उपलब्ध कराया गया है.
'किल कोरोना' अभियान में सर्वे द्वारा संदिग्ध मरीजों के साथ-साथ मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि के मरीजों को भी चिन्हांकित कर इनकी प्रविष्टि 'सार्थक एप' में की जायेगी, कोविड-19 के संदिग्धों की, जिनकी प्रविष्टि 'सार्थक एप' पर की जाती है, इनके सम्बन्धित क्षेत्रों में मेप्ड एमएमयू द्वारा सैंपलिंग की जायेगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा पहले ही इस विषय में लोगों से अपील की जा चुकी है कि, वही केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा तय किए गए नियमों का पालन करें और सर्दी खांसी या बुखार आने पर तत्काल अपने पास के चिकित्सालय में डॉक्टर का परामर्श लें. हालांकि अब प्रदेश का रिकवरी रेट 76 प्रतिशत तक पहुंच गया है, जो एक अच्छा संकेत है. कुछ समय में मरीजों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हुआ है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ज्यादातर मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ हो रहे हैं. सभी प्रदेश के चिकित्सालयों में उपचार के लिए, बेहतर व्यवस्थाएं की गई हैं. डॉक्टरों की टीम सतत निगरानी कर रही है. सरकार को पूरी उम्मीद है कि, इस महाअभियान के तहत प्रदेश की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में आ जाएगी.