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'शब्दों का आडंबर फैलाकर सीएम कर रहे पाखंड:पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा

पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. जहां उन्होंने कहा कि शब्दों का आडंबर फैलाकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पाखंड फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. इस पाखंड से चुनाव नहीं जीता जाता है.

Former minister Sajjan Singh Verma
पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा
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Published : Oct 21, 2020, 9:26 AM IST

Updated : Oct 21, 2020, 12:39 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में उपचुनाव से पहले नेताओं की बदजुबानी का सिलसिला लगातार जारी है. बीजेपी प्रत्याशी मंत्री इमरती देवी को लेकर कमलनाथ की अभद्र टिप्पणी पर जमकर सियासत हो रही है. बीजेपी, कमलनाथ से मांफी की मांग की जा रही है. वहीं राहुल गांधी ने भी इस तरह की बयानबाजी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. वहीं मंत्री बिसाहूलाल साहू ने तो अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी की पत्नी को लेकर काफी आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया. इन तमाम मुद्दों पर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

सज्जन सिंह वर्मा ने की खास बातचीत

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर साध निशाना

ईटीवी भारत से खास बातचीत में सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि मैं राहुल गांधी का बड़प्पन मानता हूं, कि उन्होंने राहुल गांधी ने कमलनाथ के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है, मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस मामले में कहा है कि अगर मेरे बयान से किसी को दुख पहुंचा हो, तो मैं खेद व्यक्त करता हूं. हालांकि आइटम कोई असंसदीय शब्द नहीं है, लेकिन मैं खेद व्यक्त करता हूं.सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि मैं भी सांसद रहा हूं, कमलनाथ भी 9 बार सांसद रहे हैं. मैं जब सांसद था, तब सुमित्रा महाजन स्पीकर थी. वह इंदौर की हैं, तो मेरे प्रति स्नेह रखती थी. लेकिन जब कोई संसद में विषय आता, और मैं हाथ उठाकर बोलने की इजाजत मांगता था, तो स्पीकर सुमित्रा महाजन कह देती थी कि आइटम नंबर 3 खत्म हो गया है. आइटम नंबर चार चालू हो गया है. तो मेरा कहना है कि शब्दों का आडंबर फैलाकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पाखंड फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. इन पाखंड से चुनाव नहीं जीता जाता है. उन्होंने निशाना साधते कहा कि बिसाहूलाल सिंह अनूपपुर से बीजेपी प्रत्याशी हैं. उन्होंने कितने गंदे शब्दों का इस्तेमाल कांग्रेस प्रत्याशी की पत्नी के लिए किए हैं. अब क्या शिवराज सिंह की संवेदनाएं मर गई हैं, सज्जन सिंह का कहना है कि कमलनाथ के बायन पर शिवराज सिंह ने इतना हंगामा कर दिया, जैसे सारे जहां का दर्द उनके ही सीने में सिमट गया हो, अब उनके मुंह से एक भी शब्द नहीं निकल रहा है. उनकी प्रत्याशी अलग हो गई और जो एक आदिवासी महिला को कहा वह कुछ नहीं. उन्होंने का कहा कि शिवराज अब पीएम मोदी से कहे हैं, कि वह भी आदेश करें और उनके प्रत्याशी भी माफी मांगे.

बीजेपी मुद्दे को जिंदा रखना चाहती है : पूर्व मंत्री

वहीं इस मामले में बीजेपी के माफी पर अड़े रहने के सवाल पर उन्होंने कहां की बीजेपी इस मुद्दे को जिंदा रखना चाहती है. किसी एक शब्द को पकड़ लिया. यह क्या समझते हैं, कि एक शब्द से चुनाव जीत जाएंगे. ऐसा नहीं है मध्य प्रदेश की जनता बहुत समझदार है. कमलनाथ को जानती है, कि वह इस तरह के स्वभाव के व्यक्ति नहीं है. जिस चेहरे को 2018 के विधानसभा चुनाव में जनता ने नकार दिया था. अब वापसी की उम्मीद नहीं है. छल कपट से सरकार बना ली,लेकिन जनता जब चुनेगी तो कांग्रेस को ही चुनेगी.

बीजेपी के झंडे के दो रंग: सज्जन सिंह

वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी की पत्नी और सुरखी प्रत्याशी पारुल साहू को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा आपत्तिजनक शब्द कहे जाने पर उन्होंने कहा कि हम तो मध्य प्रदेश की जनता को दिखाना चाहते हैं, कि बीजेपी के झंडे के दो रंग हैं. इनके चरित्र के दो रंग हैं, इनका मन पवित्र नहीं है. कल तक इनके मन में सारी संवेदनाएं बड़ी हिलोरे ले रही थी. जब कांग्रेस प्रत्याशी की पत्नी और प्रत्याशी के लिए बेहद आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया गया, लेकिन बीजेपी चुप है. जनता आकलन करें कि आइटम एक शब्द है, जनता आंकलन करेगी, वहीं आपत्तिजनक बयान को लेकर बीजेपी की तरह विरोध करने पर उन्होंने कहा कि हम सड़क पर बिल्कुल नहीं आएंगे क्या जरूरत है. मीडिया के माध्यम से जनता सब देख रही है. वहीं उन्होंने तंज कसते हुए कहा, कि मैं तो यह भी देख रहा हूं, कि दिल्ली में एक महिला आयोग है. उसका पत्र अभी तक बिसाहूलाल सिंह के पास आया की नहीं. वहीं बिसाहूलाल सिंह के बयान पर गृह और संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा द्वारा माफी मांगने पर सज्जन सिंह ने कहा कि क्या बिसाहूलाल सिंह गूंगे हो गए हैं, या नरोत्तम मिश्रा की 5-6 जुबान आ गई हैं. उनका कहना है कि यह विधानसभा का सत्र नहीं है, जहां संसदीय कार्य मंत्री को विधायक और सांसद के बदले बात रखने का मौका मिल जाता है. बिसाहूलाल सिंह से कहे कि माफी मांगे.

भोपाल। मध्यप्रदेश में उपचुनाव से पहले नेताओं की बदजुबानी का सिलसिला लगातार जारी है. बीजेपी प्रत्याशी मंत्री इमरती देवी को लेकर कमलनाथ की अभद्र टिप्पणी पर जमकर सियासत हो रही है. बीजेपी, कमलनाथ से मांफी की मांग की जा रही है. वहीं राहुल गांधी ने भी इस तरह की बयानबाजी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. वहीं मंत्री बिसाहूलाल साहू ने तो अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी की पत्नी को लेकर काफी आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया. इन तमाम मुद्दों पर पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

सज्जन सिंह वर्मा ने की खास बातचीत

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर साध निशाना

ईटीवी भारत से खास बातचीत में सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि मैं राहुल गांधी का बड़प्पन मानता हूं, कि उन्होंने राहुल गांधी ने कमलनाथ के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है, मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस मामले में कहा है कि अगर मेरे बयान से किसी को दुख पहुंचा हो, तो मैं खेद व्यक्त करता हूं. हालांकि आइटम कोई असंसदीय शब्द नहीं है, लेकिन मैं खेद व्यक्त करता हूं.सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि मैं भी सांसद रहा हूं, कमलनाथ भी 9 बार सांसद रहे हैं. मैं जब सांसद था, तब सुमित्रा महाजन स्पीकर थी. वह इंदौर की हैं, तो मेरे प्रति स्नेह रखती थी. लेकिन जब कोई संसद में विषय आता, और मैं हाथ उठाकर बोलने की इजाजत मांगता था, तो स्पीकर सुमित्रा महाजन कह देती थी कि आइटम नंबर 3 खत्म हो गया है. आइटम नंबर चार चालू हो गया है. तो मेरा कहना है कि शब्दों का आडंबर फैलाकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पाखंड फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. इन पाखंड से चुनाव नहीं जीता जाता है. उन्होंने निशाना साधते कहा कि बिसाहूलाल सिंह अनूपपुर से बीजेपी प्रत्याशी हैं. उन्होंने कितने गंदे शब्दों का इस्तेमाल कांग्रेस प्रत्याशी की पत्नी के लिए किए हैं. अब क्या शिवराज सिंह की संवेदनाएं मर गई हैं, सज्जन सिंह का कहना है कि कमलनाथ के बायन पर शिवराज सिंह ने इतना हंगामा कर दिया, जैसे सारे जहां का दर्द उनके ही सीने में सिमट गया हो, अब उनके मुंह से एक भी शब्द नहीं निकल रहा है. उनकी प्रत्याशी अलग हो गई और जो एक आदिवासी महिला को कहा वह कुछ नहीं. उन्होंने का कहा कि शिवराज अब पीएम मोदी से कहे हैं, कि वह भी आदेश करें और उनके प्रत्याशी भी माफी मांगे.

बीजेपी मुद्दे को जिंदा रखना चाहती है : पूर्व मंत्री

वहीं इस मामले में बीजेपी के माफी पर अड़े रहने के सवाल पर उन्होंने कहां की बीजेपी इस मुद्दे को जिंदा रखना चाहती है. किसी एक शब्द को पकड़ लिया. यह क्या समझते हैं, कि एक शब्द से चुनाव जीत जाएंगे. ऐसा नहीं है मध्य प्रदेश की जनता बहुत समझदार है. कमलनाथ को जानती है, कि वह इस तरह के स्वभाव के व्यक्ति नहीं है. जिस चेहरे को 2018 के विधानसभा चुनाव में जनता ने नकार दिया था. अब वापसी की उम्मीद नहीं है. छल कपट से सरकार बना ली,लेकिन जनता जब चुनेगी तो कांग्रेस को ही चुनेगी.

बीजेपी के झंडे के दो रंग: सज्जन सिंह

वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी की पत्नी और सुरखी प्रत्याशी पारुल साहू को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर द्वारा आपत्तिजनक शब्द कहे जाने पर उन्होंने कहा कि हम तो मध्य प्रदेश की जनता को दिखाना चाहते हैं, कि बीजेपी के झंडे के दो रंग हैं. इनके चरित्र के दो रंग हैं, इनका मन पवित्र नहीं है. कल तक इनके मन में सारी संवेदनाएं बड़ी हिलोरे ले रही थी. जब कांग्रेस प्रत्याशी की पत्नी और प्रत्याशी के लिए बेहद आपत्तिजनक शब्द का इस्तेमाल किया गया, लेकिन बीजेपी चुप है. जनता आकलन करें कि आइटम एक शब्द है, जनता आंकलन करेगी, वहीं आपत्तिजनक बयान को लेकर बीजेपी की तरह विरोध करने पर उन्होंने कहा कि हम सड़क पर बिल्कुल नहीं आएंगे क्या जरूरत है. मीडिया के माध्यम से जनता सब देख रही है. वहीं उन्होंने तंज कसते हुए कहा, कि मैं तो यह भी देख रहा हूं, कि दिल्ली में एक महिला आयोग है. उसका पत्र अभी तक बिसाहूलाल सिंह के पास आया की नहीं. वहीं बिसाहूलाल सिंह के बयान पर गृह और संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा द्वारा माफी मांगने पर सज्जन सिंह ने कहा कि क्या बिसाहूलाल सिंह गूंगे हो गए हैं, या नरोत्तम मिश्रा की 5-6 जुबान आ गई हैं. उनका कहना है कि यह विधानसभा का सत्र नहीं है, जहां संसदीय कार्य मंत्री को विधायक और सांसद के बदले बात रखने का मौका मिल जाता है. बिसाहूलाल सिंह से कहे कि माफी मांगे.

Last Updated : Oct 21, 2020, 12:39 PM IST
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