भोपाल। उपचुनाव की तारीखों के एलान से ठीक पहले बीजेपी के नेता पार्टी में अनदेखी और नाराजगी को लेकर एक के बाद एक कांग्रेस की ओर रुख कर रहे है. कुछ दिन पहले पारूल साहू और सतीश सिकरवार ने बीजेपी का दामन छोड़ते हुए कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. इसी कड़ी में अब बीजेपी के पूर्व विधायक घनश्याम पिरोनिया पार्टी की कार्यप्रणाली को लेकर बगावती तेवर दिखा रहे हैं.
परिवार में बनी रहती है छोटी मोटी नाराजगी
जब घनश्याम पिरोनिया से पूछा गया कि उन्हें बीजेपी से क्या नाराजगी है तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है पार्टी एक परिवार है और परिवार में छोटी मोटी नाराजगी बनी रहती है. बीजेपी में कांग्रेस से आये लोगों को टिकट देने की बात पर बीजेपी के पूर्व विधायक ने कहा कि आलाकमान का निर्णय हमेशा सभी के हितों को ध्यान में रखकर लिया जाता है और पार्टी के पुराने कार्यकर्ता की चिंता पार्टी को करनी चाहिए. ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में आने के बाद उन्हीं का ग्वालियर चंबल में बोलबाला है इसे लेकर घनश्याम पिरोनिया ने कहा कि ऐसा नहीं है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र सिंह तोमर और वीडी शर्मा सभी की सुध लेते हैं. जब परिवार बड़ा होता है तो पुराने लोगों को थोड़ा सब्र करना पड़ता है.
पुराने कार्यकर्ता की पार्टी को करनी चाहिए चिंता
भांडेर से पूर्व विधायक घनश्याम पिरोनिया बगावती तेवर दिखा रहे हैं. पूर्व विधायक घनश्याम पिरोनिया का कहना है कि पार्टी को अपने वरिष्ठ नेताओं का ध्यान रखना चाहिए. कांग्रेस पार्टी के नेताओं से संपर्क को लेकर पूर्व विधायक का कहना है कि कांग्रेस नेता संपर्क करते हैं लेकिन यह समय की बात है कि उस पर फिसलता कौन है. पार्टी में अपनी आवाज उठाएंगे और वरिष्ठ नेताओं का धर्म है कि उस पर वो सुनवाई करें. उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि पार्टी के नेता उनकी सुनवाई करेंगे. गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने घनश्याम पिरोनिया का टिकट काटकर रजनी प्रजापति को टिकट दिया गया था. रजनी प्रजापति कांग्रेस प्रत्याशी रक्षा संतराम से हार गई थी अब बीजेपी रक्षा संतराम को टिकट देने की तैयारी कर रही है क्योंकि वह सिंधिया के साथ बीजेपी में शामिल हुए हैं.