भोपाल| पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में चल रहे कोरोना वायरस के संकट के समय में कांग्रेस विधायकों और जनप्रतिनिधियों से लोगों की मदद करने की अपील की है. उन्होंने शनिवार की शाम प्रदेश की जनता के नाम पत्र लिखा है साथ ही उन्होंने सभी लोगों से संयम बरतते हुए लॉकडाउन के नियमों का पालन करने की भी अपील की है ताकि सभी लोग सुरक्षित रहें.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जनता के नाम पत्र में लिखा है कि यह सभी लोग जानते हैं कि विश्व घातक कोरोना वायरस की महामारी का सामना इस समय सभी जगह किया जा रहा है. भारत भी अब इस महामारी से लग जूझ रहा है क्योंकि यह बीमारी एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में फैलती है और निर्जीव चीजों पर भी कुछ समय के लिए यह वायरस जिंदा रहता है. इसके संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन घोषित किया गया है, यही कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने का सबसे कारगर तरीका है. हम सब एक दूसरे से सामाजिक रूप से कुछ दिनों के लिए दूरी बनाए रखें. बहुत जरूरी होने पर घर का सिर्फ एक सदस्य ही दैनिक उपयोग की वस्तुएं या दवाई लेने के लिए बाहर निकले.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसी पत्र के माध्यम से आगे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से कहा है कि मैं खासकर कांग्रेस पार्टी के चुने हुए विधायकों, स्थानीय निकायों के जनप्रतिनिधियों तथा कांग्रेस के सभी जिम्मेदार पदाधिकारियों से आग्रह करता हूं कि ऐसी प्रतिकूल परिस्थितियों में जब समूची मानव जाति अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है, तब आप लोगों का दायित्व समाज के प्रति और भी बढ़ जाता है. आपसे अनुरोध है कि स्थानीय प्रशासन से सामंजस्य कर आप सब अपने सामाजिक दायित्व के निर्वहन में लग जाइए. चाहे घर से बाहर न निकलने की जन जागृति हो या आवश्यक वस्तुओं की घर पहुंच सेवा, प्रशासन के सुझाव लेकर आप जुटें. आप अपना टेलीफोन नंबर भी सोशल मीडिया पर उपलब्ध करा सकते हैं, ताकि कोई जरूरतमंद आपको संपर्क कर सहायता ले सके.
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कोरोना के उपचार के लिए हमारे डॉक्टर, हेल्थ वर्कर्स अपनी जान जोखिम में डालकर लड़ रहे हैं. लेकिन एक चुनौती और भी है कि 21 दिनों तक अगर हम लॉत डाउन की स्थिति में रहते हैं तो अंतिम पंक्ति में खड़े लोग, रोज कमा कर अपनी आजीविका चलाने वाले स्ट्रीट वेंडर्स, छोटे दुकानदार मजदूर इत्यादि लोगों की जिंदगी पर बेहद प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.
कार्यवाहक मुख्यमंत्री रहते हमने यह सुनिश्चित किया था कि ऐसे सभी लोगों को तीन महीने का राशन एकमुश्त और एक महीने का राशन मुफ्त उपलब्ध हो. स्थानीय प्रशासन मिलकर उन जरूरतमंदों को घर पर राशन की आपूर्ति कर सकते हैं, जो लोग सक्षम है वह जरूरतमंदों की हर संभव सहायता भी करें. साथ ही आपदा राहत कोष में अपना योगदान भी दें. हम सब भारतवासी दृढ़ प्रतिज्ञ, सजग और एकजुट होकर संकल्प लें कि इस वायरस को अगले 21 दिनों में हम देश से बाहर कर देंगे और समूचे विश्व के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत करेंगे. मुझे विश्वास है कि हर कांग्रेस जन इस कसौटी पर खरा उतरेगा.