भोपाल। मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने अपने ट्वीटर अकाउंट से सभी लोगों को शुभकामनाएं दी और इसी के साथ कुछ घोषणाएं भी की. प्रदेश में 3 नवंबर को होने वाला उपचुनाव ही प्रदेश और प्रभावी पार्टियों का भविष्य तय करेगा, या ये कहा जा सकता है कि इस चुनाव परिणाम के बाद जनता की इच्छा का पता चल सकेगा. ऐसे में दोनों बड़ी पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस चुनाव को जीतने के लिए जमीन और आसमान एक कर रहे हैं और लगातार लोगों से जनसंपर्क कर उन्हें उनकी पार्टी के लिए वोट देने की अपील कर रहे हैं.
इसी सिलसिले में प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्विटर पर ट्वीट पर कुछ घोषणाएं की है, जो अगर उनकी सरकार बनती है तो पूरी की जाएगी. उन्होंने अलग-अलग ट्वीट किए हैं और ये ट्वीट करते हुए कहा की 'कांग्रेस सरकार बनने पर हम आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं और आशा कार्यकर्ताओं को स्थायी कर्मचारी घोषित करते हुए इनके मानदेय में बढ़ोतरी करेंगे.इसके लिये हम वचनबद्ध हैं.
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मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर मैं मध्यप्रदेश के तमाम लोगों को शुभकामनाएँ देता हूँ।
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मध्यप्रदेश की जनता के समर्थन के साथ हम मध्यप्रदेश के भविष्य का नया नक़्शा बनाने और किसानों एवं नौजवानों के साथ-साथ सभी का भविष्य सुरक्षित करने के लिये संकल्पित हैं।
—कमलनाथ pic.twitter.com/CIyaS63zvM
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—कमलनाथ pic.twitter.com/CIyaS63zvMमध्यप्रदेश के स्थापना दिवस पर मैं मध्यप्रदेश के तमाम लोगों को शुभकामनाएँ देता हूँ।
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मध्यप्रदेश की जनता के समर्थन के साथ हम मध्यप्रदेश के भविष्य का नया नक़्शा बनाने और किसानों एवं नौजवानों के साथ-साथ सभी का भविष्य सुरक्षित करने के लिये संकल्पित हैं।
—कमलनाथ pic.twitter.com/CIyaS63zvM
-कांग्रेस सरकार बनने पर संविदा कर्मचारियों और रोजगार सहायकों को नियमित करते हुए, इनका मानदेय एवं सुविधाएं नियमित कर्मचारियों की तरह ही करेंगे.
-भाजपा सरकार के कार्यकाल में नौकरी से बाहर किए गए संविदा कर्मचारियों को कांग्रेस सरकार के दौरान प्रारंभ की गई निष्कासित वापसी प्रक्रिया को जल्द पूरा करते हुए निष्कासित संविदा कर्मचारियों को पुनः नौकरी में बहाल किया जाएगा.
वहीं उन्होंने शिवराज सरकार द्वारा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र 62 वर्ष से घटाकर फिर 60 वर्ष करने पर भी सवाल खड़े किए हैं. उनका कहना है कि 'शिवराज सरकार द्वारा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की रिटायरमेंट उम्र 62 वर्ष से घटाकर पुनः 60 वर्ष करने का फ़ैसला चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के साथ धोखा है, इस निर्णय से उनके सामने संकट खड़ा होने वाला है, एक तरफ़ सरकार एरियर्स देने की स्थिति में नहीं है तो वो ग्रेच्युटी व पेंशन कैसे देगी ?. चुनाव के पूर्व इस निर्णय से सरकार की नियत का खोट उजागर हुआ है, यह निर्णय उनके साथ अन्याय व भेदभाव पूर्ण है. भाजपा सरकार इस निर्णय पर पुनर्विचार करें'
-कमलनाथ ने इस संबंध में आखिरी ट्वीट करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार बनने पर कर्मचारी विरोधी निर्णयों को निरस्त करेंगे.
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बता दें, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर उपचुनाव के दौरान मंत्री इमरती देवी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर उपचुनाव के प्रचार रुकने के ठीक 2 दिन पहले चुनाव आयोग ने उन्हें स्टार प्रचारक के दर्जे से हटा दिया गया था.