भोपाल। लॉकडाउन का चौथा चरण समाप्त हो रहा है. लॉकडाउन में सरकार ने धीरे-धीरे व्यवसायिक गतिविधियां शुरू कर दी हैं. मध्यप्रदेश में शराब दुकानें खोलने के आदेश के बाद शनिवार से सुबह 7 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक सभी तरह की दुकानें खोलने के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं. इसी बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और कर्नाटक सरकार ने धार्मिक स्थलों को खोलने का निर्णय लिया है. इस फैसले के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्य प्रदेश में 1 जून से सभी धार्मिक स्थल खोलने की मांग की है.
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मध्यप्रदेश सरकार भी कर्नाटक और प.बंगाल की तरह 1 जून से प्रदेश में सभी धर्मों के धार्मिक स्थल खोलने का निर्णय ले।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 30, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
आवश्यक मापदंडो का पालन सुनिश्चित करवाकर यह निर्णय लेकर इसे अमल में लाया जावे।
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— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 30, 2020
आवश्यक मापदंडो का पालन सुनिश्चित करवाकर यह निर्णय लेकर इसे अमल में लाया जावे।
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आवश्यक मापदंडो का पालन सुनिश्चित करवाकर यह निर्णय लेकर इसे अमल में लाया जावे।
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कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि आम जनता और शराब व्यवसायियों की इच्छा के विपरीत जब शराब दुकानें खोली गईं, तो आस्था के केंद्र धार्मिक स्थल क्यों नहीं खोले जा रहे हैं. उन्होंने कहा है कि शिवराज सरकार को तत्काल फैसला लेते हुए 1 जून से प्रदेश में धार्मिक स्थल खोले जाने का निर्णय लेना चाहिए. उन्होंने कोरोना बचाव के आवश्यक मापदंड अपनाते हुए धार्मिक स्थल खोले जाने की मांग की है.
कमलनाथ ने कहा कि जब शराब दुकानें खोली गई हैं, तो आस्था केंद्र धार्मिक स्थल क्यों बंद हैं? जिस तरह से पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और कर्नाटक सरकार ने धार्मिक स्थलों को खोलने का निर्णय लिया है. ठीक वैसे ही मध्यप्रदेश सरकार को भी धार्मिक स्थलों को खोलने का आदेश जारी करना चाहिए.