भोपाल: मध्यप्रदेश की पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर पर डकैती के आरोप लगने के बाद प्रदेश के वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं. मंत्री विजय शाह ने कहा कि पूरे मामले की जांच पीसीसीएफ स्तर के अधिकारी से कराई जाएगी. जिसके लिए बुधवार को जांच दल महू के लिए रवाना होगा.
मंत्री उषा ठाकुर पर लगे डकैती के आरोप
वनमंत्री उषा ठाकुर पर डकैती के आरोप लगे हैं. दरअसल महू के बड़गौदा वन क्षेत्र में बिना अनुमति अवैध उत्खनन किया जा रहा था. और मुरम खोदकर सड़क बनाने में इस्तेमाल किया जा रहा है. जिसके बाद वन विभाग के अमले ने मौके पर पहुंच कर जेसीबी और ट्रैक्टर ट्रॉली जब्त की. वन विभाग की कार्रवाई के बाद पर्यटन मंत्री करीब 15 से 20 लोगों के साथ पहुंची और जेसीबी समेत जब्त ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर चली गई.
वनमंत्री ने कही जांच की बात
पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर पर लगे आरोपों के बाद मध्य प्रदेश शासन के वन मंत्री विजय शाह ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि इस पूरे मामले में एक मंत्री का नाम सामने आ रहा है, लिहाजा इसे गंभीरता से लेते हुए पीसीसीएफ स्तर के अधिकारी से इसकी जांच कराई जाएगी. बताया जा रहा है कि बुधवार को जांच दल महू के लिए रवाना होगा और उसके बाद पूरे मामले की जांच होगी.
ये भी पढ़े: डिप्टी रेंजर ने मंत्री उषा ठाकुर पर लगाए डकैती के आरोप
डिप्टी रेंजर ने लगाया था आरोप
डिप्टी रेंजर आर एस दुबे ने आरोप लगाया है कि मंत्री उषा ठाकुर और उनके 15 से 20 समर्थकों ने वन विभाग द्वारा जब्त किए गए जेसीबी और ट्रैक्टर-ट्रॉली परिसर से उठाकर ले गए. अधिकारी का कहना है कि जो वाहन हमने जब्त किया था उसका उपयोग अवैध निर्माण में किया जा रहा था. जिसे 11 जनवरी की शाम उषा ठाकुर अपने कई समर्थकों के साथ वन विभाग परिसर में पहुंची और वहां से सभी वाहन ले गए.
मंत्री सहित 15 के खिलाफ शिकायत
जिसके बाद वन परीक्षेत्र सहायक सुरेश दुबे ने पर्यटन मंत्री उषा ठाकुर समेत 15 लोगों के खिलाफ डकैती करने और शासकीय कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए बडगोंदा थाना पुलिस को एक शिकायती आवेदन दिया था.
एक बार फिर मंत्री उषा ठाकुर का विवादित बयान, कहा- 'बीजेपी का साथ छोड़ने वाले राष्ट्रवादी नहीं'
विवादों से रहा है उषा ठाकुर का नाता
उपचुनाव के दौरान भी उषा ठाकुर ने विवादित बयान दिया था, उन्होंने कहा था कि उपचुनाव देशभक्त और देशद्रोहियों के बीच का निर्वाचन है और जो भी बीजेपी से कांग्रेस के साथ गए हैं वह राष्ट्रवादी नहीं हैं.मंत्री ने कहा था कि यह एक वैचारिक युद्ध है. यह देश भक्त और देशद्रोहियों के बीच का निर्वाचन है, जिसे राष्ट्रवाद से प्रेम था वह बीजेपी के साथ है और जिसे राष्ट्रवाद से प्रेम नहीं है वह कांग्रेस के साथ है.