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बनवारी लाल शर्मा के निधन से फिर बिगड़ा विधानसभा का गणित, सिंधिया के गढ़ में दांव पर कांग्रेस की साख

विधायक बनवारी लाल शर्मा के निधन के बाद मुरैना जिले की जौरा विधानसभा सीट खाली हो गई है. ऐसे में कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का गढ़ माने जाने वाले ग्वालियर चंबल संभाग में पहला उपचुनाव होने जा रहा है.

First by-election will be held in Scindia's stronghold
सिंधिया के गढ़ में होगा पहला उपचुनाव
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Published : Dec 22, 2019, 10:29 AM IST

Updated : Dec 22, 2019, 12:27 PM IST

भोपाल| मुरैना जिले की जौरा विधानसभा सीट के विधायक बनवारी लाल शर्मा का गंभीर बीमारी के चलते निधन हो गया. बनवारी लाल के निधन से विधानसभा में कांग्रेस की सदस्य संख्या कम होकर 114 पर आ गई है. ऐसे में एक बार फिर कांग्रेस को बीएसपी ,एसपी और निर्दलीय विधायकों के सहारे की जरूरत होगी.

सिंधिया के गढ़ में होगा पहला उपचुनाव

बता दें कि मुरैना जिले में 6 विधानसभा सीटें हैं और इन सभी सीटों पर कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव 2018 में जीत हासिल की थी. जौरा विधानसभा सीट से विधायक बनवारी लाल शर्मा के निधन के बाद जिले में कांग्रेस को उपचुनाव का सामना करना पड़ेगा. ग्वालियर चंबल संभाग में 34 विधानसभा सीटें हैं. जिनमें से कांग्रेस के पास करीब 26 सीटें थी. लेकिन विधायक के निधन के बाद ये सीट 25 हो गई हैं. वहीं यहां बीजेपी के पास 7 और बहुजन समाज पार्टी के पास एक सीट है.

बनवारी लाल के बेटे को मिल सकता है टिकट
विधायक बनवारी लाल शर्मा के निधन के बाद रिक्त जौरा विधानसभा सीट पर जब भी उपचुनाव होगा. वहां कांग्रेस सहानुभूति वोट हासिल करने के लिए उनके ही परिवार के किसी व्यक्ति को टिकट दे सकती है. माना जा रहा है कि कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा के बेटे प्रदीप शर्मा को ही चुनाव मैदान में उतारा जाएगा.

सिंधिया के गढ़ में होगा पहला उपचुनाव

कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का गढ़ माने जाने वाले ग्वालियर चंबल संभाग में 15वीं विधानसभा का ये पहला उपचुनाव होगा. इससे पहले अभी तक 2 सदस्य दीपक सक्सेना और जीएस डामोर के इस्तीफे की वजह से सीटें रिक्त होने पर उपचुनाव हुए हैं और ये दोनों ही सीटें कांग्रेस की झोली में गई हैं. करीब डेढ़ महीने पहले झाबुआ उपचुनाव में कांतिलाल भूरिया की जीत से कांग्रेस को ताकत मिली थी. इसके साथ ही कांग्रेस के 115 विधानसभा सदस्य भी हो गए थे. निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल के मंत्रिमंडल में शामिल होने पर कांग्रेस के 116 सदस्य संख्या के साथ बहुमत में थी.

बीजेपी झोंकेगी पूरी ताकत

इस उपचुनाव में कांग्रेस को जीत हासिल कराने के लिए एक बार फिर से कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोर्चा संभालना होगा. क्योंकि बीजेपी इस उपचुनाव में पूरी ताकत लगाने की कोशिश करेगी. ताकि उसकी विधानसभा संख्या बल बढ़ सके और सत्तापक्ष को बैकफुट पर लाया जा सके. वहीं मीडिया से बातचीत करते हुए जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने विधायक बनवारी लाल शर्मा के निधन पर गहरा दुख जताया है. लेकिन उपचुनाव को लेकर फिलहाल उन्होंने कोई चर्चा नहीं की.

भोपाल| मुरैना जिले की जौरा विधानसभा सीट के विधायक बनवारी लाल शर्मा का गंभीर बीमारी के चलते निधन हो गया. बनवारी लाल के निधन से विधानसभा में कांग्रेस की सदस्य संख्या कम होकर 114 पर आ गई है. ऐसे में एक बार फिर कांग्रेस को बीएसपी ,एसपी और निर्दलीय विधायकों के सहारे की जरूरत होगी.

सिंधिया के गढ़ में होगा पहला उपचुनाव

बता दें कि मुरैना जिले में 6 विधानसभा सीटें हैं और इन सभी सीटों पर कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव 2018 में जीत हासिल की थी. जौरा विधानसभा सीट से विधायक बनवारी लाल शर्मा के निधन के बाद जिले में कांग्रेस को उपचुनाव का सामना करना पड़ेगा. ग्वालियर चंबल संभाग में 34 विधानसभा सीटें हैं. जिनमें से कांग्रेस के पास करीब 26 सीटें थी. लेकिन विधायक के निधन के बाद ये सीट 25 हो गई हैं. वहीं यहां बीजेपी के पास 7 और बहुजन समाज पार्टी के पास एक सीट है.

बनवारी लाल के बेटे को मिल सकता है टिकट
विधायक बनवारी लाल शर्मा के निधन के बाद रिक्त जौरा विधानसभा सीट पर जब भी उपचुनाव होगा. वहां कांग्रेस सहानुभूति वोट हासिल करने के लिए उनके ही परिवार के किसी व्यक्ति को टिकट दे सकती है. माना जा रहा है कि कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा के बेटे प्रदीप शर्मा को ही चुनाव मैदान में उतारा जाएगा.

सिंधिया के गढ़ में होगा पहला उपचुनाव

कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का गढ़ माने जाने वाले ग्वालियर चंबल संभाग में 15वीं विधानसभा का ये पहला उपचुनाव होगा. इससे पहले अभी तक 2 सदस्य दीपक सक्सेना और जीएस डामोर के इस्तीफे की वजह से सीटें रिक्त होने पर उपचुनाव हुए हैं और ये दोनों ही सीटें कांग्रेस की झोली में गई हैं. करीब डेढ़ महीने पहले झाबुआ उपचुनाव में कांतिलाल भूरिया की जीत से कांग्रेस को ताकत मिली थी. इसके साथ ही कांग्रेस के 115 विधानसभा सदस्य भी हो गए थे. निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल के मंत्रिमंडल में शामिल होने पर कांग्रेस के 116 सदस्य संख्या के साथ बहुमत में थी.

बीजेपी झोंकेगी पूरी ताकत

इस उपचुनाव में कांग्रेस को जीत हासिल कराने के लिए एक बार फिर से कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोर्चा संभालना होगा. क्योंकि बीजेपी इस उपचुनाव में पूरी ताकत लगाने की कोशिश करेगी. ताकि उसकी विधानसभा संख्या बल बढ़ सके और सत्तापक्ष को बैकफुट पर लाया जा सके. वहीं मीडिया से बातचीत करते हुए जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने विधायक बनवारी लाल शर्मा के निधन पर गहरा दुख जताया है. लेकिन उपचुनाव को लेकर फिलहाल उन्होंने कोई चर्चा नहीं की.

Intro:बनवारी लाल के निधन के बाद सिंधिया के गढ़ में होगा कांग्रेस का पहला उपचुनाव , कांग्रेस को फिर निर्दलीय, बीएसपी ,एसपी की जरूरत


भोपाल | प्रदेश में15 वर्षों के बाद सत्ता में आई कांग्रेस की चुनौतियां समाप्त होने का नाम ही नहीं ले रही है कांग्रेस के लिए बहुमत का आंकड़ा पिछले 1 वर्ष से लगातार चुनौती बना हुआ है बमुश्किल बहुमत के आंकड़े पर पहुंचे कांग्रेस एक बार फिर से बहुमत के आंकड़े से पीछे खिसक गई है कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा के अचानक हुए निधन के बाद एक बार फिर से कांग्रेस पूर्ण बहुमत के आंकड़े से एक स्वीट पीछे की तरफ आ गई है झाबुआ उपचुनाव में कांग्रेस की कांतिलाल भूरिया की जीत के बाद अपने दम पर खड़ी हुई कांग्रेस को अब जल्द ही एक बार फिर उपचुनाव का सामना करना पड़ेगा मुरैना जिले की जौरा विधानसभा सीट के विधायक बनवारी लाल शर्मा के निधन के कारण यहां उपचुनाव की स्थिति बनी है विधायक शर्मा के नहीं रहने से कांग्रेस की विधानसभा संख्या 114 पर आ गई है इससे एक बार फिर कांग्रेस को बीएसपी ,एसपी और निर्दलीय विधायकों के सहारे की जरूरत होगी.Body:कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा की पार्टी दे शनिवार सुबह भोपाल से मुरैना के लिए रवाना कर दी गई थी मुरैना जिला मुख्यालय पर पार्थिक दे शाम 5:00 बजे पहुंच गई थी इसके बाद शव को जौंरा के कांग्रेस कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है उनकी अंत्येष्टि आज सुबह 11:00 बजे उनके पैतृक गांव जापथाप में होगी .सीएम कमलनाथ और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित प्रदेश के कई बड़े नेता उनकी अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए आज पहुंचेंगे शर्मा के निधन के बाद सीएम कमलनाथ, विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ,विधानसभा उपाध्यक्ष हिना कावरे ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है तो वही सीएम कमलनाथ ने बनवारी लाल शर्मा के पुत्र प्रदीप शर्मा से बात कर दुख भी जताया हैConclusion:बता दें कि मुरैना जिले में 6 विधानसभा सीटें हैं और इन सभी सीटों पर कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव 2018 में जीत हासिल की थी जोरा विधानसभा सीट से विधायक बनवारी लाल शर्मा के निधन के बाद जिले में कांग्रेस को उपचुनाव का सामना करना पड़ेगा ग्वालियर चंबल संभाग में 34 विधानसभा सीट हैं जिनमें से 15 वी विधानसभा में कांग्रेस के पास करीब 26 सीटें थी शर्मा के निधन के बाद यह सीटर 25 हो गई है, बीजेपी के पास 7 और बहुजन समाज पार्टी के पास एक सीट है.


विधायक बनवारी लाल शर्मा के निधन के बाद रिक्त जौंरा विधानसभा सीट पर जब भी उपचुनाव होगा वहां कांग्रेस सहानुभूति वोट हासिल करने के लिए उनके ही परिवार के किसी व्यक्ति को टिकट दे सकती है . माना जा रहा है कि कांग्रेस विधायक बनवारी लाल शर्मा के पुत्र प्रदीप शर्मा को ही चुनाव मैदान में उतारा जाएगा .


पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का गढ़ माने जाने वाले ग्वालियर चंबल संभाग में 15वीं विधानसभा का यह पहला उपचुनाव होगा इससे पहले 15 वी विधानसभा में अभी तक 2 सदस्य दीपक सक्सेना व जी एस डामोर के इस्तीफे की वजह से सीटें रिक्त होने पर उपचुनाव हुए हैं और यह दोनों ही सीटें कांग्रेस की झोली में गई है करीब डेढ़ महीने पहले झाबुआ उपचुनाव में कांतिलाल भूरिया की जीत से कांग्रेस को ताकत मिली थी और उनकी 31 अक्टूबर को विधायक की शपथ लेने पर कांग्रेस के 115 विधानसभा सदस्य भी हो गए थे निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल के मंत्री होने से वे भी सरकार का हिस्सा है और इस तरह कांग्रेस के 116 सदस्य संख्या के साथ बहुमत में थी .

इस उपचुनाव में कांग्रेस को पुनः जीत हासिल कराने के लिए एक बार फिर से पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोर्चा संभालना होगा क्योंकि बीजेपी इस उपचुनाव में पूरी ताकत लगाने की कोशिश करेगी ताकि उसकी विधानसभा संख्या बल बढ़ सके और सत्तापक्ष को बैकफुट पर लाया जा सके .

हालांकि मीडिया से बातचीत करते हुए प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने विधायक बनवारी लाल शर्मा के निधन पर गहरा दुख जताया है लेकिन उपचुनाव को लेकर फिलहाल उन्होंने कोई चर्चा नहीं की है उन्होंने केवल इतना ही कहा है कि यह आने वाले समय की प्रक्रिया है इस पर बाद में बात की जाएगी .
Last Updated : Dec 22, 2019, 12:27 PM IST
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