भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा रोजाना जिलेवार समीक्षा बैठक की जा रही है. शुक्रवार सुबह साढ़े 6 बजे मुख्यमंत्री ने शाजापुर जिले की समीक्षा बैठक की. बैठक में मौजूद मंत्री इंदर सिंह परमार ने सीएम से शिकायत दर्ज कराई कि जिले में वाहन चोरी की लगातार घटनाएं हो रही हैं. इसमें दलाल तंत्र भी सक्रिय है, जो वाहन चोरी की घटना के बाद पैसे लेकर वाहन वापस दिला देता है. इसको लेकर सीएम ने कड़ी नाराजगी जताई. सीएम ने तत्काल मीटिंग में डीजीपी सुधीर सक्सेना को जुड़वाया. डीजीपी को निर्देश दिए कि वाहन चोरी की घटनाएं रोकने कार्ययोजना बनाई जाए और सख्त कार्रवाई की जाए.
सीएम ने एसपी से किए कड़े सवाल : मुख्यमंत्री ने एसपी से पूछा कि जिले में उनके कितने दौरे हुए हैं. सीएम ने एसडीओपी, टीआई, थाना स्टाफ की सक्रियता को लेकर भी सवाल किए. वाहन चोरी की घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री ने डीजीपी सुधीर सक्सेना से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कार्ययोजना बनाने और वाहन चोरी की घटनाओं को जड़ से खत्म करने कड़े एक्शन लेने के निर्देश दिए. मीटिंग के चंद घंटे बाद ही शाजापुर एसपी को हटा दिया गया. एसपी शाजापुर पंकज श्रीवास्तव को गुना एसपी बनाया गया. पीटीएस उज्जैन एसपी जगदीश डाबर को शाजापुर एसपी बनाया गया. इसके अलावा 21 एडीशनल एसपी और 4 डीएसपी के भी तबादले किए गए हैं.
बिजली विभाग की लापरवाही भी आई सामने : समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने ओवरलोड होने पर लगातार फॉल्ट होने का निराकरण न होने और लाइन मेंटेनेंस को लेकर लगातार आ रही शिकायतों पर बिजली विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर से सवाल पूछा कि ट्रांसफार्मर फेल होने पर नए ट्रांसफार्मर की उपलब्ध होने के बाद भी इसमें समय क्यों लगा. अधिकारी इसका उचित जवाब नहीं दे सके. अधिकारी के जवाब से नाराज मुख्यमंत्री ने बिजली विभाग के एमडी को बैठक में ऑनलाइन जोड़ा और मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली से जुड़ी समस्या दूर करना सुपरिटेंडेंट इंजीनियर की जवाबदारी है. अगर वे एक्शन नहीं ले पा रहे हैं तो मैं एक्शन लूंगा. . (Shajapur SP removed made Guna SP) (CM Shivraj angry on Shajapur SP) (Shajapur SP unable to prevent vehicle theft) (Cm told DGP you see matter)