भोपाल। कोरोना संक्रमण के चलते हुई कई तरह की मुश्किलों को दूर करने के लिए और प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार लगातार मंथन कर रही है. इसी के तहत सीएम शिवराज सिंह चौहान की पहल पर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए चार दिवसीय वेबिनार का आयोजन किया गया था . इस वेबिनार के दौरान कई वरिष्ठ प्रबुद्ध जनों और समाजसेवी, अर्थशास्त्री , एवं आर्थिक गतिविधियों के विशेषज्ञों से विभिन्न मुद्दों पर परामर्श किया गया और कई तरह के सुझाव भी लिए गए.
देर शाम इस चार दिवसीय वेबिनार के समापन अवसर पर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा भी शामिल हुए और उन्होंने अपने विचार व्यक्त किए. इस दौरान मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा ने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में कृषि आधारित उद्योगों का जाल बिछाकर रोजगार के असंख्य अवसर उपलब्ध कराने के प्रयास किए जायेंगे. मंत्री सखलेचा ने वेबिनार में आए अच्छे सुझावों का स्वागत करते हुए कहा कि सीएम ने कोविड की समीक्षा को चैलेंज के रूप में लेते हुए प्रधानमंत्री की सोच के अनुरूप सबसे पहले आत्मनिर्भर भारत के लिए चिंतन करते हुए इस वेबिनार का आयोजन किया है. इस तरह की पहल से ही आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर प्रदेश की कल्पना की जा सकती है.
मंत्री सखलेचा ने कहा कि आज प्रदेश में सरप्लस बिजली के साथ ही मजबूत अधोसंरचना भी है. पावर सरप्लस के साथ ही वास्तव में हमने कई ऐसे प्रयोग किए हैं जिससे इंडस्ट्री में दुनिया में अपनी पहचान बन सकी है. मध्यप्रदेश ग्रीन एनर्जी में आज की तारीख में एशिया का सबसे बड़ा हब बन गया है, सबसे बड़ा प्लांट कई साल जावरा में रहा और अभी रीवा में आ गया है. उन्होंने कहा कि बहुत ज्यादा मेहनत करनी है क्योंकि आज हर क्षेत्र में तरक्की के अपार अवसर हैं और सब मिलकर काम करेंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशानुरूप इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट और रोजगार के लिए सुनियोजित प्रयास किये जाएंगे. कोरोना में भारतीय भोजन पद्धति तेजी से उभरी है, इस दिशा में भी कृषि उद्योगों को जोड़ेंगे.
मंत्री सखलेचा ने कहा कि खाद्य और वेजिटेबल प्रोसेसिंग में प्रदेश में अभी 3 से 5 प्रतिशत ही प्रोसेस हो रहा है. उन्होंने कहा कि प्रयास करेंगे कि कोल्ड स्टोरेज और लैबोरेट्री आदि की चैन तैयार हो जिससे प्रदेश में ही प्रोसेसिंग इकाईयां लग सकें. जिससे प्रदेश में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और स्थानीय लोगों को फायदा भो होगा.