भोपाल। केंद्र सरकार का स्वच्छता मिशन अब धीरे-धीरे घर-घर पहुंच चुका है. इसकी सबसे बड़ी वजह है स्वच्छ शहरों के बीच नंबर वन आने की ललक है. और इसकी कामयाबी के बाद केंद्रीय संस्था FSSI अब खाने को भी साफ सुथरा बनाने के लिए शहरों के बीच कंपटीशन कराने जा रही है.
'ईट राइट इंडिया' अभियान
केंद्रीय संस्था FSSI ने जनता की सेहत को ध्यान रखते हुए 'ईट राइट इंडिया'अभियान की शुरुआत की है. और इसमें देश के 150 शहरों को भी शामिल किया गया है. इन 150 शहरों के बीच अलग-अलग कैटेगरी के हिसाब से मार्किंग की जाएगी. और नंबर के आधार पर टॉप शहरों की रैंकिंग जारी की जाएगी.
एमपी के 9 शहर शामिल
'ईट राइट इंडिया' अभियान में मध्य प्रदेश में 9 शहरों को शामिल किया गया है. इसमें भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर, सतना, शहडोल, रीवा, सागर, है. खाद्य एवं औषधि प्रशासन के ज्वाइंट कंट्रोलर अभिषेक दुबे का कहना है कि हमारी कोशिश है कि टॉप शहरों में मध्यप्रदेश के नाम शामिल हो.
अब चलेगा खाद्य सुरक्षा अभियान
भोपाल खाद्य एवं औषधि विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर अभिषेक दुबे की मानें तो इनका कहना है कि लाइसेंसिंग, निगरानी और खाद्य सामग्री के सैंपल लेने की गतिविधियों को भी कंपटीशन में शामिल किया गया है. उपभोक्ताओं में स्वच्छ और सुरक्षित खाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे. वहीं होटल, रेस्टोरेंट, आटा दाल सहित खाद्य सामग्री के व्यापारियों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. फूड कारोबारियों के लिए भी हाइजेनिक रेटिंग रखी गई है.
अब होटलों को स्वच्छता के लिए दिए जाएंगे नंबर
क्लीन स्ट्रीट फूड हब और 'साफ भोग प्लेस' को भी कंपटीशन का हिस्सा बनाया गया है क्लीन स्ट्रीट फूड हब के तहत इंदौर के 56 दुकान और सराफा चौपाटी जैसे संस्थानों को स्वच्छता पर भी नंबर दिए जाएंगे. इसी तरह सेफ भोग प्लेस के तहत मंदिरों की स्वच्छता और प्रसाद की शुद्धता को भी स्पर्धा में अंक दिए जाएंगे.. उज्जैन के महाकाल मंदिर, इंदौर के खजराना गणेश मंदिर और अन्य मंदिर परिसर में प्रसाद की दुकानों पर मिलने वाली प्रसाद की शुद्धता गुणवत्ता और स्वच्छता को भी मूल्यांकन में शामिल किया गया है.
सोशल मीडिया से प्रचार अभियान
वहीं खाने की स्वच्छता और शुद्धता को लेकर प्रचार प्रसार को भी शामिल किया जाएगा. इसमें सोशल मीडिया के अलावा सिनेमाघर और सार्वजनिक जगहों पर प्रचार अभियान चलाया जाएगा. सोशल मीडिया पर मिलने वाले व्यूज और इंप्रेशन पर भी अंक दिए जाएंगे. लिहाजा स्वच्छता अभियान के तहत अगर 'ईट राइट इंडिया' अभियान भी घर-घर पहुंच जाता है, तो साफ खाने के लेकर दुकानदारों के साथ आम इंसान के लिए भी लाभदायक होगा.