भोपाल। मध्यप्रदेश समेत भोपाल में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं,उन मामले को रोकने को लेकर सरकार कदम भी उठा रही है, लेकिन भोपाल नगर निगम शायद कोरोना वायरस के मरीज से टेंशन फ्री हैं. तभी भोपाल नगर निगम में रखी 6 सेनिटाइज मशीन धूल खा रही है.
बढ़ते मरीज टेंशन फ्री निगम !
अप्रैल और मई के समय जब कोरोना के 40 से 50 मामले रोज सामने आते थे, तब शहर में 12 बड़ी सेनीटाइज मशीनों से शहर के अलग-अलग इलाकों में सेनिटाइज का छिड़काव किया जाता था. अब 200 से 250 मामले रोज सामने आ रहे हैं लेकिन सेनिटाइज की स्थिति पूरी तरह से बदल गई है. जिस पर अब सवाल उठ रहे हैं.
धूल खा रही है सेनिटाइजर मशीन
नगर निगम ने भोपाल में सेनिटाइज करने के लिए अप्रैल में 12 सेनिटाइज मशीन खरीदी थी, जब कोरोना केस काफी कम थे, लेकिन जैसे जैसे मामले बढ़ते गए वैसे-वैसे सेनिटाइज का काम बढ़ने के बजाए कम होता गया. 12 सेनिटाइज मशीन में से अब सिर्फ 6 सेनिटाइज मशीन वर्क कर रही हैं. बाकी 6 मशीनें नगर निगम के सर्विस सेंटर में धूल खा रही है. सेनिटाइज की एक मशीन की कीमत 13 लाख रुपए है, नगर निगम के पास 20 छोटी सेनिटाइज मशीन भी है, इसमें से भी कई मशीनें खराब हो गई हैं.
शिकायतें बढ़ी सेनिटाइज घटी
भोपाल में रोज 200 से 250 मरीज सामने आ रहे हैं. बढ़ते कोरोना संक्रमण के साथ-साथ सेनिटाइज की मांग भी बढ़ गई है. कुछ दिन पहले सेनिटाइज की शिकायत रोज 20 से 40 आती थी, वो अचानक 80 से 90 के बीच पहुंच गई है. सेनिटाइज मशीनें सर्विस सेंटर में धूल खा रही हैं. निगम कमिश्नर वीएस चौधरी कोलसानी का कहना है कि जल्द समस्या का हल निकाला जाएगा.