भोपाल। राजधानी भोपाल के लिए मास्टर प्लान कैसा होगा इसकी पूरी तैयारी हो चुकी है. सीएम कमलनाथ राजधानी के मास्टर प्लान को लेकर बैठक भी करने जा रहे हैं. इस बैठक में नगरीय प्रशासन विभाग सीएम कमलनाथ के सामने मास्टर प्लान का ड्राफ्ट रखेंगे, जिस पर आखिरी निर्णय मुख्यमंत्री कमलनाथ लेंगे. इसे लेकर नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिंह का कहना है कि 'जिस तरह से तेज गति से भोपाल शहर में वृद्धि हुई है. इसलिए अब जरूरी है कि भोपाल के लिए व्यवस्थित मास्टर प्लान बनाया जाए'.
बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए जयवर्धन सिंह ने कहा 'आखिरी मास्टर प्लान 1995 में बना था, जब कांग्रेस की सरकार थी वो मास्टर प्लान 2005 तक का था. इसके बाद भाजपा सरकार को दो बार अवसर मिले मास्टर प्लान प्रस्तुत करने का, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. साथ ही जयवर्धन सिंह ने जानकारी दी कि मास्टर प्लान में भोपाल शहर के साथ ही गांवों को भी शामिल किया जाएगा.
मंत्री का कहना है कि 'सरकार बनने के बाद हमने संकल्प लिया था कि भोपाल के लिए मास्टर प्लान बनाया जाएगा जिसका ड्राफ्ट पूरी तरह से बनकर तैयार है. आखिरी फैसला सीएम कमलनाथ करेंगे. उम्मीद है कुछ दिनों में पूरा मास्टर प्लान भोपाल की जनता के सामने पेश किया जाएगा.'
इस मास्टर प्लान का ड्राफ्ट 2030 को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है. बता दें, लोकसभा चुनाव के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री और जयवर्धन सिंह के पिता दिग्विजय सिंह ने भोपाल मे मास्टर प्लान लाने का वादा किया था और कहा था कि 'चुनाव हारे या जीते लेकिन भोपाल शहर में मास्टर प्लान कांग्रेस सरकार लागू करेगी.'