भोपाल। नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर ये मांग की है कि मध्यप्रदेश के जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालयों पर सीआईएसएफ की तैनाती की जाए. ये पत्र उन्होंने जबलपुर कांग्रेस मुख्यालय में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के तोड़फोड़ के बाद लिखा है. डॉ गोविंद सिंह ने पुलिस अधीक्षक टी के विद्यार्थी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की है. इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष ने यह भी कहा कि राजनीतिक विरोधियों को समाप्त करने की सीएम शिवराज ने साजिश रची है.
कांग्रेस कार्यालय पर बजरंग दल का हमला शर्मनाक: नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखी है. इस चिट्ठी में कहा है कि एमपी के जबलपुर शहर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में घुसकर उपद्रव किया. तोड फोड़ की और कर्मचारियों के साथ अभद्रता की.और इस पूरे घटना क्रम के दौरान मध्यप्रदेश की पुलिस मूक दर्शक बनी रही. गोविंद सिंह ने केन्द्रीय गृह मंत्री को संबोधित इस पत्र मेंलिखा है कि बजरंग दल कार्यकर्ताओँ की इतनी हिम्मत हो गई कि वे कानून की परवाह किये बिना कांग्रेस कार्यालय को अपना निशाना बना रहे हैं. डॉ गोविंद सिंह ने कांग्रेस कार्यालय पर किए गए हमले की निंदा करते हुए मध्यप्रदेश के जिला कांग्रेस कार्यालयों पर सीआईएसएफ की सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है.
ये राजनीतिक विरोधियों को समाप्त करने का साजिश: नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने कहा है कि मध्यप्रदेश की कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई जा रही है. सरकार असामाजिक तत्वों को संरक्षण दे रही है. राजनीतिक विरोधियों को समाप्त करने की साजिश सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रची है. उन्होंने कहा कि जबलपुर के राजनीतिक कार्यालय में की गई तोड़फोड़ इसका सबूत है. जबकि राजनीतिक दल विरोधी दल के रुप में प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी है, 96 विधायक है दल के उसके कार्यालय में बजरंग दल के कार्यकर्ता तोड़फोड़ करे. वहां की पुलिस तमाशबीन बनकर देखती रहे. कार्यालय के कर्मचारी साथियों को अपनाने का काम किया. गृह मंत्री भारत सरकार से अनुरोध किया हैं. डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश की कानून व्यवस्था से हमारा विश्वास उठ चुका है. राजनीतिक दल के सदस्य होने के नाते मैंने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अनुरोध किया है कि प्रदेश और जिला कार्यालय पर सीएसआईएफ की टुकड़ियां तैनात की जाए. उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि वे अनुरोध स्वीकार करेंगे.
बजरंग दल बैन का बवाल: बता दें कर्नाटक में विधानसभा चुनाव है. ऐसे में कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में पीएफआई और बजरंग दल को बैन करने की बात कही है. जिसको लेकर देशभर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की ओर से विरोध जताया जा रहा है. वहीं एमपी में कांग्रेस और बीजेपी के बीच जमकर बयानबाजी हुई. इसी दौरान गुरुवार को एमपी के संस्कारधानी में बजरंगदल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय पर तोड़फोड़ कर दिया और पत्थर फेंके.