भोपाल। मध्यप्रदेश में उपचुनाव से पहले कांग्रेस हर तरह से निश्चिंत होना चाहती है, यही वजह है कि कांग्रेस पूरी तरह से सतर्कता बरत रही है. कांग्रेस को आंशका है कि चुनाव प्रक्रिया में बीजेपी अधिकारियों और पुलिस के साथ मिलकर चुनाव प्रभावित कर सकती है, जिसे लेकर राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह लगातार चुनाव आयोग से शिकायत कर रहे हैं और निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं, इसी कड़ी में आज दिग्विजय सिंह ने निर्वाचन पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और 28 सीटों पर पोस्टल बैलेट से हुए मतदान को निरस्त करने की मांग की.
इस दौरान दिग्विजय सिंह के साथ कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता निर्वाचन आयोग पहुंचे और पोस्टल बैलेट में गड़बड़ी को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा के खिलाफ प्रदर्शन किया, साथ ही शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ मुर्दाबाद और ज्योतिरादित्य सिंधिया गद्दार के नारे लगाए.
अधिकारियों पर दबाव बनाने का आरोप
राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने भाजपा सरकार पर उपचुनाव में तैनात अधिकारी कर्मचारियों पर दबाव बनाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी नेताओं के इशारों पर कांग्रेस प्रत्याशियों को पोस्टल बैलेट के मतदाताओं की सूची उपलब्ध नहीं करवाई गई है. दिग्विजय सिंह ने निर्वाचन आयोग से मांग करते हुए कहा कि आयोग पहले सभी प्रत्याशियों को पोस्टल बैलेट के सूची मुहैया करवाए उसके बाद ही मतदान करवाएं.
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निर्वाचन आयोग से तबादलों पर रोक लगाने की मांग
दिग्विजय सिंह ने कहा कि अभी तबादले उन अधिकारी कर्मचारियों के किए जाएं जिन की शिकायतें निर्वाचन के पास आ रही हैं. निर्वाचन आयोग इस बात पर संज्ञान ले, जो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान दबाव बनाकर अधिकारियों से पार्टी के पक्ष में काम करवा रहे हैं.
सुर्खी विधानसभा की मतदाता सूची में गड़बड़ी
दिग्विजय सिंह ने सुरखी विधानसभा क्षेत्र के मतदाता सूची को लेकर लगाए गंभीर आरोप लगाए हैं. दिग्विजय सिंह ने कहा कि सुर्खी की वोटर लिस्ट में धांधली हुई है, और इसके प्रमाण लेकर हम चुनाव आयोग आए हैं. दिग्विजय सिंह ने कहा जो वोट अब तक डल चुके हैं उसे खारिज किया जाए. पहले कांग्रेस को उम्मीदवारों की सूची दी जाए उसके बाद वोट दोबारा डलवाए जाएं. शिवराज मतदाताओं के सामने लेट-लेट के वोट मांग रहे हैं.
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पुलिस प्रशासन की मदद से चुनाव जीतने का आरोप
दिग्विजय सिंह ने कहा बीजेपी पुलिस प्रशासन की मदद से चुनाव जीतना चाहती है. उन्होंने कहा कि ग्वालियर चंबल क्षेत्र में पुलिस नेतागिरी कर रही हैं. बीजेपी में खरीद फरोख्त अब भी जारी है. पहले 35 करोड़ रेट था, अब 50 करोड़ हो गया है. क्योंकि मामा को विश्वास नहीं है कि जनता वोट देगी, इसलिए अब शिवराज जनता और मतदाता के सामने लेट लेट के वोट मांग रहे हैं.
पहले भी दिग्विजय उठा चुके हैं सवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की है. अगस्त 2020 में फेसबुक पर हेट स्पीच को लेकर छिड़ी बहस के बीच दिग्विजय सिंह ने कहा था कि 2024 संसदीय चुनाव भारत का आखिरी संसद चुनाव हो सकता है. तब दिग्विजय सिंह के बयान पर खूब बवाल हुआ था.
'दिग्गी- कमलनाथ अफसरों को धमका रहे हैं'
वहीं शिवराज सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ पर अफसरों को धमकाने का आरोप लगाया है और चुनाव आयोग से स्वत: संज्ञान लेकर कार्रवाई की मांग की है.मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि, 'कांग्रेस अपनी संभावित पराजय से बौखला गई है, और कांगेस नेता दिग्विजय सिंह और कमलनाथ आज कल कर्मचारियों और अफसरों को धमका रहे हैं, रोज धमकी दी जा रही है, हम देख लेंगे, हम निपट लेंगे, हम निपटा देंगे. आखिर अधिकारियों और कर्मचारियों का भी आत्मसम्मान होता है. उनके मनोबल को तोड़ने की कोशिश की जा रही है. उनका अपमान किया जा रहा है.