भोपाल। मध्यप्रदेश की राजनीति में आज एक ऐसा सियासी घटनाक्रम घटने जा रहा है, जिस पर कांग्रेस सहित सभी राजनीतिक दल और पूरे सूबे की निगाहें टिकी हुई हैं. प्रदेश कांग्रेस की राजनीति के दो धुर विरोधी दिग्गज आज मुलाकात करने जा रहे हैं. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया की आज गुना में मुलाकात होने वाली है. इस मुलाकात को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. जिनमें प्रदेश कांग्रेस संगठन से जुड़े कुछ सवाल हैं, तो प्रदेश की कमलनाथ सरकार से जुड़े कई मुद्दे हैं और सबसे बड़ा मुद्दा है कि मध्यप्रदेश से राज्यसभा कौन जाएगा.
माना जा रहा है कि दोनों दिग्गजों की इस मुलाकात में इन तमाम अटकलों और सवालों पर विराम लग जाएगा और असमंजस से जूझ रही प्रदेश कांग्रेस और कांग्रेस सरकार सहज गति से काम करने लगेगी.
दिग्विजय और सिंधिया की बातचीत में पहला मुद्दा
मध्यप्रदेश कांग्रेस संगठन और कमलनाथ सरकार इन दिनों असमंजस और कई तरह की परेशानियों से जूझ रही है. कांग्रेस संगठन की बात करें, तो मुख्यमंत्री बनने के बाद कमलनाथ प्रदेश अध्यक्ष के पद से अपने इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं, लेकिन सवा साल बीत जाने के बाद भी कांग्रेस नए अध्यक्ष के नाम पर मुहर नहीं लगा पाई. इसकी सबसे बड़ी वजह है कि कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर सहमत नहीं हो पा रहे हैं.
दूसरा मुद्दा
दूसरा मामला कमलनाथ सरकार के कामकाज को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया की बयानबाजी का है. आए दिन ज्योतिरादित्य सिंधिया कभी सरकार के कामकाज को लेकर, तो कभी सरकार के वचनों को लेकर ऐसी बयानबाजी कर देते हैं कि प्रदेश कांग्रेस और कमलनाथ सरकार में सब कुछ ठीक ना होने की सुगबुगाहट होने लगती है. हाल ही में वचनपत्र को लेकर ज्योतिरादित्य सिंधिया के बयान के बाद कांग्रेस में घमासान की स्थिति बन गई थी.
तीसरा मुद्दा
तीसरा सबसे बड़ा जो मुद्दा इस मुलाकात में चर्चा का माना जा रहा है, वो ये है कि अप्रैल में होने वाले राज्यसभा चुनाव में वे नेता कौन होंगे, जो मध्यप्रदेश के कोटे से राज्यसभा पहुंचेंगे. दरअसल दिग्विजय सिंह फिलहाल राज्यसभा सांसद हैं, लेकिन 20 अप्रैल को उनका कार्यकाल समाप्त हो रहा है. वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया हाल ही में लोकसभा चुनाव हार गए थे, इसलिए वो भी राज्यसभा जाना चाहते हैं.
इस मामले में मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच गुना में जो मुलाकात होने वाली है, उसमें निश्चित रूप से प्रदेश कांग्रेस और प्रदेश सरकार के साथ आगामी राज्यसभा चुनाव को लेकर चर्चा होगी. जैसे ही राज्यसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होगी, वैसे ही राज्यसभा के उम्मीदवारों की घोषणा कर दी जाएगी. साथ ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर मुख्यमंत्री कमलनाथ पहले ही कह चुके हैं कि वो प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी किसी और को देना चाहते हैं, मुख्यमंत्री के तौर पर ज्यादा समय देना चाहते हैं.