भोपाल। कोरोना वायरस के चलते देश भर में लॉकडाउन लागू किया गया है, ऐसी परिस्थितियों में छात्र-छात्राओं को भी लगातार परेशानियां उठानी पड़ रही हैं, इसके बावजूद भी मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ने अपने छात्रों को रजिस्ट्रेशन के साथ पूरी फीस जमा करने का फरमान सुनाया है. 30 जून तक ऐसा नहीं करने पर छात्रों के एडमिशन निरस्त करने की चेतावनी भी दी गई है.
इस फरमान की जानकारी मिलने के बाद छात्रों में भारी आक्रोश व्याप्त है और छात्रों ने चेतावनी दी है कि, वे इस फरमान का विरोध करेंगे. छात्रों ने जानकारी दी है कि, लॉकडाउन की वजह से जब ऑनलाइन क्लासेज संचालित हो रही हैं, तो परिवहन की फीस लेना गलत है, इसी तरह एकमुश्त फीस लेने का निर्णय भी पूरी तरह से गलत है. लॉकडाउन की वजह से पहले ही छात्रों के परिजनों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, फिर ऊपर से यह फरमान दिया जाना उचित नहीं माना जा सकता है .
छात्रों का कहना है कि, मैनिट राष्ट्रीय स्तर का संस्थान छात्रों को अच्छी और सस्ती शिक्षा देने के लिए है, ना कि रुपया कमाने के लिए, इस संबंध में छात्र अपना मांग पत्र मैनिट के डायरेक्टर एनएस रघुवंशी को भी ईमेल के माध्यम से भेज रहे हैं.
कॉलेज प्रबंधन के आदेश के मुताबिक शैक्षणिक सत्र 2020- 21 में एडमिशन के लिए छात्रों को रजिस्ट्रेशन कराने समेत एकमुश्त फीस की राशि 20 मई से 30 जून के बीच जमा करानी है, जिस छात्र की फीस इस अवधि में जमा नहीं होगी, उसका एडमिशन निरस्त कर दिया जाएगा.
बता दें कि, मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के छात्र इस फरमान का इसलिए भी विरोध कर रहे हैं, क्योंकि उनका मानना है कि जो पैसा उनसे वसूला जा रहा है वह पूर्ण रूप से गलत है, क्योंकि ऐसी विषम परिस्थितियों में उनसे परिवहन शुल्क, इंटरनेट शुल्क, भ्रमण और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे शुल्क लिए जा रहे हैं, जबकि इन्हें माफ कर देना चाहिए.
प्रबंधन को पिछले वर्ष मिली राशि का उपयोग भी इस वर्ष में करना चाहिए, इससे छात्र बिना किसी आर्थिक दबाव के आराम से पढ़ाई कर सकते हैं. छात्रों ने चेतावनी दी है कि, यदि प्रबंधन के द्वारा फीस जमा करने के फरमान में सुधार नहीं किया गया, तो फिर सभी छात्र इसका विरोध करेंगे .