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निकाय अध्यक्षों ने की वेतन-भत्ते बढ़ाने की मांग, कहा- 5 लाख तक के काम के लिए हो लोकल टेंडर - भोपाल न्यूज

सीएम कमलनाथ ने मंत्रालय में नगर पालिका और नगर परिषद के अध्यक्षों के साथ चर्चा की. इस दौरान अध्यक्षों ने सीएम से पार्षदों और अध्यक्षों के भत्तों में बढोत्तरी की मांग करते हुए कहा कि, मौजूदा समय में दोनों का वेतन-भत्ता बहुत कम है, जिसे बढ़ाया जाना चाहिए.

Demand to increase salary and allowances of presidents, said to be local tender for work up to 5 lakhs in bhopal
अध्यक्षों ने कमलनाथ से पार्षदों और अध्यक्षों के भत्तों में बढोत्तरी की मांग
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Published : Dec 4, 2019, 10:14 PM IST

भोपाल। सीएम कमलनाथ ने मंत्रालय में नगर पालिका और नगर परिषद के अध्यक्षों को संबोधित किया. इस दौरान सीएम कमलनाथ अध्यक्षों से कहा कि बढ़ते शहरीकरण को देखते हुए नगरीय निकायों को सशक्त बनाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि स्थानीय संस्थाओं के चुने हुए जन-प्रतिनिधि तेजी से हो रहे परिवर्तन को पहचाने और नई सोच - नई दृष्टि से दूरदर्शिता के साथ अपने शहरों का विस्तार करें.

अध्यक्षों ने कमलनाथ से पार्षदों और अध्यक्षों के भत्तों में बढोत्तरी की मांग

कमलनाथ ने कहा कि, ये समय है हम अपने छोटे- बड़े शहरों के भविष्य की जरूरतों के मुताबिक नियोजन करें. साथ ही परिवर्तन के इस दौर में नागरिकों की अपेक्षाएं और उम्मीदें भी बढ़ी हैं. जिसके चलते जरूरत है कि, वे अपनी कार्य- शैली और संस्कृति में परिवर्तन लाएं और लोगों की आशाओं के अनुरूप शहरों का नियोजित विकास करें.

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले एक साल में नई सरकार ने अपने काम से नियत और नीति का परिचय दिया है. प्रदेश, वित्तीय संकट था, किसानों की आत्महत्या, बेरोजगारी और महिलाओं के साथ अत्याचार में भी देश में नंबर-1 था. बावजूद इसके सरकार ने इन चुनौतियों के बीच बड़े फैसले लिया. उन्होंने कहा कि, ऋण माफी के वचन को पूरा करते हुए 21 लाख किसानों का कर्जमाफ किया गया.


चर्चा के दौरान नगर पालिका और नगर परिषद के अध्यक्षों ने कमलनाथ से पार्षदों और अध्यक्षों के भत्तों में बढोत्तरी की मांग करते हुए कहा कि, मौजूदा समय में दोनों का वेतन-भत्ता बहुत कम है. उन्होंने कहा कि नगरीय निकाय के चुनाव में देरी को देखते हुए अध्यक्षों ने उनका कार्यकाल बढ़ाए जाने की भी मांग की है. साथ ही 5 लाख तक के काम के लिए ऑनलाइन टेंडर न कराए जाने की मांग की है.

भोपाल। सीएम कमलनाथ ने मंत्रालय में नगर पालिका और नगर परिषद के अध्यक्षों को संबोधित किया. इस दौरान सीएम कमलनाथ अध्यक्षों से कहा कि बढ़ते शहरीकरण को देखते हुए नगरीय निकायों को सशक्त बनाना जरूरी है. उन्होंने कहा कि स्थानीय संस्थाओं के चुने हुए जन-प्रतिनिधि तेजी से हो रहे परिवर्तन को पहचाने और नई सोच - नई दृष्टि से दूरदर्शिता के साथ अपने शहरों का विस्तार करें.

अध्यक्षों ने कमलनाथ से पार्षदों और अध्यक्षों के भत्तों में बढोत्तरी की मांग

कमलनाथ ने कहा कि, ये समय है हम अपने छोटे- बड़े शहरों के भविष्य की जरूरतों के मुताबिक नियोजन करें. साथ ही परिवर्तन के इस दौर में नागरिकों की अपेक्षाएं और उम्मीदें भी बढ़ी हैं. जिसके चलते जरूरत है कि, वे अपनी कार्य- शैली और संस्कृति में परिवर्तन लाएं और लोगों की आशाओं के अनुरूप शहरों का नियोजित विकास करें.

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले एक साल में नई सरकार ने अपने काम से नियत और नीति का परिचय दिया है. प्रदेश, वित्तीय संकट था, किसानों की आत्महत्या, बेरोजगारी और महिलाओं के साथ अत्याचार में भी देश में नंबर-1 था. बावजूद इसके सरकार ने इन चुनौतियों के बीच बड़े फैसले लिया. उन्होंने कहा कि, ऋण माफी के वचन को पूरा करते हुए 21 लाख किसानों का कर्जमाफ किया गया.


चर्चा के दौरान नगर पालिका और नगर परिषद के अध्यक्षों ने कमलनाथ से पार्षदों और अध्यक्षों के भत्तों में बढोत्तरी की मांग करते हुए कहा कि, मौजूदा समय में दोनों का वेतन-भत्ता बहुत कम है. उन्होंने कहा कि नगरीय निकाय के चुनाव में देरी को देखते हुए अध्यक्षों ने उनका कार्यकाल बढ़ाए जाने की भी मांग की है. साथ ही 5 लाख तक के काम के लिए ऑनलाइन टेंडर न कराए जाने की मांग की है.

Intro:
भोपाल। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा है कि बढ़ते शहरीकरण को देखते हुए नगरीय निकायों को सशक्त बनाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि स्थानीय संस्थाओं के चुने हुए जन-प्रतिनिधि तेजी से हो रहे परिवर्तन को पहचान और नई सोच और नई दृष्टि से दूरदर्शिता के साथ अपने शहरों का विस्तार करें। मुख्यमंत्री कमलनाथ आज मंत्रालय में नगर-पालिका और नगर-परिषद के अध्यक्षों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
Body:मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि यह समय है जब हम अपने छोटे-बड़े शहरों का भविष्य की जरूरतों के मुताबिक नियोजन करें। परिवर्तन के इस दौर में नागरिकों की अपेक्षाएँ और उम्मीद भी बढ़ी हैं। आवश्यकता इस बात की है कि हम अपनी कार्य-शैली और संस्कृति में परिवर्तन लाएं और लोगों की आशाओं के अनुरूप शहरों का नियोजित विकास करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि नगरीय-निकायों को सरकारी मदद के साथ ही अपनी आय के नए स्त्रोत भी विकसित करना होंगे। इसके लिए वे नई गतिविधियों की शुरुआत करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले एक साल में नई सरकार ने अपने काम से नियत और नीति का परिचय दिया है। वित्तीय संकट था। किसानों की आत्म-हत्या, बेरोजगारी और महिलाओं के साथ अत्याचार में प्रदेश देश में नंबर-1 था। इन चुनौतियों के बीच सरकार ने बड़े फैसले लिए। ऋण माफी के वचन को पूरा करते हुए 21 लाख किसानों के कर्ज माफ किए गए। कर्ज माफी की प्रक्रिया में कई ऐसी तकनीकी दिक्कतें आई जिनके कारण हमारे सामने कई संकट खड़े हुए। इन सबका निदान हमने किया। इसी माह से हम कर्ज माफी का दूसरा चरण शुरू करने जा रहे हैं। बेरोजगारी की चुनौती से निपटने के उदे्दश्य से निवेश के लिए विश्वास की वापसी की है।
निकाय अध्यक्षों ने मुख्यमंत्री से कहा बढ़ाया जाए वेतनमान
मुख्यमंत्री से चर्चा के दौरान नगर पालिका और नगर परिषद के अध्यक्षों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के सामने खुलकर अपनी बात रखी। नगर पालिका अध्यक्षों ने मुख्यमंत्री से पार्षदांे और अध्यक्षों के भत्तों में बढोत्तरी की मांग की। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में दोनों का वेतन-भत्तों बहुत कम है। वहीं नगरीय निकाय के चुनाव में देरी को देखते हुए अध्यक्षों ने उनका कार्यकाल बढ़ाए जाने की भी मांग की। साथ ही 5 लाख तक के काम के लिए आॅनलाइन टेंडर न कराए जाने की भी मांग की।
Conclusion:
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