भोपाल। राजधानी भोपाल की बैरसिया तहसील के नजीराबाद में सरकारी स्कूल में गरीब मजदूरों के पढ़ने वाले बच्चों से भारी-भरकम फीस वसूलने का मामला सामने आया है. यहां 9वीं से 12वीं तक के बच्चों से एडमीशन के नाम पर 1600 रुपए फीस मांगी जा रही है. वहीं हैरानी की बात तो यह है कि यहां फीस की कोई रसीद भी नहीं दी जा रही है. स्कूल शिक्षकों का कहना है कि आदेशानुसार इतनी फीस ली जा रही है.
मैडम-सर ने किया है मैसेज
स्कूल में मौजूद एक शिक्षक ने बताया कि स्कूल के आदेशानुसार ये फीस ली जा रही है. इस आदेश की कॉपी स्कूल में बाहर लगाई है. जानकारी के मुताबिक इस आदेश में नीचे आदेशानुसार प्राचार्य लिखा हुआ है, लेकिन न तो स्कूल प्राचार्य के साइन हैं और न ही स्कूल की सील लगी हुई है. वहीं फीस वसूली कर रही एक शिक्षिका ने बताया कि उन्हें मैडम-सर ने मैसेज कर जानकारी दी थी कि उन्हें इतनी फीस लेनी है, जिसके बाद से वे इतनी फीस ले रहे हैं.
9वीं-11वीं की सिर्फ 300 रुपए है फीस
शिक्षा विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक 9वीं और 11वीं कक्षा के छात्रों से सरकारी स्कूल में सिर्फ नामांकन की फीस ली जा सकती है जो कि 300 रुपए है और पोर्टल का शुल्क मिलाकर करीब 400 रुपए होती है. वहीं 10वीं और 12वीं के छात्रों से नामांकन और बोर्ड फीस दोनों ली जाती है जो कि लगभग 1200 रुपए से 1300 रुपए होती है.
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नजीराबाद के सरकारी स्कूल में गरीब मजदूरों के बच्चों से मन मुताबिक फीस वसूली जा रही है, जिसका स्कूल प्रबंधन के पास कोई लेखा-जोखा नहीं है. इसके अलावा बच्चों को कोई रसीद भी नहीं दी जा रही है. फिलहाल इस मामले में बैरसिया SDM राजीव नंदन श्रीवास्तव का कहना है कि अब यह मामला मेरे संज्ञान में आ गया है, जल्द ही इसकी जांच की जाएगी. अगर इसमें कोई नियम विरुद्ध तरीके से फीस ली जा रही है या अनियमितता पाई जाती है तो उस पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी.