भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं, भोपाल में बिना मास्क पहने लोगों पर जुर्माना लगाने के आदेश दिए गए हैं, लेकिन जब बात नेताओं की हो और वह भी सत्ताधारी दल के नेता की तो अधिकारी कार्रवाई करने के बजाय उनके सामने बेबस दिखाई दिए. मामला राजधानी भोपाल का है, जिसमें बीजेपी के पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह अपने साथियों के साथ बिना मास्क लगाए, बिना सोशल डिस्टेंसिंग के घूमते नजर आए जिन्हें अधिकारियों ने सिर्फ समझाइश देकर छोड़ दिया.
रसूख के चलते नहीं काटा चालान
भोपाल में लापरवाही बरतने वालों पर चालानी कार्रवाई की जा रही है. आला अफसर खुद सड़कों पर लोगों को जागरूक कर रहे हैं. पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह अपने साथियों के साथ बिना मास्क लगाए, बिना सोशल डिस्टेंसिंग के दिखे. बावजूद इसके कलेक्टर और एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस वहां पर पहुंचे लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की. एससीपी सचिन अतुलकर ने निरीक्षण के दौरान पाया कि लोगों ने मास्क नहीं लगा रखा था. उन पर चालानी कार्रवाई करने के लिए कहा गया, इस पर बीजेपी नेता हक्के-बक्के रह गए. कहते भी क्या, कोई जवाब ही नहीं था. फिर बहाना बनाया कि हम लोग खाना खा रहे थे, इसी वजह से मास्क नहीं पहन रखा था. लेकिन जब पूछा गया कि उनका मास्क कहां है तो पूर्व विधायक और युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष बगले झांकने लगे. हैरान करने वाली बात यह है कि नेताओं को फटकार तो लगी, लेकिन रसूख के चलते कार्रवाई नहीं हुई. अधिकारी कहने लगे कि आप लोग कुछ खा रहे हैं, इसलिए चालान नहीं बन रहा.
100-100 के चालान बनाए गए
भोपाल के न्यू मार्केट में प्रशासन की टीम ने बिना मास्क लगाए लोगों के 100 रुपये के चालान काटा. सरकार द्वारा नई कोरोना गाइडलाइन के तहत कई नियम बनाए हैं, जिसमें शादियों में सिर्फ 250 लोग ही शामिल हो सकेंगे, बड़े मेले का आयोजन नहीं होगा, लोग मास्क नहीं लगाएंगे तो उन पर जुर्माना किया जाएगा. नियम तो बन गए लेकिन सवाल यह है कि रसूखदारों पर इन नियमों का पालन न करने पर कार्रवाई कब की जाएगी.