भोपाल। राजधानी का जहांगीराबाद इलाका पुराने भोपाल की महक और तहजीब को अपने में समेटे हुए है. लेकिन अब इन फिजाओं में कोरोना का जहर घुलता जा रहा है. लिहाजा घनी आबादी वाला ये क्षेत्र राजधानी का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बनकर उभरा है. जिसके चलते इस क्षेत्र की तुलना इंदौर के खजराना, मुंबई धारावी और चीन के वुहान शहर से की जा रही है. इलाके में 100 से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज हैं और ये आंकड़ा तेजी से बढ़ता ही जा रहा है.
इलाके में करीब सवा लाख लोग रहते हैं. जिनमें से करीब 50 हजार लोग कंटेंनमेंट जोन में हैं. अभी तक 7 हजार से ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. साढ़े तीन हजार लोगों के कोरोना टेस्ट हो चुके हैं.
प्रशासन संक्रमण को रोकने की हर मुमकिन कोशिश कर रहा है. रोज हजारों की तादाद में लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है. सैंपल लिए जा रहे हैं. इलाके में बंदिशें लगाई गईं इतना ही लोग अपने घरों में रहे ये सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन से पूरे इलाके की निगरानी भी की जा रही है. लेकिन कोरोना काल की परछाई से छाया अंधेरा यहां छटने का नाम नहीं ले रहा है.
सीएमएचओ प्रभाकर तिवारी का कहना है कि इस क्षेत्र में अलग-अलग स्तर पर काम किया जा रहा है. सर्वे टीम हाई रिस्क वाले मामलों और उम्रदराज लोगों की पहचान कर रही है. जिनके आधार पर सैंपलिंग की जा रही है. साथ ही लोगों को क्वॉरेंटाइन भी किया जा रहा है.
प्रशासन के तमाम कदम नाकाफी साबित हो रहे हैं. इलाके में लगातार संक्रमित मामले आ रहे हैं. ऐसे में लोगों को भी संक्रमण से बचने के लिए लॉकडाउन के नियमों का पालन होगा. तभी संक्रमण की इस कड़ी को तोड़ा जा सकेगा और एक फिर राजधानी का ये क्षेत्र जी उठेगा.