भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने गुपचुप तरीके से उप चुनाव की रणनीति बनानी शुरू कर दी है. इस कड़ी में मंगलवार को ग्वालियर- चंबल की 16 सीटों को लेकर दिग्गज कांग्रेसियों ने बैठक किया. इस दौरान चर्चा में आया कि, अगर ज्योतिरादित्य सिंधिया को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बना दें, तो वापसी कर सकते हैं. लेकिन कमलनाथ ने इस चर्चा को यह कहकर विराम लगा दिया कि, ये फैसला सोनिया गांधी को लेना है. सिंधिया की वापसी के लिए तैयार नहीं हैं. वहीं मेहगांव से राकेश चौधरी को टिकट देने की चर्चा पर कई दिग्गजों ने नाराजगी जताई. इस मामले में कमलनाथ से सर्वे के आधार पर टिकट दिए जाने की बात कही है. हालांकि कांग्रेस इन खबरों को निराधार बता रही है. कांग्रेस का दावा है कि, कांग्रेस उपचुनाव में सभी सीटें जीतेगी और कमलनाथ को फिर मुख्यमंत्री बनाएगी.
दरअसल, उपचुनाव की रणनीति बनाने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने बैठकों का सिलसिला शुरू किया है. मंगलवार को ग्वालियर- चंबल संभाग के नेता और कांग्रेसी दिग्गजों की बैठक हुई. हालांकि यह बैठक गुपचुप तरीके से बुलाई गई थी, लेकिन राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि, इस बैठक में प्रदेश किसान कांग्रेस के अध्यक्ष दिनेश गुर्जर ने सिंधिया की वापसी की बात कही. उन्होंने कहा कि, अगर सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष का पद दे दिया जाए , तो वो वापस आ सकते हैं. लेकिन कमलनाथ ने गेंद सोनिया गांधी के पाले में डाल दी. वहीं भिंड की मेहगांव सीट से राकेश चौधरी को टिकट दिए जाने की चर्चा पर अजय सिंह और डॉ गोविंद सिंह ने नाराजगी जताई. अजय सिंह का कहना है कि, जो व्यक्ति उपनेता प्रतिपक्ष होते हुए भरी विधानसभा में पार्टी का साथ छोड़कर भाजपा के साथ खड़ा हो गया, उसको टिकट दिया जाना उचित नहीं होगा. चर्चा तो यहां तक है कि, अजय सिंह ने राकेश सिंह को टिकट दिए जाने पर इस्तीफे की पेशकश कर दी है.
हालांकि इस मामले में कांग्रेस की तरफ से कोई अधिकृत बयान नहीं आया है और कांग्रेस इसे कयास और अटकलें बता रही है. कांग्रेस के प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि, 'पार्टी एवं हमारे सभी नेता कार्यकर्ता पूरे उत्साह के साथ उप चुनाव की तैयारी में लगे हुए हैं. कहीं कोई विवाद या संशय की स्थिति नहीं है. सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दृढ़ निश्चय किया है कि, उपचुनाव में सभी 24 सीटें जीतकर कमलनाथ को दोबारा मुख्यमंत्री बनाना है. जो भी भ्रम की स्थिति फैला रहे हैं. यह राजनीतिक विरोधियों की चाल है,जो सफल नहीं होने वाली है'.