भोपाल। कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए किए गए लॉकडाउन के कारण कई तरह की विपरीत परिस्थितियों ने जन्म लिया है. देश भर में मजदूर सड़कों पर नजर आ रहे हैं. गरीब वर्ग रोजी रोटी के लिए परेशान है. भविष्य में रोजगार का संकट खड़ा खड़ा दिखाई दे रहा है. इन परिस्थितियों को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस का कहना है कि केंद्र सरकार नोटबंदी के जैसे ही कोरोना संक्रमण के लिए बिना योजना के लॉकडाउन करना देश की अर्थव्यवस्था को तोड़ने वाला साबित हुआ है. इसका खामियाजा देश की जनता को बहुत लंबे समय तक भुगतना पड़ेगा.
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अजय सिंह यादव का कहना है कि जिस तरह नोटबंदी के समय नरेंद्र मोदी सरकार ने जल्दबाजी में कदम उठाया था और देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से टूट गई थी. उसी तरह एक और उनसे लड़ने के लिए लॉकडाउन को बिना किसी योजना के लागू किया गया है. देश की अर्थव्यवस्था को बुरी तरह तोड़ दिया गया है. 14 करोड़ से ज्यादा लोग अपना रोजगार गवां चुके हैं. एक अनुमान है कि 30 लाख करोड़ से ज्यादा का व्यवसाय का नुकसान हुआ है.
अजय सिंह यादव का कहना है कि देश में 30 जनवरी को आ चुका था. सरकार लॉकडाउन चरणबद्ध और योजनाबद्ध तरीके से लागू कर सकती थी, लेकिन मोदी सरकार की जल्दबाजी का खामियाजा देश की अर्थव्यवस्था और मजदूरों को भोगना पड़ रहा है. देश की सरकार सिर्फ जीडीपी का आधा फीसदी पैसा कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए खर्च कर रही है. वहीं दूसरे देशों में 15 से 20 फीसदी तक पैसा खर्च किया जा रहा है.