भोपाल। श्योपुर से कांग्रेस विधायक ने विधानसभा में मानसून सत्र के बाद विधानसभा परिसर में अपने कपड़े फाड़ लिए. विधायक बाबू जंडेल का कहना है कि उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के पक्ष में कपड़े फाड़े. विधायक ने कहा कि ग्वालियर चंबल में आई बाढ़ से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है, इस मुद्दे पर कांग्रेस 139 के तहत चर्चा कराना चाह रही थी. लेकिन सरकार चर्चा से बचती रही. इसी वजह से सदन को स्थगित कर दिया गया. विधायक जंडेल ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के पक्ष और सरकार की अव्यवस्था के विरोध में मैंने अपने कपड़े फाड़ लिए.
चेतावनी के बाद भी सरकार ने नहीं की व्यवस्था
बाबू चंदेल का कहना है कि मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि आखिर बाढ़ पीड़ितों के लिए सरकार ने क्या किया? सिर्फ गरीबों को 50 किलो गेहूं दे दिया गया. उसके बाद भी अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है. विधायक ने कहा कि मौसम विभाग की चेतावनी थी, बावजूद इसके सरकार और प्रशासन की लापरवाही सामने आई. इन सब के बावजूद भी प्रशासन ने कोई तैयारी नहीं की.
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हमने जरूरतमंदों को कपड़े भिजवाए
विधायक बाबू जंडेल ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बाढ़ में हालात इस तरह बिगड़ गए थे कि महिलाओं के पास कपड़े तक नहीं थे. हमारे लोगों ने कपड़े भिजवाए. मैं जनता के दर्द के साथ हूं और उनकी पीड़ा के साथ में भी अपने कपड़े फाड़ रहा हूं.