भोपाल। कांग्रेस नेता कुणाल चौधरी ने प्रदेश सरकार पर कोरोना की नाकामियों को छिपाने के लिए मंत्रियों की समिति के गठन करने का आरोप लगाया है. गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने पूर्व की कमलनाथ सरकार के फैसलों की समीक्षा के लिए मंत्रियों की एक समिति का गठन किया है, जो मार्च 2020 से 6 महीने पहले लिए गए कमलनाथ सरकार के फैसलों का अध्ययन करेगी. इस समिति की अध्यक्षता राज्य के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा को सौपी गयी है. जिसकों लेकर सूबे की सियासत एक बार फिर से गर्म हो गई है. कुणाल चौधरी ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि, 'मध्य प्रदेश में कोरोना की वजह से अब तक 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. लेकिन प्रदेश की बीजेपी सरकार का ध्यान कोरोना से लड़ने की बजाए राजनीति करने में लगा हुआ है'.
शिवराज सरकार के फैसले पर कांग्रेस विधायक और मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष कुणाल चौधरी ने विरोध जताया है. उन्होंने कहा है कि, बीजेपी कोरोना महामारी से लड़ने में पूरी तरह विफल रही है और अब अपनी विफलता को छिपाने के लिए ओछी राजनीति कर रही है. उन्होंने ने कहा कि, 'अगर सरकार जांच करनी है, तो इस बात की जांच करवाएं, कि सरकार अभी तक मज़दूरों को उनके घरों तक क्यों नहीं पंहुचा पाई. कैसे 10 किलो आटे में 4 किलो आटे के चोरी की गई. आखिर क्यों किसानों को कई दिनों तक लाइनों में खड़े होने के बावजूद उनकी फसलों की खरीदी नहीं की गई'.
कुणाल चौधरी ने ने कहा की बीजेपी ने दावा किया था कि, वे 5 हज़ार करोड़ रुपए स्वास्थ सेवाओं पर खर्च किए हैं, मगर ऐसा नहीं हुआ. अगर ऐसा है, तो क्यों प्रदेश के 30 से ज्यादा जिलों में वेंटीलेटर नहीं है और अस्पतालों में क्यों हेल्थ इक्यूमेंट नहीं है. कुणाल चौधरी ने नरोत्तम मिश्रा को इसका अध्यक्ष बनाये जाने को लेकर भी सवाल उठाया. उन्होंने आरोप लगाया कि, नरोत्तम मिश्रा पर पूर्व में भी कई घोटालो में लिप्त होने का आरोप है और ऐसे व्यक्ति हो अध्यक्ष बनाना बताता है कि, सरकार की मंशा क्या है.
इस समिति में कांग्रेस के बागी विधायक और वर्त्तमान सरकार में मंत्री तुलसी सिलावट भी सदस्य बनाये गए हैं, कुणाल चौधरी ने उनपर भी हमला बोला, उन्होंने कहा कि, जिस इंसान ने लोकतंत्र को बेंच दिया, ऐसा इंसान क्या और कैसी जांच करेगा, यह तो जग ज़ाहिर है. कुणाल चौधरी ने कहा कि, यह कमेटी सिर्फ और सिर्फ सरकार की कोरोना से लड़ाई में हुई विफलता को छिपाने के लिए बनाई गई है. ताकि सबका ध्यान कोरोना की बजाय इस जांच समिति पर चला जाए.