भोपाल। उमंग सिंघार के खिलाफ हुई एफआईआर (FIR) को अब कांग्रेस हथियार बनाने जा रही है. उमंग आदिवासी क्षेत्र से आते हैं और अब कांग्रेस की रणनीति यह है, कि वह आदिवासियों के बीच जाकर यह बता रही है कि एक सच्चे आदिवासी को किस तरह से शिवराज सरकार ने फंसाया है. आदिवासियों के बीच यह संदेश पहुंचाया जाएगा कि आदिवासी नेता उमंग सिंघार को फंसा बीजेपी रही है.
- कमलनाथ के घर बुलाई बैठक
दरअसल सोनिया भारद्वाज आत्महत्या मामले में कमलनाथ सरकार के पूर्व मंत्री उमंग सिंगार के मामले को लेकर कांग्रेस उमंग सिंघार के बचाव में एकजुट दिखाई दे रही है. कांग्रेसियों की एक एकजुटता के बाद कमलनाथ के बंगले पर एक बुलाई गई. इस बैठक में सोनिया भारद्वाज आत्महत्या कांड की आड़ में कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार को कानूनी चक्रव्यू में फंसाने के खिलाफ कांग्रेस एक दिखाई दी.
- उमंग सिंघार के समर्थन में दिखाई दिए दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह जिनके खिलाफ उमंग सिंघार ने मोर्चा खोल रखा था. वह भी यह कहते हुए नजर आए कि बीजेपी उमंग सिंघार को गलत तरीके से फसाना चाहती है, और दबाव बनाना चाहती है. इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई. सिंघार पर राजनीतिक विद्रोह की भावना से दर्ज एफआईआर को वापस लेने की रणनीति बनाई गई.
Sonia Suicide Case: सोनिया भारद्वाज के बेटे ने की FIR वापस करने की मांग
- कमलनाथ का शिवराज को संदेश
नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ का कहना था कि मृतिका सोनिया के बेटे आर्यन और उसकी मां के बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया है, कि आत्महत्या कांड में विधायक उमंग सिंघार के खिलाफ कोई ठोस साक्ष्य नहीं है, और बिना साक्ष्य के आधार पर आपराधिक मामला दर्ज करना राजनीतिक दुर्भावना दिखाई देती है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज से भी कहना चाहता हूं कि वह आत्महत्या कांड को राजनीतिक दुर्भावना से ना देखें.