भोपाल। मध्य प्रदेश विद्युत नियामक आयोग बिजली की दरें (bhopal electricity rate) घोषित करने के नियमों में बदलाव और बिजली को लेकर आने वाली समस्याओं पर लोगों की राय लेगा. इसके लिए मध्य प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने राज्य स्तरीय सलाहकार समिति का गठन (mp electricity advisory committee) किया है. समिति में सभी वर्गों के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है. यह सभी बिजली से जुड़े मुद्दों को लेकर लोगों के हित में अपने सुझाव देंगे. उसके आधार पर आयोग आगामी (bhopal electricity department strategy) योजना तैयार करेगा. आयोग ने इसको लेकर अधिसूचना जारी कर दी है.
समिति में लोगों को किया गया शामिल
विद्युत नियामक आयोग द्वारा गठित कमेटी में उद्योग वर्ग से वर्तमान फैब्रिक के उपाध्यक्ष महेंद्र पी खंते, कृषि क्षेत्र से पहलाद सिंह, भारतीय किसान संघ मालवा क्षेत्र के सभापति दयाराम पाटीदार, मध्य प्रदेश बिजली कर्मचारी महासंघ इंदौर के केके तिवारी गैर सरकारी संगठन की ओर से एसोसिएशन ऑफ विमेन एंड एंटरप्रेन्योर जबलपुर की अर्चना भटनागर, आशा फाउंडेशन भोपाल की अध्यक्ष स्मिता सक्सेना, वाणिज्य वर्ग से विंध्य चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विवेक अग्रवाल को शामिल किया गया है.
सभी वर्गों की समस्याएं जाननी होंगी आसान
आमतौर पर बिजली का मुद्दा हर वर्ग से जुड़ा हुआ है. बिजली को लेकर आमतौर पर हर वर्ग के सदस्य होती है. इसको ध्यान में रखते हुए विद्युत नियामक आयोग ने एक कमेटी का गठन किया है. इस कमेटी में हर वर्ग के प्रतिनिधि को लिया गया है. आयोग अब बिजली की नई दर निर्धारित करने, इसमें बदलाव करने और बिजली से जुड़ी दूसरी पॉलिसी को लेकर समिति के तमाम सदस्यों से भी सुझाव लेगा.
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इनके सुझाव के आधार पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा. आमतौर पर काम अब बप्पा के अलावा देवघर से जुड़े लोगों को बिजली की दरों को लेकर हमेशा समस्या होती है. उद्योग क्षेत्र खासतौर से एमएसएमई बिजली की दरों में रियायत की मांग करती रही है.