भोपाल। मध्यप्रदेश में आज से कॉलेज खुल गए हैं. पहले दिन शासकीय कॉलेजों में साइंस स्ट्रीम के 70 फीसदी छात्रों की उपस्थिति रही.जबकि प्राइवेट कॉलेजों में 10 प्रतिशत छात्र भी नहीं पहुंचे. उच्च शिक्षा विभाग ने आज से 3 चरणों में कॉलेजों को खोलने का निर्णय लिया है. इसके पहले चरण में साइंस स्ट्रीम के छात्रों के लिए कक्षाएं लगाई गईं हैं.
तीन चरणों में खोले जाएंगे कॉलेज
प्रदेश में महाविद्यालय तीन चरणों में खोले जाने का निर्णय उच्च शिक्षा विभाग ने लिया है. जिसका पहला चरण आज से शुरू हो चुका है. पहले चरण में 10 दिसंबर तक साइंस स्ट्रीम के छात्र कॉलेज आ सकेंगे. दूसरा चरण 10 दिसंबर से शुरू होगा. जिसमें यूजी-पीजी के फाइनल ईयर के छात्र आ सकते हैं. पूरी क्षमता के साथ कॉलेजों को खोलने के लिए 20 दिसंबर को क्राइसेस मैनेजमेंट की बैठक होगी. जिसमें तीसरे चरण का निर्णय लिया जाएगा.
कोरोना गाइडलाइन का रखा गया ध्यान
कोरोना के मद्देनजर छात्रों की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए कॉलेजो में खास इंतजाम किए गए. राजधानी के मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय में कोविड गाइडलाइन के तहत मुख्य द्वार पर पानी की टंकी लगाई गई. जिसमें हैंड सेनेटाइजर और साबुन की व्यवस्था रखी गई. सभी छात्रों को महाविधालय में प्रवेश के पहले हाथ धुलवाए गए. बिना मास्क छात्रों को प्रवेश नहीं दिया गया. प्रेक्टिकल लैब को हर क्लास के बाद सेनेटाइज़ करने की व्यवस्था भी कॉलेज में की गई है.
'बच्चों की जिम्मेदारी हमारी'
कॉलेज के प्राचार्य का कहना है कि कॉलेज में जब तक छात्र हैं, तब तक वह कॉलेज प्रबंधन की जिम्मेदारी है कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं. कोरोना से लड़ने के लिए कड़े नियमों का पालन किया जाना जरूरी है.
छात्रों का होगा फायदा
छात्रों ने कहा विभाग ने कॉलेजों को खोलने का अच्छा निर्णय लिया है. इससे छात्रों को सपोर्ट मिलेगा. छात्रों ने कहा अभिभावक कॉलेज भेजने के लिए तैयार है, क्योंकि अभिभावकों को भी पता है कि इस लॉकडाउन के कारण बच्चों का पढ़ाई में बहुत नुकसान हुआ है. अब कॉलेज खुले हैं, तो इस पढ़ाई की भरपाई की जाएगी.
पैरेंट्स की सहमति के बाद ही प्रवेश
मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय के प्राचार्य महेंद्र सिंह सिसोदिया ने बताया कि विभाग की गाइडलाइन के अनुसार कॉलेज में छात्रों को प्रवेश दिया गया. गाइडलाइन के अनुसार जिन छात्रों को अभिभावकों की अनुमति मिलेगी, केवल उन्हीं छात्रों को कॉलेज में प्रवेश दिया जाएगा. ऐसे में जो छात्र आज कॉलेज आए हैं, वे सभी अभिभावकों से सहमति पत्र लेकर आए हैं. पहले चरण की कक्षाओं में 115 सहमति पत्र कॉलेज को प्राप्त हुए हैं. अभी कॉलेज आने वाले छात्रों खी संख्या 50 फीसदी से अधिक है. अगले चरण तक 90 फीसदी छात्र कॉलेज आएंगे.