भोपाल। लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों से मध्य प्रदेश लौटे श्रमिकों और उद्यमियों के बीच संबंध तैयार करने के लिए आज रोजगार सेतु पोर्टल का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लोकार्पण करेंगे. इस पोर्टल पर श्रमिकों का पूरा डेटाबेस रहेगा. लॉकडाउन के दौरान लौटे श्रमिकों का ग्राम पंचायत स्तर पर सर्वे कर यह डाटाबेस तैयार किया गया है. इसमें जानकारी जुटाई गई है कि कौन सा श्रमिक किस क्षेत्र से जुड़ा रहा है और किस तरह के काम करने में वह सक्षम है.
दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूरों में 96 फ़ीसदी ग्रामीण हैं इनमें 82 फ़ीसदी पुरुष और 11 फ़ीसदी महिलाएं शामिल हैं. प्रवासी मजदूरों में सबसे ज्यादा एक लाख 76 हजार 682 भवन निर्माण से जुड़े हैं. वहीं कृषि क्षेत्र से 99 हजार, ईंट और टाइल्स से जुड़े 37 हजार, लोहार और बढ़ई का काम करने वाले 27 हजार 721 हैं.
प्रवासी मजदूरों के कौशल के हिसाब से विभिन्न उद्योगों में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सरकार इस पोर्टल को शुरू करने जा रही है. मध्य प्रदेश सरकार द्वारा रोजगार हेतु योजना की शुरुआत की गई थी. इसके तहत ग्राम पंचायत स्तर पर प्रवासी श्रमिकों का सर्वे कर डाटा तैयार कराया गया. उधर प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने के लिए चार हजार से ज्यादा उद्यमी सामने आए हैं, इनमें 200 बड़े उद्योगपति और 1300 से ज्यादा एमएसएमई के हैं.