हैदराबादः प्रत्येक चंद्रमास के 14वें दिन या अमावश्या से एक दिन पहले शिवरात्रि पड़ता है. एक साल में आने वाले सभी शिवरात्रियों में से महाशिवरात्रि महत्वपूर्ण होता है. अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार यह हर साल फरवरी या मार्च माह में पड़ता है. इस साल महाशिवरात्रि 26 फरवरी 2025, दिन बुधवार को पड़ेगा. शिवरात्रि मुख्य रूप से भगवान शिव और शक्ति के मिलन का महापर्व है. इस अवसर पर देश-विदेशों में भव्य तरीके से भगवान शिव और माता पार्वती के मंदिरों को सजाया संवारा जाता है.
महाशिवरात्रि 2025
- शिवरात्रि 26 फरवरी 2025, दिन बुधवार
- निशिका काल पूजन समय 27 फरवरी को सुबह 12.00 बजे से 12.46 बजे तक
- कुल अवधि- 46 मिनट
- शिवरात्रि पारण का समय-27 फरवरी को सुबह 6.07 बजे से 7.24 मिनट तक
- रात्रि प्रथम प्रहर पूजन समय-27 फरवरी को 6.39 पीएम से 9.31 पीएम तक
- रात्रि द्वितीय प्रहर पूजन समय-27 फरवरी को 9.31 पीएम से 12.23 एम तक
- रात्रि तृतीया प्रहर पूजन समय-27 फरवरी को 12.23 एम से 3.15 एएम तक
- चतुर्दशी तिथि प्रारंभ- 26 फरवरी 2025 को 9.38 एएम से
- चतुर्दशी तिथि समाप्त- 27 फरवरी 2025 को 7.24 एएम तक
दक्षिण भारतीय पंचांग के अनुसार माघ महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन महाशिवरात्रि मनाया जाता है. उत्तर भारतीय पंचांग की मानें तो हर साल फाल्गुन महीने में पड़ने मासिक शिवरात्रि को महाशिव रात्रि मनाया जाता है. द्रिक पंचांग के अनुसार दोनों पंचांगों में महीने के नामकरण अंतर है. लेकिन दोनों पंचांगों के अनुसार महाशिवरात्रि एक ही दिन पड़ता है. शिवरात्रि के अवसर पर भगवान भोले शंकर का रात्रि में पूजन किया जाता है. धार्मिक विद्वानों के अनुसार शिव पुराण में महाशिवरात्रि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है. महाशिवरात्रि में माता पार्वती और भगवान शिव का पूजन किया जाता है.