भोपाल। महान स्वतंत्रता सेनानी तात्या टोप का आज बलिदान दिवस है. तात्या टोपे भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम के सेनानायकों में से एक थे. 1857 के विद्रोह में उनकी भूमिका बेजोड़, प्रेरणादायक और महत्वपूर्ण थी. तात्या टोपे के बलिदान दिवस पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजवर्गीय ने ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी है.
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दांतों में अंगुली दिए मौत भी खड़ी रही,
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 18, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
फौलादी सैनिक भारत के ऐसे लड़े,
अंग्रेज बहादुर एक दुआ मांगा करते,
फिर किसी तात्या से पाला न पड़े।- कवि सरल
अपने साहस, चातुर्य, वीरता से अंग्रेज़ों को नाकों चने चबवाने वाले महान क्रांतिकारी, तात्या टोपे के बलिदान दिवस पर चरणों में कोटिश: नमन! pic.twitter.com/Ydvjitx4z0
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— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 18, 2020
फौलादी सैनिक भारत के ऐसे लड़े,
अंग्रेज बहादुर एक दुआ मांगा करते,
फिर किसी तात्या से पाला न पड़े।- कवि सरल
अपने साहस, चातुर्य, वीरता से अंग्रेज़ों को नाकों चने चबवाने वाले महान क्रांतिकारी, तात्या टोपे के बलिदान दिवस पर चरणों में कोटिश: नमन! pic.twitter.com/Ydvjitx4z0दांतों में अंगुली दिए मौत भी खड़ी रही,
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 18, 2020
फौलादी सैनिक भारत के ऐसे लड़े,
अंग्रेज बहादुर एक दुआ मांगा करते,
फिर किसी तात्या से पाला न पड़े।- कवि सरल
अपने साहस, चातुर्य, वीरता से अंग्रेज़ों को नाकों चने चबवाने वाले महान क्रांतिकारी, तात्या टोपे के बलिदान दिवस पर चरणों में कोटिश: नमन! pic.twitter.com/Ydvjitx4z0
सीएम शिवराज सिंह ट्विटर पर तात्या टोपे की ब्लैक एंड व्हाइट फोटो डाली है, जिस पर कैप्शन लिखा है कि दांतों में अंगुली दिए मौत भी खड़ी रही, फौलादी सैनिक भारत के ऐसे लड़े, अंग्रेज बहादुर एक दुआ मांगा करते, फिर किसी तात्या से पाला न पड़े. सीएम ने लिखा अपने साहस, चातुर्य, वीरता से अंग्रेजों को नाको चने चबवाने वाले महान क्रांतिकारी तात्या टोपे के बलिदान दिवस पर उनके चरणों में कोटिश: नमन!
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भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम के एक प्रमुख सेनानायक, देशभक्त तात्या टोपे जी के बलिदान दिवस पर कोटि कोटि नमन। pic.twitter.com/ygUaIbm2nQ
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— VD SHARMA (@vdsharmabjp) April 18, 2020भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम के एक प्रमुख सेनानायक, देशभक्त तात्या टोपे जी के बलिदान दिवस पर कोटि कोटि नमन। pic.twitter.com/ygUaIbm2nQ
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वीडी शर्मा ने ट्विटर पर लिखा है कि भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम के एक प्रमुख सेनानायक, देशभक्त तात्या टोपे के बलिदान दिवस पर कोटि कोटि नमन.
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भारत की स्वाधीनता के लिए 1857 में अभूतपूर्व संघर्ष करने वाले महान स्वतंत्रता सेनानियों में से एक श्री तात्या टोपे जी के बलिदान दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि#तात्या_टोपे pic.twitter.com/SP7Arj0cZI
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) April 18, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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कैलाश विजयवर्गीय ने लिखा कि भारत की स्वाधीनता के लिए 1857 में अभूतपूर्व संघर्ष करने वाले महान स्वतंत्रता सेनानियों में से एक तात्या टोपे के बलिदान दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि.
तात्या टोपे का जन्म महाराष्ट्र में नासिक जिले के येवला गांव में ब्राह्मण परिवार में हुआ था, उनके पिता पाण्डुरंग राव भट्ट़ (मावलेकर), पेशवा बाजीराव द्वितीय के घरू कर्मचारियों में से एक थे, जो 1818 में बिठूर चले गये थे. तात्या का वास्तविक नाम रामचंद्र पाण्डुरंग राव था. लेकिन प्यार से लोग उन्हें तात्या नाम से पुकारते थे, उन्होंने शादी नहीं की थी. शिवपुरी में 18 अप्रैल 1859 की शाम पांच बजे तात्या टोपे को अंग्रेज कंपनी की सुरक्षा में खुले मैदान में फांसी पर लटका दिया गया था.