भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोला है. सीएम ने कहा कि राहुल गांधी को अपनी गलती मानने के स्थान पर न्यायपालिका का ही अपमान कर रहे हैं. बड़ा आसान था कि ओबीसी से मांफी मांग लेते राहुल गांधी, लेकिन कोर्ट के फैसले पर टिप्पणियां की जा रही है. यह लोकतंत्र है, कांग्रेस के नेताओं को न्यायपालिका का अपमान नहीं करना चाहिए. पूरे देश का विश्वास और भरोसा न्यायपालिका पर है. सीएम ने कहा कि वे एक तरफ कोर्ट में जाते हैं, दूसरी तरफ कोर्ट के बारे में भी ऊटपटांग बोलते हैं. उधर सीएम ने सूडान में फंसे भोपाल के युवक को लेकर कहा कि इस संबंध में भारत सरकार के संपर्क में है.
आखिर सच कौन बोल रहा है: उधर दिग्विजय सिंह और कमलनाथ द्वारा संगठन कमजोर, बूथ मजबूत के बयान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने चुटकी लेते हुए कहा कि मुझे यह समझ नहीं आ रहा है कि भावी मुख्यमंत्री अवश्यंभावी मुख्यमंत्री सब हो रहे हैं, लेकिन कह रहे हैं कि संगठन कमजोर है. एक कहते हैं बूथ मजबूत है. अब कमलनाथ या दिग्विजय कौन सही बोल रहे हैं, यह दोनों मिलकर फैसला कर ले.
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राहुल जी को अपनी गलती स्वीकार कर ओबीसी वर्ग से माफी माँगनी चाहिए। पूरे देश का विश्वास न्यायपालिका में है। कांग्रेस के नेताओं को न्यायपालिका का अपमान नहीं करना चाहिए। -माननीय मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj जी pic.twitter.com/lwycPsOFqZ
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— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) April 21, 2023राहुल जी को अपनी गलती स्वीकार कर ओबीसी वर्ग से माफी माँगनी चाहिए। पूरे देश का विश्वास न्यायपालिका में है। कांग्रेस के नेताओं को न्यायपालिका का अपमान नहीं करना चाहिए। -माननीय मुख्यमंत्री श्री @ChouhanShivraj जी pic.twitter.com/lwycPsOFqZ
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पता नहीं कमलनाथ को क्या हो गया: पीसीसी चीफ कमलनाथ द्वारा एक दिन पहले दिए बयान को लेकर सीएम शिवराज ने कहा कि पता नहीं कमलनाथ को क्या हो गया है. देख लूंगा, निपटा दूंगा, आ रहा हूं. लोक सेवक को धमकाना किसी भी हालत में उचित भी नहीं है, नैतिक भी नहीं है. वह भी इंसान है और उनका भी सम्मान होना चाहिए. मुंह में आए और कह दिया कि मैं देख लूंगा. क्या देख लोगे? क्या यह भाषा उचित है? इसकी मैं निंदा करता हूं.
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युवक को लेकर हम चिंतित हैं: सीएम ने सूडान में फंसे भोपाल के युवक को लेकर कहा कि हमारे जो साथी सूडान में फंसे हैं. उसके लिए हम चिंतित हैं. भारत सरकार के भी संपर्क में हैं. हमने दिल्ली में पदस्थ हमारे अधिकारियों से भी संपर्क किया है. हमारी कोशिश है कि उनको जल्द सुरक्षित बाहर निकाल कर लाएं.