भोपाल। कोरोना संक्रमण के खिलाफ चल रही जंग के बीच सूबे में सियासी बयानबाजी जारी है. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा दिल्ली में लगाए गए आरोपों पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया है. शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि विद्रोह कांग्रेस पार्टी के अंदर ही हुआ है. कांग्रेस ने सरकार ऐसी चलाई कि उनके सहयोगियों ने ही आरोप लगाए. यदि सरकार ठीक से चलाई होती तो सहयोगी नाराज नहीं होते.
सीएम शिवराज चौहान ने कहा कि कांग्रेस सरकार के सहयोगी नाराज होकर गए और अब हमारे ऊपर आरोप लगाए जा रहे हैं. सर्वोच्च न्यायालय ने जो फैसला किया है, उससे दूध का दूध और पानी का पानी हो गया. राज्यपाल ने जो फैसला किया था वह सही था. कोर्ट के फैसले से फिर सिद्ध हो गया कि कांग्रेस घटिया राजनीति करती रही है, लेकिन झूठ की राजनीति ज्यादा नहीं चलती.
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को विधानसभा में बहुमत साबित करने का निर्देश देने के राज्यपाल लालजी टंडन के फैसले को सही ठहराया था. न्यायालय ने कहा है कि अगर राज्यपाल को पहली नजर में यह लगता है कि सरकार बहुमत खो चुकी है तो उन्हें सदन में शक्ति परीक्षण का निर्देश देने का अधिकार है.