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CM ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर जताई चिंता, कहा- बढ़ते केस खतरे की घंटी

अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रशासनिक व्यवस्थाओं की समीक्षा की. इस दौरान सीएम ने अधिकारियों को चेतावनी भी दी है कि कोरोना संक्रमण को गंभीरता से लेना बेहद आवश्यक है, क्योंकि कोरोना वायरस का बढ़ता हर एक प्रकरण प्रदेश के लिए खतरे की घंटी है.

CM Shivraj
सीएम शिवराज
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Published : Aug 6, 2020, 6:57 AM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश के कई जिलों में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण सरकार की चिंताएं लगातार बढ़ती चली जा रही हैं. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश सरकार के द्वारा लगातार काम किया जा रहा है. इसके बावजूद भी संक्रमण कम होने का नाम नहीं ले रहा है.

CM's review meeting
सीएम ने की समीक्षा बैठक

कोरोना पॉजिटिव होने के चलते 12 दिनों से चिरायु अस्पताल में एडमिट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार सुबह डिस्चार्ज हो गए हैं और उन्होंने देर शाम एक बार फिर प्रशासनिक व्यवस्थाओं की समीक्षा शुरू की. इस दौरान सीएम ने अधिकारियों को चेतावनी भी दी है कि कोरोना संक्रमण को गंभीरता से लेना बेहद आवश्यक है ,क्योंकि कोरोना वायरस का बढ़ता हर एक प्रकरण प्रदेश के लिए खतरे की घंटी है. इसलिए पूरी सावधानी और सतर्कता बरतने की जरूरत है.

कोरोना संक्रमितों के बेहतर इलाज के निर्देश

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के नागरिकों को इलाज के लिए प्रदेश के बाहर न जाना पड़े. ऐसी व्यवस्था करना आवश्यक है. स्वास्थ्य के मामले में प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जिला चिकित्सालयों, चिकित्सा महाविद्यालयों और उनसे संबद्ध चिकित्सालयों की स्थिति में सुधार के लिए अभियान चलाया जाएगा. अस्पतालों में मानव संसाधन और तकनीकी संसाधनों की कमी को दूर कर इस प्रकार की व्यवस्था स्थापित करने की आवश्यकता है. प्रदेश के लोगों को संपूर्ण इलाज प्रदेश में ही मिल सके. इसके लिए विभागीय कैडर में आवश्यक सुधार सहित अन्य कमियों को भी समय-सीमा में दूर किया जाए.

सीएम के निर्देश, लापरवाही करने वालों पर हो कार्रवाई

मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यालयों और संस्थाओं में विशेष सावधानी की आवश्यकता है. यहां एक व्यक्ति में संक्रमण होने से कई व्यक्ति प्रभावित होते हैं. उन्होंने निर्देश दिए कि कार्यालयों में कोरोना से बचाव के लिए अपनाई जाने वाली सावधानियों में लापरवाही करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. सीएम ने कोरोना की स्थिति से निपटने के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान आरंभ करने की आवश्यकता भी बताई.

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के ग्रामीण बाजारों में आरंभ किए गए जागरूकता अभियान की भी जानकारी ली. सीएम ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण का बढ़ता हर एक प्रकरण खतरे की घंटी और चुनौती है. इसके प्रति पूरी सावधानी और सतर्कता आवश्यक है. निजी अस्पतालों को भी यह निर्देश दिए जाएं कि उनके यहां आने वाले मरीजों में कोरोना के लक्षण दिखने पर उन्हें तत्काल कोविड-19 केयर सेंटर या उपयुक्त डेडीकेटेड सेंटर में रेफर किया जाए . प्रदेश में रेपिड एंटीजन टेस्ट बढ़ाने के लिए आवश्यक व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए.

रिकवरी रेट में हो रहा सुधार

सीएम ने कहा कि आईसीएमआर की गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित करते हुए प्रदेश में होम आइसोलेशन और क्वॉरेंटाइन को प्रोत्साहित किया जाए. ऐसे व्यक्तियों की प्रभावी मॉनिटरिंग एप या अन्य माध्यमों से सुनिश्चित की जाए.

सीएम ने रीवा और झाबुआ की स्थिति की समीक्षा के दौरान टेस्टिंग और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग को बढ़ाने के निर्देश दिए. समीक्षा के दौरान अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश के रिकवरी रेट में लगातार सुधार हो रहा है.

वर्तमान में यह 72.9 प्रतिशत है. प्रदेश में वर्तमान में 8 हजार 741 एक्टिव केस है, अब तक 26 हजार 64 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं. वहीं अभी तक 929 मरीजों की मौत हो चुकी है. फिलहाल मध्यप्रदेश में 35,734 लोग संक्रमित हो चुके है.

भोपाल। मध्यप्रदेश के कई जिलों में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण सरकार की चिंताएं लगातार बढ़ती चली जा रही हैं. कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रदेश सरकार के द्वारा लगातार काम किया जा रहा है. इसके बावजूद भी संक्रमण कम होने का नाम नहीं ले रहा है.

CM's review meeting
सीएम ने की समीक्षा बैठक

कोरोना पॉजिटिव होने के चलते 12 दिनों से चिरायु अस्पताल में एडमिट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार सुबह डिस्चार्ज हो गए हैं और उन्होंने देर शाम एक बार फिर प्रशासनिक व्यवस्थाओं की समीक्षा शुरू की. इस दौरान सीएम ने अधिकारियों को चेतावनी भी दी है कि कोरोना संक्रमण को गंभीरता से लेना बेहद आवश्यक है ,क्योंकि कोरोना वायरस का बढ़ता हर एक प्रकरण प्रदेश के लिए खतरे की घंटी है. इसलिए पूरी सावधानी और सतर्कता बरतने की जरूरत है.

कोरोना संक्रमितों के बेहतर इलाज के निर्देश

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के नागरिकों को इलाज के लिए प्रदेश के बाहर न जाना पड़े. ऐसी व्यवस्था करना आवश्यक है. स्वास्थ्य के मामले में प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जिला चिकित्सालयों, चिकित्सा महाविद्यालयों और उनसे संबद्ध चिकित्सालयों की स्थिति में सुधार के लिए अभियान चलाया जाएगा. अस्पतालों में मानव संसाधन और तकनीकी संसाधनों की कमी को दूर कर इस प्रकार की व्यवस्था स्थापित करने की आवश्यकता है. प्रदेश के लोगों को संपूर्ण इलाज प्रदेश में ही मिल सके. इसके लिए विभागीय कैडर में आवश्यक सुधार सहित अन्य कमियों को भी समय-सीमा में दूर किया जाए.

सीएम के निर्देश, लापरवाही करने वालों पर हो कार्रवाई

मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यालयों और संस्थाओं में विशेष सावधानी की आवश्यकता है. यहां एक व्यक्ति में संक्रमण होने से कई व्यक्ति प्रभावित होते हैं. उन्होंने निर्देश दिए कि कार्यालयों में कोरोना से बचाव के लिए अपनाई जाने वाली सावधानियों में लापरवाही करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. सीएम ने कोरोना की स्थिति से निपटने के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान आरंभ करने की आवश्यकता भी बताई.

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के ग्रामीण बाजारों में आरंभ किए गए जागरूकता अभियान की भी जानकारी ली. सीएम ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण का बढ़ता हर एक प्रकरण खतरे की घंटी और चुनौती है. इसके प्रति पूरी सावधानी और सतर्कता आवश्यक है. निजी अस्पतालों को भी यह निर्देश दिए जाएं कि उनके यहां आने वाले मरीजों में कोरोना के लक्षण दिखने पर उन्हें तत्काल कोविड-19 केयर सेंटर या उपयुक्त डेडीकेटेड सेंटर में रेफर किया जाए . प्रदेश में रेपिड एंटीजन टेस्ट बढ़ाने के लिए आवश्यक व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए.

रिकवरी रेट में हो रहा सुधार

सीएम ने कहा कि आईसीएमआर की गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित करते हुए प्रदेश में होम आइसोलेशन और क्वॉरेंटाइन को प्रोत्साहित किया जाए. ऐसे व्यक्तियों की प्रभावी मॉनिटरिंग एप या अन्य माध्यमों से सुनिश्चित की जाए.

सीएम ने रीवा और झाबुआ की स्थिति की समीक्षा के दौरान टेस्टिंग और कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग को बढ़ाने के निर्देश दिए. समीक्षा के दौरान अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश के रिकवरी रेट में लगातार सुधार हो रहा है.

वर्तमान में यह 72.9 प्रतिशत है. प्रदेश में वर्तमान में 8 हजार 741 एक्टिव केस है, अब तक 26 हजार 64 व्यक्ति स्वस्थ हो चुके हैं. वहीं अभी तक 929 मरीजों की मौत हो चुकी है. फिलहाल मध्यप्रदेश में 35,734 लोग संक्रमित हो चुके है.

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