भोपाल। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर हर कोई पसीज जाएगा. एक बुजुर्ग माता-पिता को उनके तीनों बेटों ने अपने साथ नहीं रखा. बेटी ने देखभाल का भरोसा दिलाते हुए बुजुर्ग माता-पिता की पूरी संपत्ति धोखे से अपने नाम करा ली और घर से निकाल दिया. अपनों के व्यवहार से दुखी बुजुर्ग अब कानून के सहारे न्याय की आस लगाए हुए हैं.
जिला विधिक प्राधिकरण की काउंसलर सरिता राजानी इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि इस केस को सूनने के बाद ऐसा लगता है कि परिवार से, समाज से इंसान का विश्वास ही उठ जाए. उन्होंने बताया कि बुजुर्ग बाबा के नाम 60 से 70 लाख का उनका एक मकान है. जिसे उनकी बेटी ने धोखे से नए रजिस्ट्री के नाम पर उनके साइन ले लिए और घर अपने नाम कर उन्हें घर से निकाल दिया.
कुछ महीने बाद ही बुजुर्ग माता का देहांत हो गया. अंतिम संस्कार के लिए बेटों के मना करने के बाद बेटी ने माता का अंतिम संस्कार करवाकर उनके पास रखे सारे गहने, सारा सामान ले लिया.
इन्ही बातों से दुखी बुजुर्ग पिता अपने शेष जीवन की गुजर-बसर के लिए अपनी संपत्ति वापस पाना चाहते हैं. अपनों के ठुकराए यह बुजुर्ग वृद्ध आश्रम में रहने की जगह तलाश रहे हैं. इससे दुर्भाग्य की बात और क्या हो सकती है. जिसके बच्चों ने ही अपने माता-पिता को धोखा दे दिया और अब अपने साथ रखने से भी इंकार कर दिया.