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जनाधिकार कार्यक्रम में सीएम ने दिखाया सख्त तेवर, सीईओ को किया निलंबित

भोपाल में जनता से जुड़ी समस्याओं का जल्द निराकरण करने के लिए जन-अधिकार कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिलों के कलेक्टर और शिकायतकर्ताओं से मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीधा संवाद किया.

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Published : Dec 11, 2019, 2:42 PM IST

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मुख्यमंत्री ने जनाधिकार कार्यक्रम में दिखाया सख्त रुख

भोपाल | प्रदेश की जनता से जुड़ी हुई समस्याओं का जल्द निराकरण करने के लिए प्रदेश सरकार ने जन -अधिकार कार्यक्रम शुरू किया है. जिसके तहत जनता सीधे सरकार तक अपनी बात पहुंचा सकती है. मंत्रालय में जन-अधिकार कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिलों के कलेक्टर और शिकायतकर्ताओं से मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीधा संवाद करते हुए अधिकारियों से अब तक की गई कार्रवाई का हिसाब किताब भी लिया है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने सख्त रुख अपनाते हुए सभी अधिकारियों को हिदायत दी कि, जनता से जुड़े हुए किसी भी काम में अधिकारियों की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

इस दौरान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खाद वितरण, धान खरीदी और सड़क मरम्मत कार्य को प्राथमिकता के साथ का आदेश दिया है साथ ही वन अधिकार पट्टों के सभी प्रकरणों का निराकरण इस माह के अंत तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने आम जनता की शिकायतों को बगैर निराकरण किये बंद करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की समस्याओं के समाधान की जवाबदेही निचले स्तर पर नहीं, बल्कि उच्च स्तर पर तय की जाएगी .

मुख्यमंत्री ने जनाधिकार कार्यक्रम में दिखाया सख्त रुख

धान खरीदी के हो पुख्ता इंतजाम

मुख्यमंत्री ने कहा कि धान की खरीदी के लिए सभी इंतजाम पुख्ता रखे जाएं. समय पर सही तरीके से धान की खरीदी प्रक्रिया शुरू करें. उन्होंने पर्याप्त मात्रा में बारदानों की उपलब्धता बनाए रखने और किसानों को उनकी उपज का भुगतान समय पर करने के निर्देश दिए हैं, साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा है कि अधिकारी ये सुनिश्चित करें कि, खाद को लेकर कानून-व्यवस्था खराब होने की स्थिति पैदा ना हो.


जल्द शुरु हो सड़क की मरम्मत

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश में सड़कों की मरम्मत का कार्य व्यापक पैमाने में किया जा रहा है. उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा कि सड़कें गुणवत्तापूर्ण बनें, इस पर निगाह रखें. ऐसी सड़कों की सूची भी तैयार की जाए, जहां मरम्मत का कार्य शुरू नहीं हुआ. वहीं वन अधिकार पट्टों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि, सभी पात्र लोगों को पट्टे मिलें यह सुनिश्चित किया जाए . उन्होंने कहा कि गरीब आदिवासियों से जुड़े इस मुद्दे पर किसी भी तरह की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी.

आपकी सरकार -आपके द्वार कार्यक्रम को गंभीरता से लेने के आदेश

मुख्यमंत्री ने आपकी सरकार - आपके द्वार कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से चलाया जाए. उन्होंने कहा कि कई जगहों पर इस कार्यक्रम को गंभीरता से नहीं लिया जाता, मुख्यमंत्री ने कहा कि 'आपकी सरकार, आपके द्वार' कार्यक्रम का लक्ष्य जनता की समस्याओं का मौके पर निराकरण करना है. साथ ही मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को ग्राम युवा शक्ति समिति का गठन और किसान बंधु की नियुक्ति शीघ्र करने के निर्देश दिए.


सीईओ को झूठी रिपोर्ट देने पर तत्काल निलंबित करने के निर्देश

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बड़वानी जिले के पाटी जनपद के सीईओ को शिकायतकर्ता श्याम राठौर की शिकायत को झूठी बताने की रिपोर्ट देने पर तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए. इस प्रकरण में रोजगार सहायक की सेवा समाप्त की गई है और पंचायत सचिव एवं सहायक इंजीनियर को निलंबित किया गया है . श्याम राठौर ने वर्ष 2018 में ग्राम पंचायत पाटी में चल रहे निर्माण कार्यों और कपिलधारा कुंआ योजना में हो रही अनियमितताओं की शिकायत की थी.

बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने भोपाल के वार्ड क्रमांक- 48 के शिकायतकर्ता रविन्द्र कुमार यादव के प्रकरण में बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिए. शिकायतकर्ता रविन्द्र ने भोपाल के मेसर्स भारती बिल्डर्स से फ्लैट खरीदा था, जिसका पजेशन उसे नहीं दिया गया. इसकी शिकायत उसने रियल एस्टेट रेग्यूलेटरी अथॉरिटी (रेरा) में की थी. रेरा ने आवेदक के पक्ष में फैसला सुनाया और भोपाल कलेक्टर को पूरी राशि दिलाने के निर्देश दिए. जिला प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के फलस्वरूप दो चैक क्रमश: 1 लाख 50 हजार और 1 लाख 57 हजार के दिए गए, जो बाउंस हो गए. मुख्यमंत्री ने आवेदक को उसकी पूरी राशि दिलाने और बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिए.

भोपाल | प्रदेश की जनता से जुड़ी हुई समस्याओं का जल्द निराकरण करने के लिए प्रदेश सरकार ने जन -अधिकार कार्यक्रम शुरू किया है. जिसके तहत जनता सीधे सरकार तक अपनी बात पहुंचा सकती है. मंत्रालय में जन-अधिकार कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिलों के कलेक्टर और शिकायतकर्ताओं से मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीधा संवाद करते हुए अधिकारियों से अब तक की गई कार्रवाई का हिसाब किताब भी लिया है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने सख्त रुख अपनाते हुए सभी अधिकारियों को हिदायत दी कि, जनता से जुड़े हुए किसी भी काम में अधिकारियों की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

इस दौरान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खाद वितरण, धान खरीदी और सड़क मरम्मत कार्य को प्राथमिकता के साथ का आदेश दिया है साथ ही वन अधिकार पट्टों के सभी प्रकरणों का निराकरण इस माह के अंत तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने आम जनता की शिकायतों को बगैर निराकरण किये बंद करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की समस्याओं के समाधान की जवाबदेही निचले स्तर पर नहीं, बल्कि उच्च स्तर पर तय की जाएगी .

मुख्यमंत्री ने जनाधिकार कार्यक्रम में दिखाया सख्त रुख

धान खरीदी के हो पुख्ता इंतजाम

मुख्यमंत्री ने कहा कि धान की खरीदी के लिए सभी इंतजाम पुख्ता रखे जाएं. समय पर सही तरीके से धान की खरीदी प्रक्रिया शुरू करें. उन्होंने पर्याप्त मात्रा में बारदानों की उपलब्धता बनाए रखने और किसानों को उनकी उपज का भुगतान समय पर करने के निर्देश दिए हैं, साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा है कि अधिकारी ये सुनिश्चित करें कि, खाद को लेकर कानून-व्यवस्था खराब होने की स्थिति पैदा ना हो.


जल्द शुरु हो सड़क की मरम्मत

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश में सड़कों की मरम्मत का कार्य व्यापक पैमाने में किया जा रहा है. उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा कि सड़कें गुणवत्तापूर्ण बनें, इस पर निगाह रखें. ऐसी सड़कों की सूची भी तैयार की जाए, जहां मरम्मत का कार्य शुरू नहीं हुआ. वहीं वन अधिकार पट्टों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि, सभी पात्र लोगों को पट्टे मिलें यह सुनिश्चित किया जाए . उन्होंने कहा कि गरीब आदिवासियों से जुड़े इस मुद्दे पर किसी भी तरह की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी.

आपकी सरकार -आपके द्वार कार्यक्रम को गंभीरता से लेने के आदेश

मुख्यमंत्री ने आपकी सरकार - आपके द्वार कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से चलाया जाए. उन्होंने कहा कि कई जगहों पर इस कार्यक्रम को गंभीरता से नहीं लिया जाता, मुख्यमंत्री ने कहा कि 'आपकी सरकार, आपके द्वार' कार्यक्रम का लक्ष्य जनता की समस्याओं का मौके पर निराकरण करना है. साथ ही मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को ग्राम युवा शक्ति समिति का गठन और किसान बंधु की नियुक्ति शीघ्र करने के निर्देश दिए.


सीईओ को झूठी रिपोर्ट देने पर तत्काल निलंबित करने के निर्देश

मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बड़वानी जिले के पाटी जनपद के सीईओ को शिकायतकर्ता श्याम राठौर की शिकायत को झूठी बताने की रिपोर्ट देने पर तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए. इस प्रकरण में रोजगार सहायक की सेवा समाप्त की गई है और पंचायत सचिव एवं सहायक इंजीनियर को निलंबित किया गया है . श्याम राठौर ने वर्ष 2018 में ग्राम पंचायत पाटी में चल रहे निर्माण कार्यों और कपिलधारा कुंआ योजना में हो रही अनियमितताओं की शिकायत की थी.

बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने भोपाल के वार्ड क्रमांक- 48 के शिकायतकर्ता रविन्द्र कुमार यादव के प्रकरण में बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिए. शिकायतकर्ता रविन्द्र ने भोपाल के मेसर्स भारती बिल्डर्स से फ्लैट खरीदा था, जिसका पजेशन उसे नहीं दिया गया. इसकी शिकायत उसने रियल एस्टेट रेग्यूलेटरी अथॉरिटी (रेरा) में की थी. रेरा ने आवेदक के पक्ष में फैसला सुनाया और भोपाल कलेक्टर को पूरी राशि दिलाने के निर्देश दिए. जिला प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के फलस्वरूप दो चैक क्रमश: 1 लाख 50 हजार और 1 लाख 57 हजार के दिए गए, जो बाउंस हो गए. मुख्यमंत्री ने आवेदक को उसकी पूरी राशि दिलाने और बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिए.

Intro:मुख्यमंत्री ने जनाधिकार कार्यक्रम में दिखाया सख्त रुख, आवेदक की शिकायत झूठी बताने वाले सीईओ को किया निलंबित

भोपाल | प्रदेश की जनता से जुड़ी हुई समस्याओं का जल्द निराकरण करने के लिए प्रदेश सरकार के द्वारा जन -अधिकार कार्यक्रम शुरू किया गया था. जिसके तहत जनता सीधे सरकार तक अपनी बात पहुंचा सकती है . इसी तारतम्य में मंत्रालय में जन-अधिकार कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिलों के कलेक्टर और शिकायतकर्ताओं से मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सीधा संवाद करते हुए अधिकारियों से अब तक की गई कार्यवाही का हिसाब किताब भी लिया है . इस दौरान मुख्यमंत्री का सख्त रुख भी देखने को मिला जब उन्होंने सभी अधिकारियों को हिदायत दी कि जनता से जुड़े हुए किसी भी काम में अधिकारियों के द्वारा की गई लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा . जनता से जुड़े कामों को प्राथमिकता से लें .

इस दौरान मुख्यमंत्री कमल नाथ ने खाद वितरण, धान खरीदी और सड़क मरम्मत कार्य को प्राथमिकता से करने साथ ही वन अधिकार पट्टों के सभी प्रकरणों का निराकरण इस माह के अंत तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने आम जनता की शिकायतों को बगैर निराकरण किये बंद करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता की समस्याओं के समाधान की जवाबदेही निचले स्तर पर नहीं बल्कि उच्च स्तर पर तय की जाए .


Body:मुख्यमंत्री ने जिला कलेक्टरों से कहा कि खाद वितरण के काम को सर्वोच्च प्राथमिकता दें. खाद की पर्याप्त उपलब्धता का ध्यान रखें और कालाबाजारी न हो, यह सुनिश्चित करें. निजी खाद विक्रेताओं द्वारा किसानों को महंगी दर पर खाद विक्रय न हो, इसकी भी निगरानी की जाए. उन्होनें कहा कि मिलावटी खाद बाजार में नहीं बिकना चाहिए. यह सुनिश्चित करें कि खाद को लेकर कानून-व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न न हो.

मुख्यमंत्री ने कहा कि धान की खरीदी के लिए सभी इंतजाम पुख्ता रखे जाएं. समय पर सही तरीके से धान की खरीदी प्रक्रिया शुरू करें. उन्होंने पर्याप्त मात्रा में बारदानों की उपलब्धता बनाए रखने और किसानों को उनकी उपज का भुगतान भी समय पर करने के निर्देश दिए हैं .

मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश में सड़कों की मरम्मत का कार्य व्यापक पैमाने में किया जा रहा है. उन्होंने कलेक्टरों से कहा कि सड़कें गुणवत्तापूर्ण बनें, इस पर निगाह रखें. उन्होंने कहा कि ऐसी सड़कों की सूची भी तैयार की जाए, जहाँ मरम्मत का कार्य शुरू नहीं हुआ है और उनके न बनने से जनता को परेशानी हो रही है.

वन अधिकार पट्टों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी पात्र लोगों को पट्टे मिलें यह सुनिश्चित किया जाए . उन्होंने कहा कि गरीब आदिवासियों से जुड़े इस मुद्दे पर किसी भी तरह की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी.

मुख्यमंत्री ने आपकी सरकार - आपके द्वार कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से चलाया जाए. उन्होंने कहा कि कई जगहों से गंभीरता से यह कार्यक्रम न चलने की शिकायतें मिल रही हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि आपकी सरकार - आपके द्वार कार्यक्रम का लक्ष्य जनता की समस्याओं का मौके पर निराकरण करना है. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ शिकायत एकत्र करने वाला नहीं बल्कि लोगों की समस्याओं का समाधान करने वाला कार्यक्रम है. इस मानसिकता के साथ सभी मैदानी अधिकारियों को काम करना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को ग्राम युवा शक्ति समिति का गठन और किसान बंधु की नियुक्ति शीघ्र करने के निर्देश दिए.

मुख्यमंत्री कमल नाथ ने शिकायतों के निराकरण के बगैर उन्हें नस्तीबद्ध करने की प्रवृत्ति को गंभीरता से लेते हुए कहा कि यह संस्कृति बर्दाश्त नहीं की जाएगी . कमलनाथ ने सागर के रामबाबू एवं गुना के विवेक अहिरवार को छात्रवृत्ति न मिलने, देवास के दिनेश नागर को वृक्षारोपण की राशि न मिलने तथा रीवा की शुभद्रा विश्वकर्मा के प्रकरण को नस्तीबद्ध करने और संतुष्‍ट होने की रिपोर्ट देने पर नाराजगी व्यक्त की. उन्होंने कहा कि शिकायतों को तब तक निराकृत नहीं माना जाएगा, जब तक उसका समाधान न हो जाए और शिकायतकर्ता संतुष्ट न हो.

मुख्यमंत्री कमल नाथ ने बड़वानी जिले के पाटी जनपद के सीईओ को शिकायतकर्ता श्याम राठौर की शिकायत को झूठी बताने की रिपोर्ट देने पर तत्काल निलंबित करने के निर्देश दिए. इस प्रकरण में रोजगार सहायक की सेवा समाप्त की गई है और पंचायत सचिव एवं सहायक इंजीनियर को निलंबित किया गया है . श्याम राठौर ने वर्ष 2018 में ग्राम पंचायत पाटी में चल रहे निर्माण कार्यों और कपिलधारा कुँआ योजना में हो रही अनियमितताओं की शिकायत की थी.

‍Conclusion: बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने भोपाल के वार्ड क्र. 48 के शिकायतकर्ता रविन्द्र कुमार यादव के प्रकरण में बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिए. शिकायतकर्ता रविन्द्र ने भोपाल के मेसर्स भारती बिल्डर्स से फ्लैट खरीदा था, जिसका पजेशन उसे नहीं दिया गया. इसकी शिकायत उसने रियल एस्टेट रेग्यूलेटरी अथॉरिटी (रेरा) में की थी. रेरा ने आवेदक के पक्ष में फैसला सुनाया और भोपाल कलेक्टर को पूरी राशि दिलाने के निर्देश दिए. जिला प्रशासन द्वारा की गई कार्यवाही के फलस्वरूप दो चैक क्रमश: 1 लाख 50 हजार और 1 लाख 57 हजार के दिए गए, जो बाउंस हो गए. मुख्यमंत्री ने आवेदक को उसकी पूरी राशि दिलाने और बिल्डर के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिए. इंदौर के संजय उपाध्याय द्वारा भूमि संबंधी की गई शिकायत के प्रकरण में मुख्यमंत्री ने आयुक्त इंदौर संभाग को 15 दिन में प्रकरण का निराकरण करने को कहा है.
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