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CM की दो टूक, 30 अप्रैल तक कराएं कोरोना कर्फ्यू का सख्ती से पालन

मंगलवार को कोरोना को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी कलेक्टर्स के साथ वर्चुअल मीटिंग की. सीएम शिवराज सिंह ने 30 अप्रैल तक कोरोना कर्फ्यू (Corona curfew) का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं.

Chief Minister Shivraj Singh Chauhan
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
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Published : Apr 20, 2021, 9:51 PM IST

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने सभी कलेक्टर्स को 30 अप्रैल तक कोरोना कर्फ्यू (Corona curfew) का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को चेताया है कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के मामले में कोई भी लापरवाही हुई, तो कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर्स से चर्चा करते हुए कहा है कि पहली प्राथमिकता कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ना (Breaking the corona infection chain) है, इसलिए यह सुनिश्चित करें कि 30 अप्रैल तक चलने वाले जनता कर्फ्यू (Public Curfew) के दौरान गांव में लोग घर के बाहर नहीं निकले. लोग मुझे खुद फोन कर कह रहे हैं कि सख्ती होनी चाहिए. सीएम ने कहा कि यदि किसी में लक्षण हैं, तो तुरंत सैंपल टेस्टिंग की रिपोर्ट समय पर आ जाए. रिपोर्ट के पहले ही दवाएं देना शुरू करें, रिपोर्ट आने के बाद कोरोना वाला किट दें.

ऑक्सीजन की जरूरत के बारे में सीधे बात करें

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन की आपूर्ति (oxygen supply) लगातार बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. कितनी ऑक्सीजन की जरूरी है, उसके बारे में कंट्रोल रूम को बताएं. एसीएस एसएन मिश्रा और पी. नरहरी से बात करें, ताकि लोगों को भटकना न पड़े. रेमडेसीविर इंजेक्शन भी लगातार आ रहे हैं. मंगलवार को भी 15 हजार इंजेक्शन आए हैं. हमारी कोशिश है कि जिन जिलों में पाॅजीटिविटी रेट ज्यादा हैं, वहां इसे घटाया जाए. कलेक्टर की रेटिंग भी इसी आधार पर होगी कि पहले जिले में कितना पाॅजीटिविटी रेट था और अब कितना कम हुआ. इसके लिए कलेक्टर गांवों में भी किल कोरोना जैसा अभियान चलाएं. छिंदवाड़ा इसका एक उदाहरण है, जहां पाॅजिटिविटी अभी काफी घटी है, जबकि पहले भयानक स्थिति थी.

24 घंटे में 12,727 कोरोना के नये मामले, 77 मरीजों की मौत

आंगनबाड़ी-आशा कार्यकर्ता को घर-घर भेजें

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि गांवों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता और पंचायत की टीमें भेजें और अगर लक्षण वाले लोग मिलें तो तत्काल सैंपल टेस्ट और उनके इलाज की व्यवस्था करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से हमारे जितने भी मजदूर आ रहे हैं, उनके लिए गांव में पंचायत भवन, स्कूल में आइसोलेट किया जाए. उनके भोजन के लिए जिलों में अलग से फंड दिया गया है. जरूरत पड़ी तो और राशि जारी की जाएगी. कुंभ से लौटने वाले श्रद्धालुओं का भी टेस्ट करके उन्हें अलग रखा जाए. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इस मामले में छिंदवाड़ा, खंडवा, बुरहानपुर की तारीफ की है.

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने सभी कलेक्टर्स को 30 अप्रैल तक कोरोना कर्फ्यू (Corona curfew) का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को चेताया है कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के मामले में कोई भी लापरवाही हुई, तो कार्रवाई की जाएगी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर्स से चर्चा करते हुए कहा है कि पहली प्राथमिकता कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ना (Breaking the corona infection chain) है, इसलिए यह सुनिश्चित करें कि 30 अप्रैल तक चलने वाले जनता कर्फ्यू (Public Curfew) के दौरान गांव में लोग घर के बाहर नहीं निकले. लोग मुझे खुद फोन कर कह रहे हैं कि सख्ती होनी चाहिए. सीएम ने कहा कि यदि किसी में लक्षण हैं, तो तुरंत सैंपल टेस्टिंग की रिपोर्ट समय पर आ जाए. रिपोर्ट के पहले ही दवाएं देना शुरू करें, रिपोर्ट आने के बाद कोरोना वाला किट दें.

ऑक्सीजन की जरूरत के बारे में सीधे बात करें

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन की आपूर्ति (oxygen supply) लगातार बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. कितनी ऑक्सीजन की जरूरी है, उसके बारे में कंट्रोल रूम को बताएं. एसीएस एसएन मिश्रा और पी. नरहरी से बात करें, ताकि लोगों को भटकना न पड़े. रेमडेसीविर इंजेक्शन भी लगातार आ रहे हैं. मंगलवार को भी 15 हजार इंजेक्शन आए हैं. हमारी कोशिश है कि जिन जिलों में पाॅजीटिविटी रेट ज्यादा हैं, वहां इसे घटाया जाए. कलेक्टर की रेटिंग भी इसी आधार पर होगी कि पहले जिले में कितना पाॅजीटिविटी रेट था और अब कितना कम हुआ. इसके लिए कलेक्टर गांवों में भी किल कोरोना जैसा अभियान चलाएं. छिंदवाड़ा इसका एक उदाहरण है, जहां पाॅजिटिविटी अभी काफी घटी है, जबकि पहले भयानक स्थिति थी.

24 घंटे में 12,727 कोरोना के नये मामले, 77 मरीजों की मौत

आंगनबाड़ी-आशा कार्यकर्ता को घर-घर भेजें

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि गांवों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता और पंचायत की टीमें भेजें और अगर लक्षण वाले लोग मिलें तो तत्काल सैंपल टेस्ट और उनके इलाज की व्यवस्था करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से हमारे जितने भी मजदूर आ रहे हैं, उनके लिए गांव में पंचायत भवन, स्कूल में आइसोलेट किया जाए. उनके भोजन के लिए जिलों में अलग से फंड दिया गया है. जरूरत पड़ी तो और राशि जारी की जाएगी. कुंभ से लौटने वाले श्रद्धालुओं का भी टेस्ट करके उन्हें अलग रखा जाए. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इस मामले में छिंदवाड़ा, खंडवा, बुरहानपुर की तारीफ की है.

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