भोपाल। लंबे इंतजार के बाद मध्यप्रदेश में आखिरकार मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया है. गुरुवार को 28 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली है. मंत्रिमंडल में ज्योतिरादित्या सिंधिया के 14 समर्थक को शामिल किया गया है. जिससे मंत्रिमंडल में सिंधिया का बोलबाला साफ तौर पर दिखाई दिया है. लेकिन अब मंत्रियों को कौन-कौन सा विभाग दिया जाए इसे लेकर एक बार फिर से खींचतान शुरू हो गई है, जिसे लेकर अभी भी फैसला नहीं हो पाया है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज दिल्ली जा रहे हैं. हालांकि सीएम शनिवार को ही दिल्ली जाने वाले थे, लेकिन किसी कारणवश इस यात्रा को टाल दिया गया था.
सीएम शिवराज सिंह चौहान आज दिल्ली में वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे. बताया जा रहा है कि मंत्रियों के विभागों को लेकर एक राय नहीं बन पाई है. इसीलिए सीएम दिल्ली में शीर्ष नेतृत्व से मार्गदर्शन के लिए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले दिनों मंथन से निकला विष पीने की बात कहकर अपने दिल का गुबार तो निकाल दिया, लेकिन उनकी पीड़ा अभी भी कम होती हुई दिखाई नहीं दे रही है. मंत्रिमंडल विस्तार के 2 दिन बीत जाने के बावजूद विभागों को लेकर अभी भी आम राय नहीं बन पाई है.
प्रदेश में भाजपा सरकार बनाने का श्रेय सिंधिया को ही जाता है और सिंधिया इस के एवज में अपने समर्थकों को अच्छे और प्रभावी विभाग दिलवाना चाहते हैं. पहले मिनी मंत्रिमंडल के गठन में सिंधिया समर्थक तुलसीराम सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को कमलनाथ सरकार की अपेक्षा कम महत्वपूर्ण विभाग मिले थे, लेकिन अब पूर्ण मंत्रिमंडल का विस्तार हो चुका है. ऐसे में सिंधिया अपने समर्थकों को बेहतर विभाग दिलवाना चाहते हैं. इसे लेकर भोपाल में भी ज्योतिरादित्य सिंधिया, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे के बीच चर्चा हो चुकी है, लेकिन इस पर अंतिम फैसला अब तक नहीं हो पाया है. यही वजह है कि अब विभागों के बंटवारे को लेकर शिवराज दिल्ली जा रहे हैं ताकि जल्द से जल्द मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा किया जा सके. बताया जा रहा है कि दिल्ली यात्रा से लौटने के बाद ही सोमवार- मंगलवार तक सभी मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हो सकता है.