ETV Bharat / state

सीएम ने RSS प्रमुख से की मुलाकात, संघ ने आरिफ मसूद के प्रदर्शन पर जताई नाराजगी - इकबाल मैदान

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की है. इस दौरान संघ प्रमुख ने सीएम शिवराज सिंह से उपचुनाव का फीडबैक भी लिया है.

bhopal
शिवराज सिंह चौहान ने मोहन भागवत से की मुलाकात
author img

By

Published : Nov 7, 2020, 1:43 PM IST

Updated : Nov 7, 2020, 1:53 PM IST

भोपाल। उपचुनाव के परिणामों से ठीक पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समिधा पहुंचकर संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की. मोहन भागवत ने फ्रांस के राष्ट्रपति के विरोध में कांग्रेस विधायक द्वारा किए गए प्रदर्शन पर नाराजगी जताई है. वहीं चुनाव परिणाम के पहले मुख्यमंत्री की संघ नेताओं से मुलाकात बहुत अहम मानी जा रही है. इसके साथ ही उपचुनाव परिणाम को लेकर संघ बीच-बीच में फीडबैक भी ले रहा है.

bhopal
मोहन भागवत से मिलने पहुंचे सीएम

फ्रांस के राष्ट्रपति के विरोध में प्रदर्शन से नाराज संघ

भोपाल में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद द्वारा किए गए फ्रांस के राष्ट्रपति के विरोध में हुए प्रदर्शन को लेकर भी संघ ने नाराजगी जताई थी. और कहीं न कहीं सरकार पर सवाल खड़े किए थे कि आखिर हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा होकर इतना बड़ा प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार इस मामले में चुप रही. और यही वजह है कि आनन-फानन में सरकार ने कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद पर एफआईआर की और उसके बाद उसके स्कूल-कॉलेज में अतिक्रमण की कार्रवाई कर अवैध हिस्से को ध्वस्त किया. इसके साथ ही भारी मतदान को लेकर चल रही अटकलों को लेकर भी संघ ने सरकार से फीडबैक लिया है

bhopal
समिधा

सीएम और संघ प्रमुख की मुलाकात बेहद अहम

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की संघ नेताओं से मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है. इस दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत, सुरेश सोनी के अलावा अन्य सभी संघ पदाधिकारियों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चर्चा की.

ये भी जानिए-

पिछले दिनों फ्रांस से शुरू हुआ कार्टून विवाद देशभर में छाया रहा. देश के अलग-अलग राज्यों में मुस्लिम समुदाय ने जमकर फ्रांस का विरोध किया. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी फ्रांस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ. लेकिन यह प्रदर्शन करना कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद को काफी महंगा पड़ रहा है. आलम यह है कि, पिछले छह दिनों में ही मसूद के खिलाफ पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज कर ली गई हैं. जिसमें से एक मुकदमा तो गैर जमानती धाराओं के तहत दर्ज किया गया है.

इकबाल मैदान में फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ प्रदर्शन

राजधानी भोपाल के इकबाल मैदान पर फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया था. इस प्रदर्शन का आह्वान कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने किया था. इस प्रोटेस्ट के लिए मसूद को केवल 30 लोगों की ही अनुमति दी गई थी. लेकिन देखते ही देखते सोशल मीडिया पर इस प्रदर्शन में शामिल होने का मैसेज इस कदर वायरल हुआ कि इकबाल मैदान पर हजारों की भीड़ इकट्ठा हो गई. इस दौरान फ्रांस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ाई गई. हजारों की भीड़ में न तो किसी ने दो गज दूरी का ख्याल रखा और न ही कोई मास्क पहने नजर आया. इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने का मुकदमा कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद समेत दो हजार लोगों पर दर्ज कर दिया गया. इसके बाद विधायक की गिरफ्तारी कर उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया. इस मामले में मैसेज वायरल करने वालों के खिलाफ भी पुलिस ने कार्रवाई की.

धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने पर जल्द हो सकती है मसूद की गिरफ्तारी

इकबाल मैदान पर प्रदर्शन करने को लेकर दर्ज हुआ मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि, पुलिस ने विधायक आरिफ मसूद के खिलाफ एक और मामला दर्ज कर दिया. इस बार पुलिस ने यह मामला गैर जमानती धाराओं के तहत दर्ज किया है. पुलिस ने आरिफ मसूद के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की धारा 153 के तहत केस दर्ज किया है. गैर जमानती धारा के तहत मुकदमा दर्ज होने के बाद माना जा रहा है कि इस मामले में जल्द ही आरिफ मसूद और उनके साथियों को पुलिस गिरफ्तार कर सकती है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस केस में फिलहाल विवेचना जारी है और विवेचना के बाद पुलिस उचित कार्रवाई करेगी.

क्या है पूरा मामला

दरअसल, फ्रांस में हुए कार्टून विवाद के बाद कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने भोपाल के इकबाल मैदान में विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद विधायक पर कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया. इस दौरान प्रदर्शन को लेकर नेताओं में बयानबाजी का दौरा शुरू हो गया. इसे लेकर भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी. तो वहीं प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा के लिए भी सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया गया. इधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कानून व्यवस्था को लेकर एक बैठक बुलाई, जिसमें पुलिस विभाग के आला अधिकारी मौजूद रहे. माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद ही आरिफ मसूद के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया, और मसूद के कॉलेज पर भी बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की गई.

भोपाल। उपचुनाव के परिणामों से ठीक पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समिधा पहुंचकर संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की. मोहन भागवत ने फ्रांस के राष्ट्रपति के विरोध में कांग्रेस विधायक द्वारा किए गए प्रदर्शन पर नाराजगी जताई है. वहीं चुनाव परिणाम के पहले मुख्यमंत्री की संघ नेताओं से मुलाकात बहुत अहम मानी जा रही है. इसके साथ ही उपचुनाव परिणाम को लेकर संघ बीच-बीच में फीडबैक भी ले रहा है.

bhopal
मोहन भागवत से मिलने पहुंचे सीएम

फ्रांस के राष्ट्रपति के विरोध में प्रदर्शन से नाराज संघ

भोपाल में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद द्वारा किए गए फ्रांस के राष्ट्रपति के विरोध में हुए प्रदर्शन को लेकर भी संघ ने नाराजगी जताई थी. और कहीं न कहीं सरकार पर सवाल खड़े किए थे कि आखिर हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा होकर इतना बड़ा प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार इस मामले में चुप रही. और यही वजह है कि आनन-फानन में सरकार ने कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद पर एफआईआर की और उसके बाद उसके स्कूल-कॉलेज में अतिक्रमण की कार्रवाई कर अवैध हिस्से को ध्वस्त किया. इसके साथ ही भारी मतदान को लेकर चल रही अटकलों को लेकर भी संघ ने सरकार से फीडबैक लिया है

bhopal
समिधा

सीएम और संघ प्रमुख की मुलाकात बेहद अहम

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की संघ नेताओं से मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है. इस दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत, सुरेश सोनी के अलावा अन्य सभी संघ पदाधिकारियों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चर्चा की.

ये भी जानिए-

पिछले दिनों फ्रांस से शुरू हुआ कार्टून विवाद देशभर में छाया रहा. देश के अलग-अलग राज्यों में मुस्लिम समुदाय ने जमकर फ्रांस का विरोध किया. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी फ्रांस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ. लेकिन यह प्रदर्शन करना कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद को काफी महंगा पड़ रहा है. आलम यह है कि, पिछले छह दिनों में ही मसूद के खिलाफ पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज कर ली गई हैं. जिसमें से एक मुकदमा तो गैर जमानती धाराओं के तहत दर्ज किया गया है.

इकबाल मैदान में फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ प्रदर्शन

राजधानी भोपाल के इकबाल मैदान पर फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया था. इस प्रदर्शन का आह्वान कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने किया था. इस प्रोटेस्ट के लिए मसूद को केवल 30 लोगों की ही अनुमति दी गई थी. लेकिन देखते ही देखते सोशल मीडिया पर इस प्रदर्शन में शामिल होने का मैसेज इस कदर वायरल हुआ कि इकबाल मैदान पर हजारों की भीड़ इकट्ठा हो गई. इस दौरान फ्रांस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और जमकर सोशल डिस्टेंसिंग की भी धज्जियां उड़ाई गई. हजारों की भीड़ में न तो किसी ने दो गज दूरी का ख्याल रखा और न ही कोई मास्क पहने नजर आया. इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने का मुकदमा कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद समेत दो हजार लोगों पर दर्ज कर दिया गया. इसके बाद विधायक की गिरफ्तारी कर उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया. इस मामले में मैसेज वायरल करने वालों के खिलाफ भी पुलिस ने कार्रवाई की.

धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने पर जल्द हो सकती है मसूद की गिरफ्तारी

इकबाल मैदान पर प्रदर्शन करने को लेकर दर्ज हुआ मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि, पुलिस ने विधायक आरिफ मसूद के खिलाफ एक और मामला दर्ज कर दिया. इस बार पुलिस ने यह मामला गैर जमानती धाराओं के तहत दर्ज किया है. पुलिस ने आरिफ मसूद के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की धारा 153 के तहत केस दर्ज किया है. गैर जमानती धारा के तहत मुकदमा दर्ज होने के बाद माना जा रहा है कि इस मामले में जल्द ही आरिफ मसूद और उनके साथियों को पुलिस गिरफ्तार कर सकती है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इस केस में फिलहाल विवेचना जारी है और विवेचना के बाद पुलिस उचित कार्रवाई करेगी.

क्या है पूरा मामला

दरअसल, फ्रांस में हुए कार्टून विवाद के बाद कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने भोपाल के इकबाल मैदान में विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके बाद विधायक पर कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया. इस दौरान प्रदर्शन को लेकर नेताओं में बयानबाजी का दौरा शुरू हो गया. इसे लेकर भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी. तो वहीं प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा के लिए भी सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया गया. इधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी कानून व्यवस्था को लेकर एक बैठक बुलाई, जिसमें पुलिस विभाग के आला अधिकारी मौजूद रहे. माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद ही आरिफ मसूद के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया, और मसूद के कॉलेज पर भी बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की गई.

Last Updated : Nov 7, 2020, 1:53 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.