भोपाल| मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात कर महापौर निर्वाचन प्रक्रिया की सरगर्मी को और बढ़ा दिया है. जब सीएम से पूछा गया कि यह बैठक महापौर एक्ट को लेकर थी तो उन्होंने कहा कि यह मीटिंग एक्ट को लेकर नहीं. बल्कि प्रदेश में बिगड़े बाढ़ के हालातो को लेकर थी.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बताया कि राज्यपाल से सौजन्य भेंट हुई है. इस दौरान प्रदेश में आई बाढ़ की वस्तु स्थिति से भी उन्हें अवगत कराया. सीएम ने कहा कि कुछ समय पहले ही मैं दिल्ली गया था और इसी मसले पर मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी उन सभी चीजों को लेकर मैंने राज्यपाल से बातचीत की है.
राज्यसभा सांसद विवेक तंखा के बयान को बताया निजी
मुख्यमंत्री ने कहा कि सांसद विवेक तंखा ने जो बयान दिया है वह उनकी निजी राय हो सकती है यह सरकार का बयान नहीं है.
राज्यपाल की मुलाकात की यह बताई वजह
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल से अध्यादेश को लेकर हो रहे मतभेद पर सफाई देते हुए कहा कि उनसे किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं है प्रदेश को लेकर सभी की एक ही सहमति है लेकिन यह सहमति की मीटिंग नहीं थी हमारा उद्देश्य था कि प्रदेश में जो बाढ़ की स्थिति निर्मित हुई है उसे देखते हुए और क्या कदम उठाए जाएं क्योंकि प्रदेश में अभी 13 हजार करोड़ रुपए की आवश्यकता है और हम ने राज्यपाल से इस बारे में चर्चा की है और निवेदन किया है कि देवी प्रधानमंत्री से इस मसले पर बातचीत करें ताकि केंद्र के द्वारा ज्यादा से ज्यादा मुआवजा राशि मिल सके ताकि प्रदेश में बाढ़ से पीड़ित लोगों और किसानों को राहत दी जा सके .
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को दी दशहरा की शुभकामनाएं
सीएम ने प्रदेश के सभी लोगों को दशहरा की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमारा प्रदेश ऐसे ही सुख शांति से चलता रहे.
बता दें कि राज्य सरकार महापौर निर्वाचन को लेकर नया अध्यादेश जारी कर चुकी है जिसके तहत अब महापौर का चुनाव पार्षदों के द्वारा किया जाएगा लेकिन इस अध्यादेश को लागू करने के लिए राज्यपाल की सहमति जरूरी है