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भोपाल के इस गेस्ट हाउस में उग्रसेन से आलू के परांठे बनवाती थीं दीदी सुषमा स्वराज

सुषमा स्वराज जब भी मध्यप्रदेश आती थीं, तो भोपाल के प्रोफेसर कॉलोनी स्थित गेस्ट हाउस में रुका करती थीं. इस गेस्ट हाउस में उनके लिए खाना बनाने वाले बावर्ची उग्रसेन ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान दीदी से जुड़ी यादें साझा की.

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Published : Aug 7, 2019, 12:52 PM IST

Updated : Aug 7, 2019, 1:07 PM IST

भोपाल स्थित गेस्ट हाउस

भोपाल। पूर्व विदेश मंत्री और विदिशा से सांसद रहीं सुषमा स्वराज का मंगलवार रात निधन हो गया. उनका व्यक्तित्व जैसा ऊपर से दिखता था, वैसे ही अंदर से भी नरमदिल थीं. विदिशा के साथ-साथ राजधानी भोपाल से भी उनकी काफी यादें जुड़ी हुई हैं. विदिशा जिले से सुषमा 10 साल तक सांसद रहीं. इस दौरान वे जब भी मध्यप्रदेश आती थीं, तो भोपाल के प्रोफेसर कॉलोनी स्थित गेस्ट हाउस में ही रुका करती थीं. इस गेस्ट हाउस में उनके लिए खाना बनाने वाले बावर्ची उग्रसेन ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान सुषमा स्वराज से जुड़ी यादें साझा की.

भोपाल के इस गेस्ट हाउस में ही रुका करती थीं सुषमा स्वराज


प्रोफेसर कॉलोनी स्थित गेस्ट हाउस में 2009 से 2019 तक वे बार-बार आती रहीं. विदेश मंत्री बनने से पहले वे अमूमन यहां आया करती थीं. 2014 के चुनाव का संचालन भी उन्होंने यहीं से किया था. सुषमा स्वराज के भोपाल के कुक उग्रसेन ने ईटीवी भारत से बात करते हुए सुषमा स्वराज से जुड़ी बातें बताईं. उग्रसेन ने बताया कि सुषमा जी जब भी भोपाल आती थीं, तो उनका बहुत ध्यान रखती थीं. उन्हें खाने में आलू के परांठे, गोभी के परांठे और करेले की सब्जी पसंद थी.

उग्रसेन ने बताया कि रात को एक रोटी और दाल खाकर सोती थी. सुबह चाय के साथ वो बादाम भी लेती थीं. वहीं बंगले पर रहने वाले मोती नाम के डॉग को भी हमेशा दुलार करती थीं. उग्रसेन ने कहा कि जब मुझे कुछ दिक्कतें आती थीं, तो सुषमा जी हमेशा इसे हल करती थीं, साथ ही मेरे बच्चों से भी काफी प्यार करती थीं.

भोपाल। पूर्व विदेश मंत्री और विदिशा से सांसद रहीं सुषमा स्वराज का मंगलवार रात निधन हो गया. उनका व्यक्तित्व जैसा ऊपर से दिखता था, वैसे ही अंदर से भी नरमदिल थीं. विदिशा के साथ-साथ राजधानी भोपाल से भी उनकी काफी यादें जुड़ी हुई हैं. विदिशा जिले से सुषमा 10 साल तक सांसद रहीं. इस दौरान वे जब भी मध्यप्रदेश आती थीं, तो भोपाल के प्रोफेसर कॉलोनी स्थित गेस्ट हाउस में ही रुका करती थीं. इस गेस्ट हाउस में उनके लिए खाना बनाने वाले बावर्ची उग्रसेन ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान सुषमा स्वराज से जुड़ी यादें साझा की.

भोपाल के इस गेस्ट हाउस में ही रुका करती थीं सुषमा स्वराज


प्रोफेसर कॉलोनी स्थित गेस्ट हाउस में 2009 से 2019 तक वे बार-बार आती रहीं. विदेश मंत्री बनने से पहले वे अमूमन यहां आया करती थीं. 2014 के चुनाव का संचालन भी उन्होंने यहीं से किया था. सुषमा स्वराज के भोपाल के कुक उग्रसेन ने ईटीवी भारत से बात करते हुए सुषमा स्वराज से जुड़ी बातें बताईं. उग्रसेन ने बताया कि सुषमा जी जब भी भोपाल आती थीं, तो उनका बहुत ध्यान रखती थीं. उन्हें खाने में आलू के परांठे, गोभी के परांठे और करेले की सब्जी पसंद थी.

उग्रसेन ने बताया कि रात को एक रोटी और दाल खाकर सोती थी. सुबह चाय के साथ वो बादाम भी लेती थीं. वहीं बंगले पर रहने वाले मोती नाम के डॉग को भी हमेशा दुलार करती थीं. उग्रसेन ने कहा कि जब मुझे कुछ दिक्कतें आती थीं, तो सुषमा जी हमेशा इसे हल करती थीं, साथ ही मेरे बच्चों से भी काफी प्यार करती थीं.

Intro:पूर्व विदेश मंत्री और मध्य प्रदेश के विदिशा जिले से सांसद रहीं सुषमा स्वराज अचानक हम सब को अलविदा कहकर चली गई... मंगलवार रात को उन्होंने आखिरी सांस ली ....सुषमा स्वराज जी का जैसा व्यक्तित्व ऊपर से दिखता था वैसे ही अंदर से भी उतनी ही वो नरम थी...विदिशा के साथ-साथ राजधानी भोपाल से भी उनकी काफी यादें जुड़ी हुई है विदिशा जिले से वह 10 साल तक सांसद रहीं ... इस दौरान जब भी वह मध्य प्रदेश आती थी तो मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के गेस्ट हाउस में ही रुका करती थी....


Body:प्रोफेसर कॉलोनी स्थित गेस्ट हाउस में 2009 से 2019 तक रही... विदेश मंत्री बनने से पहले वह अमूमन यहां आया करती थी चुनाव का संचालन भी उन्होंने 2014 का यही से ही किया था दिन रात यहां पर चुनाव जीतने के लिए मैनेजमेंट करती थी अपने कार्यकर्ताओं के साथ... सुषमा स्वराज के भोपाल के कुक उग्रसेन ने ईटीवी भारत से बात करते हुए सुषमा स्वराज से जुड़ी बातें बताएं उग्रसेन ने बताया कि सुषमा जी जब भी भोपाल आती थी तो उनका बहुत ध्यान रखती थी सुषमा स्वराज को खाने में आलू के पराठे, गोभी के पराठे, करेले की सब्जी पसंद थी ...


Conclusion:साथ ही उग्रसेन बताया कि रात को एक रोटी और दाल खा कर सोती थी...सुबह चाय के साथ वो बदाम लेती थी... वही बंगले पर रहने वाले मोती नाम के डॉग को भी वह हमेशा दुलार करती थी....जब मुझे कुछ दिक्कतें आती थी तो सुषमा स्वराज जी हमेशा हल करती थी साथ ही मेरे बच्चों से भी काफी प्यार करती थी और जब भी भोपाल आती थी तो उनका हालचाल पूछती थी...


बाइट उग्रसेन , सुषमा स्वराज के कुक
Last Updated : Aug 7, 2019, 1:07 PM IST
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