भोपाल। राजधानी की छोटी झील स्थित कमलापति घाट पर बनने वाला आर्च ब्रिज एक बार फिर से विवादों में आ गया है. इस ब्रिज का लगातार विरोध क्षेत्र की पूर्व पार्षद शबिस्ता जकी कर रही हैं, जहां उन्होंने ब्रिज की जमीन और निर्माण को लेकर आंदोलन किया. इसके बाद ही उनके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया गया.
पार्षद शबिस्ता जकी का कहना है कि ब्रिज नियमों की अनदेखी कर निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिसका विरोध करने पर मामला दर्ज हुआ हैं, जो द्वेषपूर्ण है. इसको लेकर पूर्व महापौर कई बार प्रदर्शन करते रहे, लेकिन हमने किसी तरह की कार्रवाई नहीं की.
पूर्व नगर निगम अध्यक्ष सुरजीत सिंह चौहान ने कहा कि महापुरुषों और विकास कार्यों का लगातार कांग्रेस विरोध करती आई है. इसलिए प्रशासन ने जो कार्रवाई की है, वह सही है, क्योंकि आर्च ब्रिज लोगों की सुविधाओं के लिए निर्माण किया जा रहा है.
सीएसपी का कहना है कि नगर निगम जिस जगह निर्माण कार्य कर रहा था, वहां पूर्व पार्षद प्रदर्शन कर रही थीं. इसी के चलते नगर निगम की शिकायत पर उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. गौरतलब है की रानी कमलापति आर्च ब्रिज का निर्माण पिछले कई दिनों से विवादों में है. कमलनाथ सरकार के समय पूर्व महापौर आलोक शर्मा ने ब्रिज पर निर्मित प्रतिमा का अनावरण भी कर दिया था, लेकिन ब्रिज का निर्माण रुक गया. अब सत्ता बदलने से एक बार फिर से ब्रिज का निर्माण शुरू हो गया है, लेकिन विरोध करने वाली पार्षद कांग्रेस का साथ दे रही है.