भोपाल। राजभवन में क्रिसमस पर कैरोल सिंगिंग का आयोजन किया गया. छात्र-छात्राओं ने क्रिसमस के अवसर पर कैरोल सिंगिंग के तहत प्रभु यीशु के कई गाने गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. वहीं छात्राओं, प्राचार्य, शिक्षकों और ईसाई धर्म गुरूओं को संबोधित करते हुए राज्यपाल लाल जी टंडन ने कहा कि महापुरुषों के स्मरण से मानवता के महान पथ पर चलने की प्रेरणा मिलती है.
राज्यपाल ने कहा कि व्यक्ति में अच्छे विचार, आचरण और सदाचार की नई ऊर्जा और शक्ति का संचार होता है. प्रभु यीशु के स्मरण से दीन-दुखियों की सेवा समानता, न्यायप्रियता, भाईचारे का भाव, आनंद की अनुभूति और अनुसरण का उत्साह मिलता है.
राज्यपाल ने प्रदेशवासियों को क्रिसमस की हार्दिक शुभकामनाएम और बधाई दीं. उन्होंने शुभकामना संदेश में कहा है कि प्रभु यीशु की कृपा से सबके जीवन में प्रसन्नता, शांति और समृद्धि बनी रहे. राज्यपाल ने कहा कि क्रिसमस का त्यौहार विश्व-बंधुत्व, सहनशीलता और प्रेम का संदेश देता है. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रदेशवासी सुविकसित एवं सुसंस्कृत मध्यप्रदेश के नव-निर्माण के लिये दृढ़-संकल्पित होंगे .
क्यों होती है कैरोल सिंगिंग
कार्यक्रम के शुरू में राज्यपाल का फादर सौंदर्यराज, प्राचार्य सेंट मेरी स्कूल सिस्टर मेरी कोनीकर ने स्वागत किया. उन्होंने शाल, पुष्प-गुच्छ और नववर्ष की शुभकामनाओं का कार्ड राज्यपाल को भेंट किया. फादर मारिया स्टीफन ने कैरोल सिंगिंग की परंपरा और कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि प्रभु यीशु के आगमन की घर-घर जाकर कैरोल सिंगिंग द्वारा सूचना देने की परंपरा है. गीतों के माध्यम से देश-प्रेम, न्याय, भाईचारा, समानता और बंधुत्व का संदेश प्रसारित किया जाता है .