भोपाल। 12वीं क्लास की परीक्षाएं अब लगभग खत्म हो गई हैं. जिसके बाद छात्र आगे करियर के विकल्प तलाश रहे हैं. ऐसे में जो छात्र सीएमए, सीएस और सीए फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं, उन्हें इस फील्ड से संबंधित तमाम जानकारी लेकर सामने आई हैं सीएमए अंशिका त्यागी. उन्होंने इन तीनों प्रोफेशनल कोर्स से संबंधित जानकारी दी है. जिससे छात्रों को इसका लाभ हो सके.
क्या इन कोर्स के लिए कॉमर्स बैकग्राउंड का होना जरुरी है
अंशिका बताती हैं इन तीनों कोर्स के लिए कॉमर्स बैकग्राउंड जरूरी नहीं है. दूसरे विषय के छात्र भी इन कोर्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं. सिवाय फाइन आर्ट्स विषय को छोड़कर.
क्या मिनिमम पर्सेंट का कोई क्राइटेरिया है
हालांकि इन कोर्सेस के लिए 12th क्लास के पर्सेंटेज कोई मायने नहीं रखते. अंशिका बताती हैं कि इसके लिए ना ही कोई मिनिमम बाउंडेशन है. लेकिन उनका सुझाव है कि कम से कम 12वीं में 50 फीसदी अंक लाने वाले छात्र ही इन कोर्सेस के लिए अप्लाई करें.
कैसे होता है एडमिशन
तीनों कोर्स में एडमिशन लेने के लिए छात्र ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. सीए, सीएमए और सीएस के लिए एंट्रेंस एक्जाम होता है. जिसके तीन लेवल होते हैं. फाउंडेशन, इंटरमीडिएट और फाइनल. वहीं फीस स्ट्रक्चर तीनों कोर्से के लिए अलग-अलग होता है.
छात्र को पहले फाउंडेशन कोर्स के लिए एंट्रेंस एक्जाम क्लियर करना होता है. जिसके बाद इस कोर्स में एंट्री के लिए योग्य हो जाते हैं. इसके बाद आता है इंटरमीडिएट लेवल. जिसमें आठ विषय होते हैं. जिसमें छात्र के पास च्वाइस होती है कि वह चार-चार विषय लेकर परीक्षा पास करना चाहता है या फिर एक साथ 8 विषयों की परीक्षा दे सकते हैं. इंटरमीडिएट लेवर क्लियर होने के बाद प्रैक्टिकल ट्रेनिंग होती है.
तीनों कोर्सेज के लिए ट्रेनिंग की अवधि है अलग-अलग
अंशिका बताती हैं कि सीए के लिए तीन साल की ट्रेनिंग अनिवार्य है. जिसके बाद ही फाइनल एक्जाम दे सकते हैं. वहीं सीएमए में भी तीन साल की ट्रेनिंग होती है. जिसमें 15 महीने फाइनल एक्जाम देने से पहले और बाकी एक्जाम क्लियर होने के बाद ट्रेनिंग पूरी करनी होती है. वहीं सीएस की ट्रेनिंग के फाइनल एक्जाम के पहले 24 महीने की जरूरी ट्रेनिंग करनी होती है. बाकि 6 महीने की ट्रेनिंग फाइनल एक्जाम क्लियर करने के बाद पूरी करनी होती है.प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के बाद फाइनल एक्जाम होता है.
छात्र घर बैठे भी कर सकते हैं तैयारी
अंशिका का कहना है कि छात्र लॉकडाउन के समय का इस्तेमाल इन कोर्सेज की पढ़ाई करने में कर सकते हैं. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए छात्र चाहें तो इन तीनों प्रोफेसनल कोर्सेस की तैयारी कर सकते हैं. अंशिका खुद भी अलग-अलग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर छात्रों को पढ़ाने का काम करती हैं.