भोपाल। मध्य प्रदेश की 28 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव के नतीजों के पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह से निर्दलीय और बसपा विधायक ने मुलाकात की है. निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा, बीएसपी विधायक संजीव कुशवाहा और बीजेपी विधायक नारायण सिंह कुशवाहा से भूपेंद्र सिंह की बंद कमरे में करीब आधे घंटे तक चर्चा हुई. नतीजों के पहले हुई निर्दलीय और बसपा विधायकों से मुलाकात के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं.
मुलाकात को लेकर चुनाव अभियान समिति के संयोजक मंत्री भूपेंद्र सिंह कहा, 'इस मुलाकात के राजनैतिक मायने ना निकाले जाएं. लगातार चुनाव प्रचार की वजह से इन विधायकों से मुलाकात नहीं हो पाई थी, लिहाजा आज यह मुलाकात करने आए थे और मुलाकात सामान्य थी.' उन्होंने कहा, 'निर्दलीय विधायक पहले ही बीजेपी को अपना समर्थन दे चुके हैं.' साथ ही उपचुनाव में 28 में से 28 सीटें जीतने की कांग्रेस के दावे पर भूपेंद्र सिंह ने कहा कि 'सभी 28 सीटें ना तो कांग्रेस जीत सकती है और ना ही बीजेपी, लेकिन बीजेपी किसी भी तरह के संकट में नहीं है और बीजेपी की सरकार चलती रहेगी. उन्होंने कहा कि निर्दलीय और सपा बसपा विधायकों का पहले भी बीजेपी को समर्थन रहा है और हमारी उम्मीद है कि आगे भी उनका समर्थन मिलता रहेगा.'
कमलनाथ सरकार के दौरान कांग्रेस के साथ थे निर्दलीय और सपा बसपा
बता दें, 2018 विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने चारों निर्दलीय विधायकों के समर्थन से प्रदेश में सरकार बनाई थी. सपा और बसपा के विधायकों ने भी कांग्रेस का समर्थन किया था. फिर मार्च में मचे सियासी घमासान के बाद से निर्दलीय विधायकों और सपा, बसपा के विधायकों ने अपना समर्थन बीजेपी को दिया है. बीजेपी ने एक निर्दलीय विधायक प्रदीप जयसवाल को खनिज विकास निगम का अध्यक्ष भी बनाया है.