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भोपाल में 12% बीपीएल कार्डधारकों का सर्वे हुआ पूरा, राशन नहीं लेने वाले आठ हजार नाम हटे - survey of BPL card holders in Bhopal

भोपाल में चल रहे बीपीएल कार्डधारकों के सर्वे का काम 12 प्रतिशत तक ही पूरा हो पाया है. राशन मित्र एप की मदद से जल्द ही फर्जी बीपीएल धारकों के नाम हटाने का काम किया जा रहा है.

BPL card holders survey in Bhopal continues with ration friend app
बीपीएल कार्ड धारकों का सर्वे
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Published : Jan 11, 2020, 1:35 PM IST

Updated : Jan 11, 2020, 4:31 PM IST

भोपाल। राजधानी में पिछले कुछ सालों में बीपीएल कार्ड धारक परिवारों की संख्या तेजी से बढ़ी है. इसकी जांच के लिए शुरू किया गया सर्वे अभी 12% ही पूरा हो पाया है. अक्टूबर महीने में शुरू हुए सर्वे को नवंबर में पूरा करना था लेकिन इसकी रफ्तार इतनी स्लो है कि सर्वे की टाइम लिमिट बढ़कर फरवरी तक कर दी गई है.


बीपीएल कार्ड धारकों के सर्वे के लिए राशन मित्र एप बनाया गया था जिसकी मदद से 19 विभागों के 1675 कर्मचारियों को सर्वे की जिम्मेदारी सौंपी गई थी जिन्हें जिले के तीन लाख 15 हजार राशन उपभोक्ताओं का क्रॉस वेरिफिकेशन करना है, इसकी जिम्मेदारी सीईओ जिला पंचायत को सौंपी गई है. राशन मित्र एप में कर्मचारियों को लोगों के नाम डालकर जांच करना है और अपात्र लोगों को पकड़कर उन्हें सूची से बाहर करना है.

बीपीएल कार्ड धारकों का सर्वे


जिला प्रशासन को अपात्र लोगों द्वारा बीपीएल कार्ड बनवाने की शिकायतें लगातार प्राप्त हो रही थीं. बीपीएल परिवारों की संख्या तेजी से बढ़ती देख खाद्य विभाग ने सर्वे कराकर ऐसे उपभोक्ताओं की जानकारी जुटाई है अब जिनके नाम इसमें से हटाए जाएंगे. अब तक ऐसे आठ हजार अपात्र लोगों के नाम हटाए जा चुके हैं. जो पिछले चार-पांच माह से राशन नहीं ले रहे थे और इन्हें सूचना देने के बाद भी इनकी तरफ से को कार्रवाई नहीं की गई थी.

कैसे होगा सर्वे और क्या जानकारी जुटानी है -
* परिवार बताए गए पते पर रहता है या नहीं.
* पात्रता पर्ची की श्रेणी के अनुसार वैध दस्तावेजों की जांच.
* परिवार के सभी सदस्य साथ रहते हैं या नहीं.
* एक ही परिवार में एक से अधिक कार्डधारक तो नहीं.
* वाहनों की संख्या.
* शासकीय व अर्धशासकीय सेवा श्रेणी के ऊपर और आयकर दाता तो नहीं.
* मकान 3 कमरों से अधिक का या स्वयं का पक्का मकान तो नहीं.
* मोबाइल ऐप में दिए गए परिवार के विवरण का सत्यापन हितग्राही के निवास पर जाकर किया जाएगा.
* परिवार के निवास का फोटो मोबाइल ऐप में अपलोड किया जाएगा.

भोपाल। राजधानी में पिछले कुछ सालों में बीपीएल कार्ड धारक परिवारों की संख्या तेजी से बढ़ी है. इसकी जांच के लिए शुरू किया गया सर्वे अभी 12% ही पूरा हो पाया है. अक्टूबर महीने में शुरू हुए सर्वे को नवंबर में पूरा करना था लेकिन इसकी रफ्तार इतनी स्लो है कि सर्वे की टाइम लिमिट बढ़कर फरवरी तक कर दी गई है.


बीपीएल कार्ड धारकों के सर्वे के लिए राशन मित्र एप बनाया गया था जिसकी मदद से 19 विभागों के 1675 कर्मचारियों को सर्वे की जिम्मेदारी सौंपी गई थी जिन्हें जिले के तीन लाख 15 हजार राशन उपभोक्ताओं का क्रॉस वेरिफिकेशन करना है, इसकी जिम्मेदारी सीईओ जिला पंचायत को सौंपी गई है. राशन मित्र एप में कर्मचारियों को लोगों के नाम डालकर जांच करना है और अपात्र लोगों को पकड़कर उन्हें सूची से बाहर करना है.

बीपीएल कार्ड धारकों का सर्वे


जिला प्रशासन को अपात्र लोगों द्वारा बीपीएल कार्ड बनवाने की शिकायतें लगातार प्राप्त हो रही थीं. बीपीएल परिवारों की संख्या तेजी से बढ़ती देख खाद्य विभाग ने सर्वे कराकर ऐसे उपभोक्ताओं की जानकारी जुटाई है अब जिनके नाम इसमें से हटाए जाएंगे. अब तक ऐसे आठ हजार अपात्र लोगों के नाम हटाए जा चुके हैं. जो पिछले चार-पांच माह से राशन नहीं ले रहे थे और इन्हें सूचना देने के बाद भी इनकी तरफ से को कार्रवाई नहीं की गई थी.

कैसे होगा सर्वे और क्या जानकारी जुटानी है -
* परिवार बताए गए पते पर रहता है या नहीं.
* पात्रता पर्ची की श्रेणी के अनुसार वैध दस्तावेजों की जांच.
* परिवार के सभी सदस्य साथ रहते हैं या नहीं.
* एक ही परिवार में एक से अधिक कार्डधारक तो नहीं.
* वाहनों की संख्या.
* शासकीय व अर्धशासकीय सेवा श्रेणी के ऊपर और आयकर दाता तो नहीं.
* मकान 3 कमरों से अधिक का या स्वयं का पक्का मकान तो नहीं.
* मोबाइल ऐप में दिए गए परिवार के विवरण का सत्यापन हितग्राही के निवास पर जाकर किया जाएगा.
* परिवार के निवास का फोटो मोबाइल ऐप में अपलोड किया जाएगा.

Intro:12% बीपीएल का सर्वे हुआ पूरा
राशन नहीं लेने वाले 8000 नाम हटाए गए
राजधानी में 3 लाख 15 हजार बीपीएल कार्ड धारी है
19 विभागों के 1675 कर्मचारियों का दल कर रहा है सर्वे।
भोपाल। राजधानी में पिछले कुछ सालों में बीपीएल कार्ड धारक परिवारों की संख्या तेजी से बढ़ी इसकी जांच के लिए शुरू किया गया सर्वे अभी 12% ही पूरा हो पाया है अक्टूबर माह में शुरू हुए सर्वे को नवंबर में पूरा करना था। लेकिन इसकी रफ्तार इतनी स्लो है कि सर्वे की टाइम लिमिट बढ़ानी होगी।Body:बीपीएल कार्ड धारकों के सर्वे के लिए राशन मित्र एप बनाया गया था जिसकी मदद से 19 विभागों के 1675 कर्मचारियों को सर्वे की जिम्मेदारी सौंपी गई थी जिन्हें जिले के 3 लाख 15 हजार राशन उपभोक्ताओं का क्रॉस वेरिफिकेशन करना है इसकी जिम्मेदारी सीईओ जिला पंचायत को सौंपी गई है।
जिले में हर महीने 14 करोड़ रुपेश का राशन 400 से राशन दुकानों से बांटा जाता है।
जिला प्रशासन को अपात्र लोगों द्वारा बीपीएल कार्ड बनवाने की शिकायतें लगातार प्राप्त हो रही थी। बीपीएल परिवारों की संख्या तेजी से बढ़ती देख और अपात्र लोगों के भी बीपीएल कार्ड बनने से खाद्य विभाग ने सर्वे कराकर ऐसे उपभोक्ताओं की जानकारी जुटा घर उनके नाम हटाए जाएंगे। अब तक 8000 अपात्र लोगों के नाम हटाए जा चुके हैं इस सर्वे में कर्मचारियों को ऐप में जानकारी डालकर रैंडम ली जांच करना है और अपात्र लोगों को पकड़कर उन्हें सूची से बाहर करना है सर्वे में 19 विभागों के 1675 कर्मचारियों का दल सत्यापन कार्य में लगाए लेकिन अब तक सिर्फ 12 फीस दी कार्ड धारियों का सर्वे ही पूरा किया जा सका है।Conclusion:Byte - ज्योति शाह नरवरिया (जिला आपूर्ति नियंत्रक)
विभाग ने ऐसी 8000 कार्ड धारियों का नाम हटा दिया है जो पिछले चार-पांच माह से राशन नहीं ले रहे थेइन्हें सूचना देने के बावजूद भी इनकी तरफ से कोई जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया।
सर्वे कैसे होगा और क्या जानकारी जुटानी है -
* परिवार बताए गए पते पर रहता है या नहीं।
* पात्रता पर्ची की श्रेणी के अनुसार वैध दस्तावेजों की जांच।
* परिवार के सभी सदस्य साथ रहते हैं या नहीं।
* एक ही परिवार में एक से अधिक कार्डधारक तो नहीं।
* वाहनों की संख्या।
* शासकीय व अर्धशासकीय सेवा श्रेणी के ऊपर और आयकर दाता तो नहीं।
* मकान 3 कमरों से अधिक का या स्वयं का पक्का मकान तो नहीं।
* राशन मित्र मोबाइल एप से होगा सत्यापन।
* मोबाइल ऐप में दिए गए परिवार के विवरण का सत्यापन हितग्राही के निवास पर जाकर किया जाएगा।
* परिवार के निवास का फोटो मोबाइल ऐप में अपलोड किया जाएगा।
* परिवार के वैध दस्तावेज ऐप में स्कैन कर अपलोड किए जाएंगे।

Last Updated : Jan 11, 2020, 4:31 PM IST
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