भोपाल। मध्यप्रदेश में साल 2006 में पांचवी और आठवीं की बोर्ड परीक्षा बंद कर दी गई थी, इसके बाद से ही स्कूल स्तर पर ये परीक्षाएं आयोजित की जाती थी. निःशुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 में भारत सरकार के किए गए संशोधन और मध्यप्रदेश शासन के नॉटिफिकेशन के मुताबिक 5वीं और 8वीं की अब तक परीक्षाएं डिटेंशन पॉलिसी पर होती थी, पर अब इस साल से शिक्षा के प्रति गंभीरता बढ़ाने के उद्देश्य से ये परीक्षा बोर्ड पैटर्न में आयोजित की जा रही है.
इस बारे में जानकारी देते हुए लोक शिक्षण आयुक्त जयश्री कियावत ने बताया कि प्रदेश के बच्चों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए इस साल पांचवी और आठवीं की परीक्षा बोर्ड पैटर्न से कराई जाएगी, ये परीक्षाएं 4 मार्च से शुरू होकर 27 मार्च 2020 तक संपन्न होंगी.
वहीं अलीराजपुर, झाबुआ, धार और बड़वानी में भगोरिया उत्सव को देखते हुए इन जिलों में परीक्षाएं 17 मार्च से शुरू होकर 3 अप्रैल तक चलेंगी, इस पूरी परीक्षा में मैन्युअल काम को कम करने के लिए ऑनलाइन पोर्टल एनुअल एग्जाम मैनेजमेंट सिस्टम बनाया गया है. जिसमें विद्यार्थियों की प्रोफाइल अपडेशन, परीक्षा केंद्र की जानकारी, परीक्षा सम्बंधी प्रपत्र की जानकारी, प्रवेश पत्र, मौखिक मूल्यांकन पत्रक की जानकारी रहेगी.
इन परीक्षा में पांचवी में लगभग 79 हजार 124 प्राथमिक शालाओं के लगभग 8 लाख विद्यार्थी और आठवीं में 30 हजार 236 माध्यमिक शालाओं के लगभग 8.85 लाख बच्चे शामिल होंगे. कुल 31 हजार 517 परीक्षा केंद्रों पर लगभग 17 लाख बच्चे शामिल होंगे.