भोपाल। नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी ने भले ही प्रदेश की अधिकांश नगरपालिकाओं पर कब्जा कर लिया हो लेकिन नगर निगम चुनाव में इस बार उसे जख्म लग गया है. चुनाव में बीजेपी ने जमकर पसीना बहाया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, सिंधिया ने जमकर दौरे किए. इसके बाद भी बीजेपी 11 नगर निगम में से 4 बचाने में सफल नहीं हो सकी.
जबलपुर व ग्वालियर में कांग्रस की उम्मीदें बढ़ीं : प्रदेश के चार महानगरों में से एक जबलपुर बीजेपी के हाथ से फिसल गया. कांग्रेस के उम्मीदवार जगत बिहादुर सिंह ने करीब 18 साल बाद बीजेपी के गढ़ में पंजा लहराया है. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार को बड़े अंतर से शिकस्त दी है. वहीं, ग्वालियर नगर निगम में दशकों बाद बीजेपी के गढ़ में कांग्रेस सेंध लगाने जा रही है. कांग्रेस के लिए यह जीत इसलिए अहम मानी जाएगी क्योंकि सिंधिया के जाने के बाद कांग्रेस को यहां कमजोर समझा जा रहा था. इस हार को बीजेपी और सिंधिया के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. कांग्रेस की शोभा सिकरवार यहां बड़े अंतर से आगे चल रही हैं.
कमलनाथ के गढ़ में बीजेपी को निराशा : कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में पिछले चुनाव में बीजेपी जीतने में सफल रही थी. छिंदवाड़ा में यह दूसरा नगर निगम का चुनाव है. कांग्रेस की जीत बीजेपी के लिए झटका है. वहीं, सिंगरौली नगर निगम के जरिए आम आदमी पार्टी ने एमपी में दस्तक दे दी है. अभी तक प्रदेश में दो दल बीजेपी और कांग्रेस ही मुख्य मुकाबले में माने जाते रहे हैं, लेकिन आप अपनी जगह बनाने में सफल रही. आप की रानी अग्रवाल ने शानदार जीत दर्ज की है.
बुरहानपुर में ओवैसी की पार्टी को 10 हजार वोट : सतना, खंडवा, बुरहानपुर, सागर में बीजेपी जीत चुकी है, जबकि भोपाल, इंदौर, उज्जैन में निर्णयक बढ़त की ओर है. बुरहानपुर में बीजेपी की माधुरी पटेल विजयी रहीं. उन्होंने कांग्रेस की शहनाज इस्माइल को हराया. बुरहानपुर में 51 फीसदी अल्पसंख्यक वोट थे. यहां कांग्रेस की हार एक बड़ी वजह ओवैसी की पार्टी द्वारा उतारे गए उम्मीदवार को माना जा रहा है. एमआईआईएम का उम्मीदवार 10 हजार से ज्यादा वोट पाने में सफल रहा. माना जा रहा है कि यह वोट कांग्रेस के ही कटे हैं.
नगरपालिका चुनाव में कांग्रेस को झटका : नगर निगम में कांग्रेस ने भले ही अच्छा प्रदर्शन किया हो, लेकिन नगरीय निकायों में कांग्रेस पिछड़ गई है. 36 नगरीय निकायों में से करीब 22 में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला है. इसी तरह 86 नगर परिषदों में से 51 का ऐलान हो चुका है. इसमें 30 पर बीजेपी और 6 पर कांग्रेस को जीत मिल चुकी है, जबकि करीब डेढ़ दर्जन पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच स्पष्ट बहुमत के लिए फाइट चल रही है.
बीजेपी बोली -परिणाम हमारे पक्ष में : नगरीय निकाय चुनाव के परिणाम को लेकर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता हितेष वाजपेयी ने कहा कि पार्टी 2018 में चुनाव हारी थी. निकायों में 2 साल अधिकारियों ने काम किया है. इस बीच 2 साल कोरोना का रहा. कई जगह अधिकारियों ने अच्छा काम नहीं किया तो जनता ने नाराजगी भी जताई है, हालांकि परिणाम अच्छे रहे हैं .
Jabalpur Mayor Election 2022 : बीजेपी को जेपी नड्डा के ससुराल में मिली सबसे बड़ी हार, कांग्रेस ने 43 हजार से ज्यादा वोटों से हराया
कांग्रेस बोली - बहुत पाया है इन चुनावों में : कांग्रेस प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने परिणामों पर खुशी जताई है. उन्होंने कहा कि 11 नगर निगम में से 3 पर कांग्रेस कब्जा जमाने में सफल रही. कांग्रेस 0 से 3 पर पहुंची है. यह अच्छा संकेत है. जनता ने साफ कर दिया कि सरकार के कामों और झूठी घोषणाओं से वह खुश नहीं है. (BJP shocked in mayoral election) (Congress injured in Jabalpur and Gwalior) (AAP surprised in Singrauli)