भोपाल। सागर के दलित युवक धनप्रसाद अहिरवार की मौत के बाद अब प्रदेश की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. युवक की मौत को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि कांग्रेस सरकार में इस तरीके से दलितों पर हमले हो रहे हैं, तो वहीं नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सरकार के ढीले रवैये पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि अगर समय पर अहिरवार को उचित इलाज मिल जाता, तो शायद वो आज जिंदा होता. गोपाल भार्गव ने इस घटना के बाद सरकार से मृतक के परिजन को आर्थिक मदद और सरकारी नौकरी की मांग की है.
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सरकार के उदासीन रवैये पर सवाल खड़े किए हैं. भार्गव का कहना है कि जब सारी बातें सरकार के सामने थीं, सारी जानकारी सरकार के पास थी, फिर भी समय पर सरकार ने उचित इलाज की व्यवस्था नहीं की. भार्गव ने सरकार से मांग की है कि सरकार मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता दे, साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दे.
बता दें कि 14 जनवरी को सागर के मोती नगर इलाके में दो पक्षों के बीच विवाद हुआ था, जिसमें धनप्रसाद अहिरवार को केरोसिन डालकर जला दिया गया था. जिसके बाद आज इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई.