भोपाल। राजधानी सहित मध्य प्रदेश में बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं को लेकर पुलिस और प्रशासन काफी चिंताजनक नजर आ रहा है. प्रदेश में विशेष तौर पर दो पहिया वाहन में चलने वाले लोग सख्ती के बाद भी हेलमेट का उपयोग नहीं कर रहे हैं. दो पहिया वाहन पर पीछे बैठने वाले लोगों को भी हेलमेट लगाना है, इसके लिए उच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी लोग आदेश का पालन न करते हुए दिखाई दे रहे हैं. जिसके चलते राजधानी भोपाल में रविवार से सड़क सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत की गई है. जिसमें पहले 7 दिन लोगों को इसके लिए जागरूक किया जाएगा, उसके बाद चालानी कार्रवाई की जाएगी.
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पुलिस कमिश्नर श्री @hariips द्वारा #यातायात_नियमों के प्रति जागरूकता एवं सुरक्षित परिवहन के उद्देश्य से पुलिस अधि०/कर्म०, #बाइकर्स को यातायात नियमों के पालन की शपथ दिलाई गई व हरी झंडी दिखाकर #बाइक_रैली को किया रवाना । साथ ही आमजन से की यातायात नियमों के पालन की अपील । pic.twitter.com/YrIhxw6pkF
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— Commissioner of Police, Bhopal (@CP_Bhopal) January 7, 2024पुलिस कमिश्नर श्री @hariips द्वारा #यातायात_नियमों के प्रति जागरूकता एवं सुरक्षित परिवहन के उद्देश्य से पुलिस अधि०/कर्म०, #बाइकर्स को यातायात नियमों के पालन की शपथ दिलाई गई व हरी झंडी दिखाकर #बाइक_रैली को किया रवाना । साथ ही आमजन से की यातायात नियमों के पालन की अपील । pic.twitter.com/YrIhxw6pkF
— Commissioner of Police, Bhopal (@CP_Bhopal) January 7, 2024
7 दिन बाद सख्त कार्रवाई: राजधानी सहित पूरे मध्य प्रदेश में बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए भोपाल पुलिस अब वाहन चालकों के ऊपर सख्ती करने के मुड़ में आ गई है. भोपाल पुलिस कमिश्नर कार्यालय में हुई एक बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया है कि भोपाल में पहले 7 दिनों तक लोगों को खासकर दो पहिया वाहन चालक जो की हाई कोर्ट के आदेश के बाद भी हेलमेट नहीं लग रहे हैं और पीछे बैठने वाली सवारियां भी हेलमेट का प्रयोग नहीं कर रही हैं. इसको लेकर एक सप्ताह का सड़क सुरक्षा अभियान चला कर लोगों को जागरूक किया जाए. यदि एक हफ्ते बाद भी लोग यातायात और हेलमेट के नियम का पालन नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए चालानी कार्रवाई की जाएगी.
18 से 35 साल के लोगों के साथ सबसे ज्यादा हादसे: भोपाल पुलिस कमिश्नर हरि नारायणचारी ने बताया कि ''अधिकतर सड़क दुर्घटनाओं में देखा गया है कि दुर्घटनाओं में शिकार होने वाले लोगों की आयु वर्ग 18 से 35 साल के बीच का होती है. क्योंकि इसी समय आदमी अपने जीवन में सबसे ज्यादा सक्रिय भी होता है और काफी ज्यादा काम में व्यस्त भी रहता है. थोड़ी सी लापरवाही की वजह से दुर्घटना का शिकार हो जाता है. ऐसे में सड़क दुर्घटनाओं में मृत होने वाले लोगों की संख्या भी इसी आयु वर्ग की देखी गई है. इसी को लेकर यह सड़क सुरक्षा अभियान एक सप्ताह के लिए शुरू किया गया है.''
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सुरक्षा नियमों का पालन करना जरूरी: सड़क सुरक्षा अभियान के के तहत नुक्कड़ नाटक और अन्य माध्यमों से लोगों को हेलमेट लगाने के लिए जागरूक किया जाएगा. यदि एक सप्ताह बाद भी लोग सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करते हुए नहीं दिखेंगे तो लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इन सात दिनों में अलग-अलग जगह पर अलग-अलग तरीकों से नुक्कड़ नाटक इत्यादि के माध्यम से लोगों को सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया जाएगा.